भोपालमध्य प्रदेश

राज्यपाल पटेल करेंगे 48वाँ खजुराहो नृत्य समारोह का शुभारंभ

भोपाल

राज्यपाल मंगुभाई पटेल आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर मनाये जा रहे अमृत महोत्सव मेंविश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल खजुराहो में 48वाँ 'खजुराहो नृत्य समारोह-2022' का शुभारंभ करेंगे। पर्यटन, संस्कृति और अध्यात्म मंत्री सुउषा ठाकुर, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री ओम प्रकाश सखलेचा और सांसद विष्णु दत्त शर्मा भी उपस्थित रहेंगे। प्रमुख सचिव संस्कृति एवं पर्यटन शिव शेखर शुक्ला ने बताया कि 48वाँ 'खजुराहो नृत्य समारोह 20 से 26 फरवरी 2022 तक होगा। समारोह पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी मंदिर प्रांगण की आभा बनेगा। यह भगवान की भक्ति और नृत्य का बेजोड़ संगम होगा। नृत्य समारोह में देश एवं विश्व के विख्यात कलाकार अपनी नृत्य प्रस्तुतियाँ देंगे। नृत्य के लिए राष्ट्रीय कालिदास सम्मान और मध्यप्रदेश राज्य रूपंकर कला पुरस्कार भी समारोह में प्रदान किए जाएँगे।

समारोह में भारतीय नृत्य-शैलियों के सांस्कृतिक परिदृश्य एवं कला-यात्रा की प्रदर्शनी कथक पर एकाग्र-नेपथ्य, भारत सहित विश्व के अन्य देशों की कला प्रदर्शनी आर्ट-मार्ट, कलाकार और कलाविदों का संवाद-कलावार्ता, वरिष्ठ चित्रकार लक्ष्मीनारायण भावसार की कला अवदान पर एकाग्र प्रदर्शनी- प्रणति, देशज ज्ञान एवं परम्परा का मेला-हुनर के साथ कला परंपरा और कलाकारों पर केन्द्रित फिल्मों का उपक्रम-चलचित्र जैसे प्रमुख आयोजन होंगे।

प्रमुख सचिव शुक्ला ने बताया कि संस्कृति विभाग की उस्ताद अलाउद्दीन खां संगीत एवं कला अकादमी मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद के साथ मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण और जिला प्रशासन छतरपुर के संयुक्त प्रयास से नृत्य समारोह का आयोजन किया जा रहा है। समारोह में इस वर्ष 'महिलाओं के लिये सुरक्षित पर्यटन परियोजना' में महिलाओं के लिए 20 फरवरी को 5 किलोमीटर की 'दिल खोल के घूमो' मैराथन भी होगी। इसका उद्देश्य "हिंदुस्तान के दिल में आप सेफ हैं" के स्लोगन से पर्यटन स्थलों में महिलाओं में सुरक्षा की भावना उत्पन्न करना है।

प्रमुख सचिव शुक्ला ने बताया कि खजुराहो नृत्य समारोह की शुरुआत 1975 में मंदिर प्रांगण से ही हुई थी। आरंभ के दो-तीन वर्षो बाद ही इसे मंदिर प्रांगण में करने की अनुमति नहीं मिली, जिसके परिणामस्वरूप यह समारोह बाहर मैदान में किया जाने लगा। उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष संस्कृति विभाग की इस कार्यक्रम को मंदिर प्रांगण में कराने की कोशिश को सफलता मिली और इस वर्ष भी यह समारोह मंदिर प्रांगण में ही किया जाएगा।

राष्ट्रीय कालिदास सम्मान और राज्य रूपंकर कला पुरस्कार

राष्ट्रीय कालिदास सम्मान, नृत्य के लिए सुनयना हजारी लाल को वर्ष 2019-20 और शांता-वी.पी. धनंजयन को वर्ष 2020-21 के लिए प्रदान किया जाएगा। साथ ही राज्य रूपंकर कला पुरस्कार वर्ष 2022 के लिए प्रदान किए जाएँगे एवं उनकी कृतियों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी।

सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ पर्यटन गतिविधियों का लें आनंद

