ENC नरेंद्र कुमार के खिलाफ मुख्यमंत्री कार्यालय ने जांच के आदेश दिए
भोपाल
लोक निर्माण विभाग के ENC नरेंद्र कुमार के खिलाफ शिकायत पर मुख्यमंत्री कार्यालय ने जांच के आदेश दिए हैं। उन पर आरोप है कि उनके बेटे और पत्नी के नाम से रजिस्टर्ड कंपनी पीडब्ल्यूडी के ठेकेदारों के यहां काम कर रही है। शिकायतकर्ता ने अनुरोध किया है कि इस कंपनी को तत्काल PWD में काम करने से बैन किया जाए।
नियमों को ताक पर रखकर PWD के इंजीनियर इन चीफ ENC के प्रभार पर बिठाये गए नरेंद्र कुमार की शिकायत मुख्यमंत्री कार्यालय को हुई है। भोपाल के इंजीनियर अमित कुमार साहू ने मुख्यमंत्री को भेजी गई शिकायत में लिखा है कि पीडब्ल्यूडी के प्रमुख अभियंता के पद पर कार्यरत नरेंद्र कुमार की कंपनी हाइटेक सिविल टेस्ट लैब्स प्राइवेट लिमिटेड एक NBAL मैटेरियल टेस्टिंग लैबोरेट्री है जो नरेंद्र कुमार के बेटे राकेश वर्मा और पत्नी गीता वर्मा के नाम से रजिस्टर्ड है। यह कंपनी पीडब्ल्यूडी में कार्यरत ठेकेदारों, डीपीआर कंसल्टेंट, ब्रिज कॉन्टैक्टर के पास डायरेक्ट और इनडायरेक्ट रूप में कार्यरत है। शिकायतकर्ता ने लिखा है कि नरेंद्र कुमार PWD के विभिन्न पदों पर रह चुके हैं और वर्तमान में शीर्ष पद यानि प्रमुख अभियंता ENC के पद पर कार्यरत हैं। ऐसे में वे पद का प्रयोग कर अपनी कंपनी को काम दिलाने के लिए ठेकेदारों को डायरेक्ट और इनडायरेक्ट रूप में प्रभावित कर रहे हैं। मुख्यमंत्री से निवेदन किया गया है कि नरेंद्र कुमार के प्रमुख अभियंता या अन्य महत्वपूर्ण पद पर बने रहने तक उनकी कंपनी को किसी भी ठेकेदार, डीपीआर कंसल्टेंट, ब्रिज कांट्रेक्टर के पास डायरेक्ट और इनडायरेक्ट कार्य न करने हेतु आदेश जारी किया जाए।
मुख्यमंत्री से यह भी निवेदन किया गया है कि मामला कार्य की गुणवत्ता को सीधे तौर पर प्रभावित करता है और यह पद के दुरुपयोग का भी मामला है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने इस शिकायत को गंभीरता से लेते हुए कंपनी को काम न करने देने के लिए PWD को पत्र लिखा है। अब इस पूरे मामले की जांच लोक निर्माण विभाग के अपर सचिव कर रहे हैं।