सीहोर। जिले के जाबांज जितेंद्र कुमार वर्मा केे इंतजार में दिनभर उनके परिजन सहित गांव केे लोग नम आंखों से उनका इंतजार करते रहे। हर किसी को अपने लाल का बेसर्बी से इंतजार था और हर कोेई सिर्फ यह खबर सुनने के लिए बेताब था कि उनका जाबांज गांव आ गया है। समाचार लिखे जाने तक जितेंद्र कुमार वर्मा की पार्थिव देह को लेकर ये असमंजस बना रहा कि शनिवार को भी उनकी देह आएगा या नहीं। हालांकि प्रशासन ने उनकी अंतिम यात्रा एवं अंतिम संस्कार को लेकर सभी तैैयारियां कर ली हैं। धामंदा (अमलाह) में अस्थाई हैलीपेड भी बनाया गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी उनकी अंतिम यात्रा मेें शामिल हो सकते हैं।
तमिलनाडू के नीलगिरी जिले के कुन्नूर में क्रेश हुए हैलीकाप्टर में मध्यप्रदेश के सीहोर जिले के जाबांज जितेंद्र कुमार वर्मा का भी निधन हो गया था। दुर्घटना इतनी भीषण थी कि सभी के शव बुरी तरह से झुलस गए। इसके कारण उनकी पहचान भी ठीक से नहीं हो पा रही है। इसके चलते डीएनए टेस्ट भी कराया जा रहा है। जितेंद्र कुमार वर्मा के परिजनों का भी सैंपल लेकर सेना की टीम गुरूवार कोे धामंदा से दिल्ली पहुंची। उम्मीद थी कि शुक्रवार को उनकी डीएनए रिपोर्ट आने के बाद शाम तक उनकी पार्थिक देेह उनके पैतृक गांव धामंदा (अमलाह) पहुंच जाएगी, लेकिन डीएनए रिपोर्ट नहीं आने केे कारण जितेेंद्र कुमार वर्मा की देह नहीं लाई जा सकी। उम्मीद है कि शनिवार को उनका पार्थिक शरीर धामंदा पहुंचेगा।
अभाविप ने दी श्रद्धांजलि- फोटो