कलेक्टर ने सरकार की प्राथमिकता के साथ किए अतिरिक्त इंतजाम, बनाया कोविड केयर सेंटर
सिंगरौली
कोरोना के तीसरी लहर के संक्रमितों की संख्या में तेजी से हो रहे इजाफे को देखते हुए सिंगरौली कलेक्टर राजीव रंजन मीणा ने सरकार के निर्देशों का पालन करने के साथ जिला स्तर पर अतिरिक्त ऐहतिहात बरतने का काम भी किया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर जिला स्तर पर कोविड केयर सेंटर खोलने और ब्लाक स्तर पर इसके लिए एसडीएम के माध्यम से स्थान तलाश कराने के साथ पंचायत स्तर पर भी इसकी तैयारी शुरू कराई है।
मीणा ने कहा कि पंचायतों में ग्रामीण जन को कोरोना होने पर इधर उधर भटकना नहीं पड़े, इसलिए स्थानीय स्तर पर कोविड केयर सेंटर खुलवाने की तैयारी की जा रही है ताकि संक्रमितों को वहां रोका जा सके। कलेक्टर सिंगरौली मीणा बताते हैं कि कोरोना संक्रमितों को उपचार के इंतजाम के साथ उनके आइसोलेशन की व्यवस्था में जिले के अफसरों की टीम लगी है। अब यहां जिला स्तर पर आरटीपीसीआर लैब हो गई है। इसलिए रीवा में जांच के लिए सैंपल भेजने के बजाय अब लोकल स्तर पर जांच की सुविधा शुरू हो रही है और जल्द रिपोर्ट आने से कोविड मरीजों की पहचान की जा सकेगी। उन्होंने कहा कि जिले में अस्पतालों की बेड कैपिसिटी बढ़ाने का काम भी हुआ है। 3600 लीटर प्रति मिनट के सात आक्सीजन प्लांट यहां लगे हैं। 15 आईसीयू, 55 नए आईसीयू बेड की व्यवस्था भी कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर की गई है।
कलेक्टर मीना बताते हैं कि शुरुआत में वैक्सीनेशन में परेशानी हो रही थी। इसके लिए क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी, क्षेत्रीय नेताओं धर्मगुरुओं की मदद ली गई तो आदिवासी क्षेत्रों के लोग वैक्सीन लगवाने के लिए आगे आने लगे हैं और अब इस काम में तेजी आती जा रही है। जिले के पास माइनिंग फंड और आकांक्षी जिला योजना के अंतर्गत मिल रहे फंड का इस्तेमाल स्वास्थ्य, शिक्षा और विकास के कार्यों पर कर रहे हैं। यहां शिक्षकों की भारी कमी है। ऐसे में दसवीं और बारहवीं के स्टूडेंट्स की पढ़ाई स्मार्ट क्लास के माध्यम से पूरी कराने का प्रयोग किया जा रहा है।