IPS काडर रिव्यू फिर नया प्रस्ताव, पुलिस कमिश्नर के लिए मांगे 16 नये पद, कुल 29 पद बढ़ेंगे
भोपाल
मध्यप्रदेश में पुलिस कमिश्नर सिस्टम लागू किए जाने के बाद अब मध्यप्रदेश सरकार ने एक बार फिर केन्द्रीय गृह मंत्रालय को नये सिरे से आईपीएस कॉडर रिव्यू का प्रस्ताव भेजा है। नये प्रस्ताव में भोपाल और इंदौर में पुलिस कमिश्नर के लिए आईजी रैंक के दो नये पद मांगे गए है। राज्य सरकार के नये प्रस्ताव में कुल 21 पद समर्पित कर 29 नये पद मांगे गए है। इस प्रस्ताव को मंजूरी मिली तो मध्यप्रदेश में आईपीएस कॉडर में सीनियर ड्यूटी पोजीशन के पद 166 से बढ़कर 174 हो जाएगे।
मध्यप्रदेश सरकार ने केन्द्रीय गृह मंत्रालय को आईपीएस कॉडर रिव्यू के लिए पहले 171 पदों का प्रस्ताव भेजा था। इस प्रस्ताव को भेजे जाने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर मध्यप्रदेश में पुलिस कमिश्नर सिस्टम लागू किया गया है। प्रदेश के भोपाल और इंदौर में पुलिस कमिश्नर सिस्टम लागू किए जाने के बाद इसके हिसाब से एमपी के आईपीएस कॉडर रिव्यू प्रस्ताव में फिर बदलाव की जरुरत महसूस की जा रही थी। पिछले प्रस्ताव में सीनियर ड्यूटी पोस्ट 166 से बढ़ाकर 171 करने का प्रस्ताव भेजा गया था। अब इसमें फिर बदलाव किया गया है। अब मध्यप्रदेश के गृह मंत्रालय ने कुल 174 पदों का प्रस्ताव बनाकर केन्द्रीय गृह मंत्रालय को भेजा है।
दो कमिश्नर सहित सोलह पद बढ़ेंगे
भोपाल और इंदौर में पुलिस कमिश्नर सिस्टम लागू हो चुका है। आईपीएस कॉडर रिव्यू के नये प्रस्ताव में भोपाल और इंदौर के लिए कमिश्नर के आईजी रैंक के दो नये पद मांगे गए है। इसके अलावा दोनो स्थानों के लिए एडिशनल कमिश्नर पुलिस के डीआईजी रैंक के दो-दो पद मांगे गए है। इसके अलावा भोपाल और इंदौर में डीसीपी के दस पदों के लिए पुलिस अधीक्षक स्तर के कुल दस नये पद मांगे गए है।
21 पद समर्पित कर 29 नये पद मांगे
आईपीएस कॉडर रिव्यू के नये प्रस्ताव में राज्य सरकार ने गैर जरूरी 21 पदों को समर्पित करने का प्रस्ताव दिया है। इनके स्थान पर 29 नये पद मांगे गए है। इस तरह मौजूदा कॉडर में सीनियर ड्यूटी पोस्ट 166 से बढ़कर 174 हो जाएंगी। इसमें आईजी रैंक के दो पद, डीआईजी रैंक के चार पद और एसपी रैंक के दस नये पद हो जाएंगे। जो पद समर्पित किए जाएंगे उनमें आईजी जेएनपीए सागर, आईजी पीटीआरआई, ईओडब्ल्यू में डीआईजी का पद इसके अलावा टिगरा, रीवा और सागर में एसपीएस ट्रेनिंंग सेंटर के पद समर्पित किए जाएंगे।