कुख्यात और आदतन बदमाशों को अपराध करना अब पड़ सकता है भारी
भोपाल
कुख्यात और आदतन बदमाशों को अपराध करना अब भारी पड़ सकता है। उनके हर केस की मॉनिटरिंग अब सीधे पुलिस अधीक्षक करेंगे। इन्हें इनके अपराधों की सजा दिलाने के लिए पुलिस अधीक्षकों को जिला अभियोजन अधिकारियों के साथ बैठक करना होगी। इस तरह का प्रस्ताव पुलिस मुख्यालय में बनाया जा रहा है।
सूत्रों की मानी जाए तो प्रदेश के कुछ जिलों में कुख्यात और आदतन अपराधियों के प्रकरणों में हर हाल में सजा दिलाने का प्रस्ताव पुलिस मुख्यालय में बनाया गया है। इस प्रस्ताव में पुलिस अधीक्षक अपने जिले की ऐसे बदमाशों की सूची जिला अभियोजन अधिकारियों तक पहुंचाने का काम करेंगे। इसके बाद इन बदमाशों को लेकर पुलिस अधीक्षक और जिला अभियोजन अधिकारियों के बीच बैठक भी होगी। जिसमें जांच के दौरान जो-जो कमी रह गई है, उसे पूरा किया जाएगा। यदि इनमें से किसी का समंस या वारंट जारी हुआ है तो पुलिस अधीक्षक प्राथमिकता के साथ संबंधित थाने के प्रभारी को तामिली करवाने का निर्देश देंगे और समय-समय पर तामिली को लेकर थाने से अपडेट लेंगे।
बताया जाता है कि डीजीपी के निर्देश पर कुख्यात बदमाश और आदतन अपराधियों के मामलों की समीक्षा की गई, जिसमें यह पाया गया कि कई बार कमजोर पैरवी और पुलिस एवं अभियोजन के अफसरों में तालतेल नहीं होने से ऐसे अपराधी सजा से मुक्त हो जाते हैं। इसलिए अब पुलिस मुख्यालय ऐसी व्यवस्था चाहता है कि ऐसे बदमाशों के मामलों और अपराधों की जानकारी पुलिस अधीक्षक तक रहे ताकि वे उन पर नकेल कसने का काम कर सकें।