कोरोना वायरस से लड़ने के लिए विटामिन ‘डी’ जरूरी
विटामिन ‘डी’ हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत रखने में मदद करता है। कोरोना महामारी की शुरूआत से ही दुनिया भर के एक्सपर्ट्स लोगों को पर्याप्त मात्रा में इसे लेने की सलाह दे रहे हैं। उनका मानना है कि कोरोना वायरस से लड़ने में इस न्यूट्रिएंट का बहुत बड़ा रोल है।
अब इजराइल में हुई एक नई रिसर्च ने भी इस बात की पुष्टि कर दी है। वैज्ञानिकों के अनुसार, विटामिन ‘डी’ की कमी कोरोना मरीज के गंभीर रूप से बीमार होने के खतरे को 14 गुना तक बढ़ा देती है। इजराइल की बार इलान यूनिवर्सिटी और गलिली मेडिकल सेंटर के वैज्ञानिकों ने इस रिसर्च पर काम किया है। स्टडी में ऐसे 1,176 मरीजों को शामिल किया गया, जिनकी कोरोना टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव थी। इनमें से 253 मरीजों में विटामिन ‘डी’ की मात्रा का डेटा उपलब्ध था। रिसर्च में पाया गया कि इनमें से 52% लोगों के शरीर में विटामिन ‘डी’ की कमी थी। उनके शरीर में न्यूट्रिएंट की मात्रा 20 नैनोग्राम प्रति मिलीमीटर (ल्लॅ/े’) थी। वहीं 14% लोगों में विटामिन ‘डी’ की मात्रा 20-30 ल्लॅ/े’ (नॉर्मल से कम), 17% में 30-40 ल्लॅ/े’ (नॉर्मल) और 16% में 40 ल्लॅ/े’ से ज्यादा (नॉर्मल से ज्यादा) थी। वैज्ञानिकों ने पाया कि 40 ल्लॅ/े’ से ज्यादा विटामिन ‘डी’ वाले मरीजों की तुलना में न्यूट्रिएंट की कमी वाले मरीजों में कोरोना संक्रमण गंभीर होने की आशंका 14 गुना ज्यादा होती है। टाइम्स आॅफ इजराइल से बात करते हुए रिसर्च में शामिल डॉ. अमील ड्रोर ने बताया कि विटामिन ‘डी’ हमारे शरीर की इम्यूनिटी को कायम रखने के लिए बेहद जरूरी है। जब कोरोना वायरस के कण हमारे सांस तंत्र पर अटैक करते हैं, तब विटामिन ‘डी’ की मदद से हमारा इम्यून सिस्टम इनसे लड़ता है। इस न्यूट्रिएंट की कमी होने पर इम्यून सिस्टम वायरस के सामने कमजोर पड़ जाता है। ड्रोर का कहना है कि यह ओमिक्रॉन के साथ-साथ कोरोना के सारे वैरिएंट्स के मामलों में समान काम करता है।
पहले से विटामिन ‘डी’ की कमी है तो कोरोना से मौत का खतरा ज्यादा
इस रिसर्च में वैज्ञानिकों ने कोरोना मरीजों की विटामिन ‘डी’ की हिस्ट्री को एनालाइज भी किया। उनके अनुसार, जिन मरीजों को हमेशा से ही विटामिन ‘डी’ की कमी रहती है, उन्हें कोरोना का गंभीर संक्रमण होने के साथ ही मौत का खतरा भी ज्यादा होता है। विटामिन ‘डी’का सबसे बड़ा सोर्स सूरज की रोशनी है। कम से कम 30 मिनट रोजाना धूप में बैठें। इसके अलावा मछली, एनिमल फैट, संतरे का जूस, दूध और अनाज का सेवन करने से ये कमी दूर हो सकती है। डॉक्टर्स के अनुसार हमारे 85% भोजन का भाग सब्जी, सलाद, दाल, दही, फल व सूप होना चाहिए। वैज्ञानिकों की मानें तो डार्क स्किन वाले लोगों में मेलानिन (एक स्किन पिगमेंट) ज्यादा होता है, जिससे शरीर में विटामिन ‘डी’ कम बनता है। इसलिए उन्हें धूप में ज्यादा समय रहना चाहिए।