प्रमुख सचिव शुक्ला ने बताया कि प्रदेश की संस्कृति, पर्यटन का प्रमुख आधार है। सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद लेने के साथ कला प्रेमी पर्यटन का लुफ्त भी उठाएँगे। पर्यटन विभाग ने पर्यटकों के लिए क्षेत्र विशेष की संस्कृति, धरोहर, परंपराओं, रीति-रिवाजों और खान-पान से रू-ब-रू कराने सभी आवश्यक इंतजाम किए है। उत्सव में हेरिटेज रन, ग्लेम्पिंग विलेज टूर, वाटर राफ्टिंग, ई बाइक टूर, खजुराहो के आस-पास भ्रमण जैसी रोचक गतिविधियों में हिस्सा लेने के साथ स्थानीय संस्कृति, कला और स्थानीय बुंदेली व्यंजनों के स्वाद से पर्यटक परिचित होंगे।

खजुराहो नृत्य समारोह में होगी आकर्षक नृत्य प्रस्तुतियाँ

खजुराहो नृत्य समारोह के पहले दिन 20 फरवरी को स्व. पंडित बिरजू महाराज के शिष्य कलाश्रम नई दिल्ली द्वारा कत्थक समूह और शांता-वी.पी. धनंजयन और साथियों द्वारा भरतनाट्यम समूह नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी। दूसरे दिन सुजाता महापात्रा भुवनेश्वर द्वारा ओडीसी, निरुपमा राजेंद्र बेंगलुरु द्वारा भरतनाट्यम कथक समागमा और जयरामा राव एवं साथी दिल्ली द्वारा कुचिपुड़ी समूह नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी। समारोह के तीसरे दिन 22 फरवरी को नीना प्रसाद त्रिवेंद्रम द्वारा मोहिनीअट्टम, पार्श्वनाथ उपाध्याय बेंगलुरु द्वारा भरतनाट्यम समूह और टीना तांबे मुंबई द्वारा कथक नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी। चौथे दिन सोनिया परचुरे मुंबई द्वारा कत्थक, कलामंडलम सुनील एवं पेरिस लक्ष्मी कोट्टायम केरल द्वारा कथकली-भरतनाट्यम, रागिनी नगर नई दिल्ली द्वारा कथक और दानुका अर्यावंसा श्रीलंका द्वारा उदारता नेतुमा नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी। समारोह के पाँचवे दिन वसंत किरण एवं साथी कादिरी आंध्र प्रदेश द्वारा कुचिपुड़ी समूह नृत्य, शर्वरी जमेनिस और साथी पुणे द्वारा कथक और संध्या पूरेचा एवं साथी मुंबई द्वारा भरतनाट्यम समूह नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी। छठवें दिन 25 फरवरी को देविका देवेंद्र एस मंगलामुखी जयपुर द्वारा कथक, रुद्राक्ष फाउंडेशन भुवनेश्वर द्वारा ओडिसी समूह और नयनिका घोष एवं साथी दिल्ली द्वारा कथक समूह नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी। खजुराहो नृत्य समारोह के अंतिम दिन 26 फरवरी को श्वेता देवेंद्र एवं क्षमा मालवीय भोपाल द्वारा भरतनाट्यम-कथक, तपस्या इंफाल द्वारा मणिपुरी समूह और शमा भाटे एवं साथी पुणे द्वारा कथक समूह नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी।

सभी कलाप्रेमी और पर्यटक हैं आमंत्रित

प्रमुख सचिव शुक्ला ने सभी कला प्रेमियों, पर्यटकों और आमजनों को वैश्विक स्तर के खजुराहो नृत्य समारोह का हिस्सा बनने के लिए सादर आमंत्रित किया है। भारतीय शास्त्रीय नृत्य शैलियों पर केन्द्रित यह देश का शीर्षस्थ समारोह है, जो राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त है। समारोह में सभी दर्शकों का प्रवेश निःशुल्क रहेगा। समारोह का सीधा प्रसारण कल्चर डिपार्टमेंट के यूट्यूब और खजुराहो डांस फेस्टिवल के फेसबुक पेज एवं यूट्यूब पर किया जाएगा।

 

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