तेजी से ब्लड शुगर को कम कर यह पौधा
मधुमेह या डायबिटीज एक गंभीर और लाइलाज बीमारी है, जिसे सिर्फ बेतर डाइट और लाइफस्टाइल के जरिए कंट्रोल किया जा सकता है। एक बार अगर किसी को यह बीमारी हो गई, तो वो इसे कंट्रोल में रखकर ही स्वस्थ जीवन जी सकता है। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि डायबिटीज को अनुपचारित छोड़ने से यह शरीर के विभिन्न अन्य अंगों पर गंभीर प्रभाव डाल सकती है।
डायबिटीज किडनी, आंख, आंत और हृदय को सबसे ज्यादा प्रभावित करती है। डायबिटीज को ब्लड शुगर लेवल बढ़ने की बीमारी कहा जाता है। डॉक्टर और एक्सपर्ट्स डायबिटीज के मरीजों को ब्लड शुगर बढ़ने से रोकने के लिए एक्सपर्ट्स हेल्दी डाइट और नियमित रूप से एक्सरसाइज की सलाह देते हैं।
हालांकि ब्लड शुगर या डायबिटीज को कंट्रोल रखने के लिए कई तरह की दवाएं मौजूद हैं लेकिन इनके अधिक सेवन से आपकी सेहत को कई अन्य समस्याएं हो सकती हैं। कुछ घरेलू उपाय भी हैं जिनसे आपको मदद मिल सकती है। एनसीबीआई (NCBI) की एक रिपोर्ट के अनुसार, शुगर के मरीजों के लिए 'इंसुलिन' का पौधा भी लाभदायक सिद्ध हो सकता है। इससे ब्लड शुगर को कंट्रोल रखा जा सकता है, चलिए जानते हैं कैसे-
इंसुलिन प्लांट क्या है?
इंसुलिन प्लांट या कोस्टस इग्नस कोस्टेसी परिवार से संबंधित है और माना जाता है कि यह ब्लड शुगर लेवल को कम करता है। यह पौधा एशिया में ज्यादा पाया जाता है। यह प्रोटीन, आयरन और एंटीऑक्सिडेंट का एक बेहतर स्रोत है। इस पौधे का ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए बेहतर प्रभाव पड़ता है।
ब्लड शुगर लेवल कम करता है इंसुलिन प्लांट
ऐसा माना जाता है कि इंसुलिन की पत्तियों में ऐसे रसायन पाए जाते हैं, जो ब्लड शुगर लेवल कम करने की क्षमता रखते हैं। इसकी पत्तियों में वो सभी पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर के बेहतर कामकाज के लिए जरूरी हैं।
इंसुलिन पौधे के पोषक तत्व
अगर बात करें इंसुलिन पौधे के पोषक तत्वों की तो यह प्रोटीन, टेरपेनोइड्स, फ्लेवोनोइड, एंटीऑक्सीडेंट, एस्कॉर्बिक एसिड, आयरन, बी कैरोटीन, कोरोसोलिक एसिड और अन्य पोषक तत्वों का खजाना है।
इंसुलिन पौधे की हरी पत्तियों में विभिन्न पोषक तत्वों के साथ कोरोसोलिक एसिड होता है। यह घटक अग्न्याशय से इंसुलिन के स्राव को बढ़ाकर जादू का काम करता है। यह खून में ग्लूकोज लेवल को मैनेज करके स्थिति को ठीक करता है।
डायबिटीज में इंसुलिन पौधे का इस्तेमाल कैसे करें
ऐसा माना जाता है कि हर दिन इंसुलिन पौधे की एक पत्ती चबाने से आपको ब्लड शुगर को कंट्रोल रखने में मदद मिल सकती है। एक महीने तक ऐसा करने से स्थिति में काफी सुधार हो सकता है। याद रखें कि इससे ज्यादा पत्ते न चबाएं क्योंकि इससे अन्य स्वास्थ्य जोखिम हो सकते हैं। आप इसके पत्तों का चूर्ण के रूप में भी सेवन कर सकते हैं। इस औषधि का केवल एक चम्मच प्रतिदिन सेवन करें।