मूंगफली के व्यापार पर कोरोना का भी असर, हिसार में 100 करोड़ से 60 करोड़ रुपये तक पहुंचा
हिसार
कोरोना का मूंगफली के व्यापार पर भी खासा असर पड़ा है। चार साल पहले जहां हिसार में इसका व्यापार 100 करोड़ रुपये तक था वहीं अब यह 60 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। मूंगफली की पैदावार हमारे यहां काफी कम है। हम राजस्थान से मूंगफली मंगाकर दूसरे राज्यों का जायका बढ़ा रहे हैं। राजस्थान से चलकर वाया हिसार होते ही मूंगफली उत्तर पश्चिम भारत के कई राज्यों में पहुंचती है। उत्तर प्रदेश हो या जम्मू कश्मीर हर जगह हिसार की मंडी से ही मूंगफली की सप्लाई की जाती रही है। व्यापार पहले से हलल्का कम हुआ है मगर अब मार्केटिंग पर जोर दिया जा रहा है। इसका अंदाज इसी बात से लगाया जा सकता है कि अब मंडी में खुली मूंगफली बिकने के साथ इसकी पैकेजिंग और ब्रांडिंग पर भी जोर दिया जा रहा है। मूंगफली में कोई विशेष किस्म नहीं है बल्कि अच्छे और बड़े दाने की मूंगफली को काफी उच्च दामों में खरीदा व बेचा जाता है। तीन महीने का मूंगफली का व्यापार स्थानीय व्यापारियों के लिए जीविकोपार्जन का अच्छा माध्यम बना हुआ है। लाेहड़ी से पहले हिसार की अनाजमंडी में मूंगफलियों की ढेरियां लग जाती हैं। मंडी में हर वर्ष राजस्थान से लाखों क्विंटल मूंगफली हिसार में आती है। इसके बाद यह मूंगफली छंटाई होने के बाद अलग- अलग भाव में दूसरे प्रदेशों में सप्लाई की जाती है। हालांकि इस बार कोरोना की तीसरी लहर के कारण मूंगफली का कारोबार मंदा रहा है।
यहां से आती है हिसार में मूंगफली
अनाज मंडी में राजस्थान, झुंझनू और बीकानेर समेत कई जिलों से मूंगफली आती है। हिसार की अनाज मंडी में इन ढेरियों की शार्टिंग (छंटाई) की जाती है। जिसमें हल्के दाने और बड़े दाने को अलग-अलग किया जाता है। हल्के दाने की मूंगफली पांच से छह हजार रुपये प्रति क्विंटल तो बड़े दाने की मूंगफली सात हजार रुपये प्रति क्विंटल तक बिक जाती है। इसके साथ ही बड़े दानों की मूंगफली को लोहड़ी और मकर संक्रांति से पहले अच्छी पैकेजिंग और ब्रांडिंग के बाद शहरों में स्थित बड़े मालों में भी सप्लाई किया जाता है। इसके साथ ही गिफ्ट के रूप में भी इनकी पैकिंग हो रही है।
जम्मू कश्मीर तक होती है सप्लाई
हरियाणा व्यापार मंडल के अध्यक्ष बजरंग दास गर्ग बताते हैं कि राजस्थान की मूंगफली हिसार की अनाज मंडी में उतरकर उत्तर प्रदेश, पंजाब, दिल्ली औश्र जम्मू कश्मीर तक की भेजी जाती है। हालांकि इस बार कारोबार कोराेना की तीसरी लहर के कारण कारोबार मंदा रहा। लोहड़ी से पहले ही कोरोना ने दस्तक दे दी, इससे कारोबार कुछ हल्का हुआ है।
ठंड से बचाने में लाभकारी
मूंगफली कई पोषक तत्वों से भरपूर है। इसमें विटामिन, मिनिरल व अन्य पोषक तत्व होते हैं जो शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं और ठंड से भी बचाते हैं। मूंगफली में करीब 25 से 30 प्रतिशत प्रोटीन की मात्रा होती है, जबिक मांस और मछली में यह मात्रा 10 से 15 प्रतिशत तक ही होती है।
हरियाणा के कुछ जिलों में भी होती है खेती
ज्यादातर मूंगफली राजस्थान की ही हरियाणा में आती है लेकिन हरियाणा में भी कुछ ऐसे जिले जहां पर रेतीली भूमि है वहां पर भी मूंगफली की जाती है। मगर यह अधिक नहीं है। राजस्थान से सटे क्षेत्र में तेल का कारोबार करने वाले व्यापारी यहां से मूंगफली खरीद कर ले जाते हैं। मूंगफली कारोबारी बताते हैं कि हरियाणा की मूंगफली तेल के मामले में राजस्थान से बेहतर है। हालांकि खाने के लिहाज से राजस्थान की मूंगफली अधिक स्वादिष्ट है।