दुर्गा फाइटर नक्सल इलाके में उतरी, कैम्प स्थापित करने में निभाई अहम भूमिका
सुकमा
सुकमा जिले के नक्सल प्रभावित इलाकों कारीगुंडम व कोलाइगुड़ा में पहली बार कैंप स्थापित किए गए जिसमें दुर्गा फाइटर ने अहम भूमिक निभाई। उन्होंने हाथों में एके 47 लेकर मोटरसाइकिल पर सवार होकर गश्त लगाई। एसपी सुनील शर्मा ने बताया कि नक्सल मोर्चे पर तैनाती को लेकर वे काफी उत्साहित थीं। अब दुर्गा फाइटर नये साल में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात करेंगी। मुख्यमंत्री जवानों से बातचीत करेंगे जिसमें इन महिला कमांडो को भी भेजा जाएगा। बता दें कि कोलाइगुड़ा व करिगुंडम जैसे इलाके नक्सली काफी ज्यादा सक्रिय हैं। यहां नक्सलियों की बटालियन काम करती है इन इलाकों में जिला पुलिस ने दो नए कैंप स्थापित किए जिनमें दुर्गा फाइटर की महिला कमांडो ने अहम भूमिका निभाई है। गश्त से लेकर कैंप सुरक्षा व रोड़ ओपनिंग जैसी जिम्मेदारी बहादुरी के साथ निभाई हैं। करीब 25 सदस्यों की टीम दुर्गा फाइटर में काम करती है, जिन्होंने दोनों कैंपों में सुरक्षा व कैंप स्थापित करने के लिए जंगलों में ड्यूटी की। इस दौरान उनके साथ सुरक्षा बलों के जवान भी तैनात थे।
कब हुआ था दुर्गा फाइटर का गठन?
पिछली रक्षाबंधन पर एसपी सुनील शर्मा द्वारा दुर्गा फाइटर का गठन किया गया था। इसमें जिले की महिला कमांडो अपनी मर्जी से सदस्य बनी थीं। दुर्गा फाइटर का कई बार उपयोग किया गया, लेकिव पहली बार घोर नक्सली इलाके में इनको तैनात किया गया।
मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगी महिला कमांडो
दुर्गा फाइटर की महिला कमांडो को रायपुर बुलाया गया है जहाे उनकी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ मुलाकात होगी। इस दौरान वे सीएम के साथ लंच भी करेंगी। उनके साथ अन्य जिलों से आए जवान भी रहेंगे।
नक्सल मोर्चे पर ड्यूटी को लेकर उत्साहित थी कमांडर
एसपी सुनील शर्मा ने बताया कि नक्सल मोर्चे पर ड्यूटी करने को लेकर दुर्गा फाइटर काफी उत्साहित थीं इसलिए उन्हें कैंप स्थापित करने के लिए भेजा गया था। उनकी बहादुरी व हौसले को देखते हुए वहां कैंप स्थापित किए गए।