Keto diet: जाने क्या खाएं और क्या नहीं?
वजन बढ़ जाना, तोंद बाहर आना आज की सबसे बड़ी समस्या है। इसे कम करने के लिए आप सभी ने अलग-अलग डाइट और फिटनेस प्लान में अपना हाथ जरूर आजमाया होगा। स्ट्रिक्ट मील प्लान या तो लक्ष्य को प्राप्त करने में आपकी मदद करती हैं या फिर एक बार गलत तरीके से फॉलो करने पर इनका उल्टा असर पड़ने लगता है। यानी वजन घटने के बजाय बढ़ना शुरू हो जाता है। ऐसी ही एक डाइट प्लान है कीटो। जिसे सही तरीके से फॉलो करना बहुत जरूरी होता है।
दरअसल, इस आहार में कम कार्ब, मध्यम प्रोटीन और हाई फैट वाले खाद्य पदार्थ का सेवन करने की अनुमति होती है। वैसे तो 1929 के दशक में मिर्गी और मधुमेह रोगियों के इलाज के लिए इन खाद्य पदार्थों का सेवन करने की सलाह दी जाती थी, लेकिन पिछले कुछ दशकों में लोगों ने वजन कम कने के लिए कीटो डाइट को फॉलो करना शुरू कर दिया है। अगर आप भी वजन घटाने के लिए इस डाइट को शुरू करने जा रहे हैं, तो पहले जरूर जान लें कि आपको क्या खाना है और क्या नहीं खाना है। लेकिन इससे पहले जानेंगे कि क्या है कीटो डाइट और यह वेटलॉस में कैसे मददगार साबित होती है।
क्या है कीटोसिस और यह वेटलॉस में कैसे मददगार है
जब आप कीटो डाइट पर होते हैं, तो आप हाई कार्ब वाला भोजन नहीं कर सकते। ऐसे में आपको एनर्जी कैसे मिलेगी। इसके बजाय आहार में मध्यम मात्रा में प्रोटीन और हाई फैट वाले खाद्य पदार्थ को शामिल कर सकते हैं। यह देखते हुए कि आपके शरीर में ऊर्जा पैदा करने के लिए बिल्कुल भी कार्ब नहीं है, यह आपके बॉडी फैट को ईंधन के लिए जलाता है, जिससे काटोन्स नामक पदार्थ का उत्पादन होता है। बता दें कि इस प्रक्रिया के तहत लीवर में कीटोन्स की मात्रा बढ़ाई जाती है, जिससे कीटोसिस के जरिए तेजी से वजन घटाने में मदद मिलती है।
कीटो डाइट में क्या खाएं
कीटो डाइट को फॉलो करते हुए किस तरह से खाद्य पदार्थ खाने चहिरए आपको इसे लेकर संदेह हो सकता है। तो आपको बता दें कि फैट से भरपूर मछली जैसे ट्यूना, मैकेरल, सैल्मन, बिना स्टार्च वाली सब्जियां जैसे पालक, अजवायन, केल, ब्रोकली, अंडे, एवोकैडो, फुल फैट डेयरी प्रोडक्ट्स, अलसी व चिया के बीज और जामुन को आप कीटो डाइट के दौरान ले सकते हैं।
कीटो डाइट के दौरान किन चीजों से बचें
कीटो डाइट को फॉलो करने वालों के लिए व्हीट बेस्ड सीरियल, पास्ता, चावल, मटर, स्वीटकॉर्न, रतालू, आलू, चुकंदर, स्मूदी , आइसक्रीम, दाल , राजमा, शराब , प्रोसेस्ड और ऑयली फूड्स से बचना चाहिए।
कीटो आहार के प्रकार-
कीटो डाइट केवल एक प्रकार की नहीं , बल्कि कई तरह की है-
स्टैंडर्ड कीटोजेनिक डाइट (SKD)-
इस डाइट में कुल 10 प्रतिशत कार्ब, 20 प्रतिशत प्रोटीन और 70 प्रतिशत फैट शामिल होता है।
साइक्लीकल कीटोजेनिक डाइट (CKD)-
इस प्रकार के कीटो आहार के लिए 5 दिन कीटो आहार और इसके बाद 2 दिन हाई कार्ब का सेवन करने की जरूरत होती है।
टार्गेटेड कीटोजेनिक डाइट (TKD) –
इस डाइट को फॉलो करने वाले लोग वर्कआउट के समय के आसपास कार्ब खा सकते हैं।
हाई प्रोटीन कीटोजेनिक डाइट (HPKD)-
स्टैंडर्ड कीटोजेनिक डाइट के जैसे हाई प्रोटीन कीटो डाइट में कम कार्ब और हाई फैट वाले खाद्य पदार्थ शामिल है। लेकिन साथ में हाई प्रोटीन से भरपूर ,खाद्य पदार्थ का सेवन भी किया जा सकता है। बता दें कि इसमें 60 प्रतिशत फैट, 5 प्रतिशत कार्ब और 35 प्रतिशत प्रोटीन का रेशो होता है।
कीटो आहार वजन घटाने और ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में भी मदद कर सकता है। कीटो आहार के सभी स्वास्थ्य लाभों को प्राप्त करने के लिए इन ,खाद्य पदार्थों की अलग-अलग वैरायटी का सेवन आप कर सकते हैं।