पिछले एक साल में कोरोना वैक्सीन से हुई 9 लोगों की मौत, सरकारी रिपोर्ट में खुलासा
नई दिल्ली
टीकाकरण के बाद प्रतिकूल घटनाओं (AEFI) पर स्वास्थ्य मंत्रालय की राष्ट्रीय समिति के अनुसार फरवरी 2021 के बाद से अब तक दिए गए कोविड टीकों की लाखों खुराक में मौत के सिर्फ नौ मामले सामने आए हैं। बता दें कि जीवन रक्षक कोरोना वैक्सीन की करोड़ों खुराकें देश में लगाई जा चुकी हैं।
समिति के मुताबिक, कोरोना वैक्सीन की वजह से हुईं इन नौ मौतों में से, प्रत्येक दो मौतें टीके से संबंधित रिएक्शन से हुईं, जिसे तेलंगाना, महाराष्ट्र और जम्मू-कश्मीर में ए1 के रूप में वर्गीकृत किया गया था और केरल, हरियाणा और चंडीगढ़ में एक-एक मौत हुई थी। हताहतों में से आठ कोविशील्ड और एक कोवाक्सिन से जुड़े थे। रिपोर्ट के मुताबिक, नौ मौतों में से प्रत्येक का कारण एनाफिलेक्सिस, थ्रोम्बिसिस और थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम जैसे वैक्सीन साइड इफेक्ट के रूप में बताया गया। विशेषज्ञों का कहना है कि एनाफिलेक्सिस की अनुमानित घटना फ्लू के टीके की प्रति मिलियन खुराक में 1.3 है।
रिपोर्ट में कहा गया है, "कुल मिलाकर, टीकाकरण के लाभ उससे होने वाले नुकसान के छोटे जोखिम की तुलना में बहुत अधिक हैं। एहतियाती उपाय के रूप में, नुकसान के सभी उभरते संकेतों को लगातार ट्रैक किया जा रहा है और समय-समय पर समीक्षा की जा रही है।" इस साल फरवरी 2021 और इस साल मार्च के बीच समिति द्वारा तैयार AEFI पर रिपोर्ट की एक सीरीज से TOI द्वारा डेटा लिया गया था, जिसके आधार पर यह जानकारी सामने आई है। भारत ने पहली, दूसरी और बूस्टर खुराक सहित 186 करोड़ वैक्सीन शॉट्स दिए हैं।