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जाने खतरनाक बीमारी Ichthyosis vulgaris के बारे में

दुनिया में एक से बढ़कर एक बीमारियां मौजूद हैं। कैंसर, डायबिटीज, हार्ट डिजीज, स्ट्रोक, अस्थमा, टीबी, एड्स, फ्लू या अल्जाइमर जैसी गंभीर बीमारियों के बारे में अधिकतर लोग जानते हैं। कुछ ऐसे भी रोग हैं जिनके मामले कम है लेकिन वो इंसान की हालत को नाजुत बना देते हैं।

ऐसी ही एक अजीब और खतरनाक बीमारी है इचथ्योसिस वल्गरिस (Ichthyosis vulgaris) जोकि एक जेनेटिक बीमारी है। इचथ्योसिस वल्गरिस त्वचा की बीमारी है जिसमें मृत त्वचा कोशिकाएं आपकी त्वचा की सतह पर मोटी और सूखकर जमा होती रहती हैं। एक समय बाद आपकी त्वचा सांप की केंचुली की तरह या मछली की त्वचा की तरह दिखाई देने लगती है।

क्लिनिक एक्जिम्स की फाउंडर और लेजर स्पेशलिस्ट एंड मेडिकल कॉस्मोलॉजिस्ट डॉक्टर प्रेरणा तनेजा के अनुसार, कई जगहों पर इसे स्नेक या फिश रोग भी कहा जाता है। आमतौर पर इसके लक्षण बचपन में पहली बार दिखाई देते हैं। इस रोग के अधिकांश मामले हल्के होते हैं, लेकिन कुछ गंभीर होते हैं। कई बार एक्जिमा जैसे त्वचा के अन्य रोग भी इचिथोसिस वल्गरिस से जुड़े होते हैं। दुर्भाग्यवश इस बीमारी का कोई इलाज नहीं मिला है, जो भी थोड़ा उपचार है उसमें स्थिति को कंट्रोल करने पर जोर दिया जाता है।

इचिथोसिस वल्गरिस के कारण और जोखिम

यह रोग आमतौर पर जेनेटिक है। यानी यह आपको माता-पिता से विरासत में मिल सकता है। जिन्हें यह माता या पिता में से एक के जीन से मिलता है, उनमें यह रोग हल्का हो सकता है लेकिन अगर किसी को माता-पिता दोनों के जीन से मिला है, तो उसमें यह गंभीर हो सकता है। ऐसे बच्चों में आमतौर पर जन्म के समय सामान्य त्वचा होती है, लेकिन पहले कुछ वर्षों के दौरान त्वचा पर स्केलिंग और खुरदरापन विकसित होता है।

इचिथोसिस वल्गरिस के लक्षण

यह रोग त्वचा की डेड स्किन झड़ने की प्रक्रिया को धीमा कर देता है। यह वजह है कि पीड़ित के शरीर पर पुरानी त्वचा जमा होती रहती है। त्वचा के बढ़ने से त्वचा मोटी और सूखी बनती रहती है।

    सूखी, पपड़ीदार त्वचा
    त्वचा पर छोटे-छोटे धब्बे बन जाना
    सफेद या भूरे रंग के स्केल बनना
    खोपड़ी का परतदार होना
    आपकी त्वचा में गहरी और दर्दनाक दरारें होना

इन हिस्सों में दिखाई देते हैं लक्षण

इस रोग के लक्षण आमतौर पर आपकी कोहनी और निचले पैरों पर दिखाई देते हैं। यह विशेष रूप से पिंडली के ऊपर मोटे और गहरे रंग के हो सकते हैं। इसके अधिकांश मामले हल्के होते हैं, लेकिन कुछ गंभीर हो सकते हैं।

डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए

यदि आपको संदेह है कि आपको या आपके बच्चे को इस रोग के लक्षण हैं, तो डॉक्टर या त्वचा विशेषज्ञ से बात करें। वह स्थिति को देखते रोग का निदान कर सकता है। लक्षणों पर नजर रखें और बिगड़ने से पहले डॉक्टर से सलाह लें। गंभीर मामलों में आपको मजबूत दवा की आवश्यकता हो सकती है।

इलाज का विकल्प

वैसे तो इस रोग का कोई इलाज नहीं है लेकिन रोगी के जीवन को बेहतर बनाने के लिए कुछ नए वैकल्पिक उपचारों की खोज की जानी चाहिए और उन्हें अमल इ लाना चाहिए। इन विकल्पों में होलिस्टिक ट्रीटमेंट जैसे नुत्रितिओनल न्यूट्रिशनल मेडिसिन एंड फंक्शनल मेडिसिन आदि शामिल हैं।

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