जम्मू-कश्मीर में इस साल मारे गए 24 आतंकी, कोई आम नागरिक नहीं बना निशाना

श्रीनगर
पिछले डेढ़ महीनों में जम्मू-कश्मीर में मारे जाने वाले आतंकियों की संख्या में लगभग दोगुना का इजाफा हुआ है। जनवरी से लेकर 15 फरवरी के बीच यहां लगभग 24 आतंकी मारे गए हैं जिसमें से कई विदेशी आतंकवादी भी शामिल हैं। वहीं अगर आधिकारिक आंकड़ों की बात करें तो पिछले साल इसी अंतराल में 8 आतंकी मारे गए थे।
पिछले साल जम्मू-कश्मीर पुलिस के ऊपर हुए आतंकी हमले और आम नागरिकों को निशाना बनाने की वजह से ऑपरेशन तेज हो गए और परिणाम यह हुआ कि बड़ी संख्या में आतंकी ढेर कर दिए गए। इस साल के पहले दो महीनों में पांच सुरक्षाबलों के जवान भी शहीद हुए। वहीं आधिकारिक आंकड़े बताते हैं कि किसी आम नागरिक कि इस दौरान हत्या नहीं हुई।
साल 2021 में 193 आतंकवादी मारे गए थे वहीं 2020 में 232 आतंकियों को मार गिराया गया था। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बताया कि अब सुरक्षाबलों के बीच पहले से ज्यादा अच्छा समन्वय देखने को मिल रहा है। 29 जनवरी को जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के पांच आतंकी बडगाम और पुलवामा के ऑपरेशन में मारे गए थे।
बाद में पुलिस ने आतंकियों की पहचान जैश कमांडर जाहिद वानी, पाकिस्तानी आतंकी वाहिद अहमद रिशी और दो स्थानीय निवासी कफील उर्फ छोटा पाकिस्तानी और इनायतुल मीर के रूप में हुई थी। शुक्रवार को गृह मंत्री ने उपतराज्यपाल मनोज सिन्हा और सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा को लेकर समीक्षा बैठक भी की। साल 2018 में जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों के 91 जवान शहीद हुए थे वहीं 2021 में 42 जवानों की जान गई।