देश

लद्दाख में आक्रामक चीन को अब भारत के इस कदम से लगेगी मिर्ची, दलाई लामा करेंगे दौरा

धर्मशाला
पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ जारी सीमा विवाद के बीच भारत एक बड़ा कदम उठाने जा रहा है। खबर है कि 'चीन के दुश्मन' दलाई लामा लद्दाख का दौरा कर सकते हैं। केंद्रीय तिब्बती प्रशासन ने कहा है कि दलाई लामा के इस साल जुलाई से अगस्त के बीच लद्दाख जाने की संभावना है।

दलाई लामा की यह यात्रा ऐसे समय में होगी जब भारत और चीन पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर आमने-सामने की स्थिति में हैं। बता दें कि चीन दलाई लामा को अपना दुश्मन मानता है और अक्सर उनकी लद्दाख यात्रा पर आपत्ति जताता रहा है। इससे पहले सबसे बड़े तिब्बती नेता ने 2018 में अपना 83 वां जन्मदिन भी लद्दाख में ही मनाया था। कोविड-19 महामारी के बाद यह उनकी पहली सार्वजनिक उपस्थिति होगी। दलाई लामा पिछले दो साल से धर्मशाला में अपने घर पर ही हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पूर्व सांसद और लद्दाख बौद्ध संघ के अध्यक्ष थुपस्तान चेवांग और ठिकसे मठ के थिक्से रिनपोछे ने दलाई लामा से उनके आवास पर मुलाकात कर उन्हें लद्दाख आने का निमंत्रण दिया था जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया। सोमवार सुबह लद्दाख के तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने दलाई लामा से विशेष भेंट की थी। इस दौरान थिक्से रिनपौचे ने लद्दाख में गर्मियों के महीनों में होने वाले धार्मिक कार्यक्रमों का हवाला देते हुए दलाई लामा को इनमें शामिल होने के लिए क्षेत्रों के लोगों की ओर से निमंत्रण दिया।

चीन करता रहा है विरोध
बता दें की चीन दलाई लामा के लद्दाख दौरा का विरोध करता रहा है। दलाई लामा का जन्म दिन 6 जुलाई को होता है। पिछले साल छह जुलाई को कुछ चीनी सैनिक और कुछ नागरिक लद्दाख के डेमचुक इलाके में सिंधु नदी की दूसरी ओर देखे गए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह घटना ऐसे समय में हुई थी जब भारतीय ग्रामीण बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा का जन्मदिवस मना रहे थे। इसके विरोध में चीनियों ने बैनर और अपना राष्ट्रीय ध्वज लहराया।  

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button