देश

 सिसोदिया के बाद क्या अरविंद केजरीवाल तक जा पहुंचेगी दिल्ली शराब घोटाले की आंच  

नई दिल्ली । दिल्ली के कथित शराब घोटाले में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल वह सीबीआई की रिमांड पर हैं। सिसोदिया से सीबीआई की पूछताछ के बीच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी सिसोदिया और आम आदमी पार्टी के दूसरे पदाधिकारियों के खिलाफ अपने केस को मजबूत करने में जुटी है। सूत्रों का कहना है कि सिसोदिया की गिरफ्तारी का रास्ता ईडी उस जांच के बाद खुला जिसमें जांच एजेंसी ने 100 करोड़ रुपए की रिश्वत का मनी ट्रेल (पैसा कहां से कहां गया) पता लगाया। बताया जाता है कि दिल्ली के डिफेंस कॉलोनी स्थित एक घर के बेसमेंट से दो सर्वर मिले थे।
इसकी जांच से दिल्ली की आबकारी नीति में शराब कारोबारियों की भूमिका का पता चला। एक रिपोर्ट के मुताबिक, इन दो सर्वर से मिली जानकारी ने मनी ट्रेल का पता लगाने में सबसे अहम भूमिक निभाई। एजेंसी सूत्रों ने दावा किया है कि 100 करोड़ की रिश्वत में से कम से 30 करोड़ रुपए सीधे तौर पर आप पदाधिकारियों को दिए गए। पिछले सप्ताह दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के पीए से पूछताछ की गई। बिभव कुमार और हाल ही में डायलॉग एंड डिवेलपमेंट कमीशन ऑफ दिल्ली के प्रमुख पद से हटाए गए जैस्मीन शाह से पूछताछ ईडी की ओर से पता लगाए गए मनी ट्रेल के बाद ही हुई है।
रिपोर्ट में एक सूत्र के हवाले से कहा गया है हम पैसे का ओर छोर पता लगा रहे हैं। उन्होंने अरविंद केजरीवाल से पूछताछ की संभावना को खारिज नहीं किया है। एजेंसी ने पिछले महीने अपनी सप्लीमेंट्री चार्जशीट में कहा था कि सिसोदिया के सचिव रहे नौकरशाह सी अरविंद ने घोटाले में केजरीवाल की भूमिका का आरोप लगाया है। ईडी ने एक आरोपी के हवाले से कहा, विजय नायर ने इंडोस्प्रिट के मालिक समीर महेंद्रू से अरविंद केजरीवाल की बात कराई थी। फेसटाइम के जरिए हुई वीडियो कॉल में केजरीवाल ने समीर से कहा था कि विजय नायर उनका आदमी है और उस भरोसा कर सकते हैं। 
ईडी की चार्जशीट में आगे कहा गया है कि सी अरविंद को मनीष सिसोदिया ने अरविंद केजरीवाल के आवास पर बुलाया था जहां सत्येंद्र जैन भी मौजूद थे। होलसेल बिजनेस को निजी हाथों में देने और प्रॉफिट मार्जिन 12 फीसदी तय (6 फीसदी वापस लेने) करने में साजिश भी अरविंद के बयान से साफ होती है। सी अरविंद ने कहा मंत्री समूह की बैठक में इन दो बातों को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई थी। उन्होंने यह भी कहा कि पहली बार उन्होंने इन प्रस्तावों को जीओएम ड्राफ्ट रिपोर्ट में देखा था और उनको दिए गए दस्तावेज के आधार पर रिपोर्ट बनाने को कहा गया था।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button