तू डाल-डाल तो मैं पात-पात… की तर्ज पर लगातार ठिकाने बदल रहे हैं शराब कारोबारी
मखदुमपुर
कहावत है तू डाल-डाल तो मैं पात-पात। यह कहावत शराब माफिया और पुलिस के बीच चरितार्थ हो रहा है। सरकार के निर्देशानुसार शराबबंदी कानून की सफलता के लिए पुलिस के द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है। जहानाबाद जिले की स्थानीय पुलिस टीम के अलावे उत्पाद विभाग एवं स्पेशल टीम के द्वारा भी लगातार छापेमारी अभियान चलाई जा रही है। उसके बाद भी शराब का धंधा कुटीर उद्योग की तरह फल फूल रहा है। छापेमारी में प्रतिदिन जावा महुआ और अर्द्धनिर्मित शराब बरामद और नष्ट किए जा रहे हैं। लेकिन इसमें शामिल धंधेबाजों को पुलिस पकड़ने में नाकाम साबित हो रही है। इसकी वजह शराब धंधे से जुड़े लोगों का सतर्क हो जाना बताया जा रहा है। पहले लोग अपने घरों में या निजी जमीन में शराब बनाने का धंधा करते थे।
पुलिस की बढ़ती सक्रियता के कारण धंधे से जुड़े लोग भी सक्रिय हो गए हैं। अब अपने घरों के बजाय सरकारी जमीन, झाड़ी, फसलों के बीच, जलाशय या नदी के किनारे जावा महुआ छुपा कर रख रहे हैं। निजी जमीन पर या घर में पकड़े जाने पर गृह स्वामी पर कार्रवाई होती थी। लेकिन अब सरकारी जमीन में पकड़े जाने पर शराब माफियाओं की पहचान करना मुश्किल हो रही है। बिशुनगंज ओपी क्षेत्र में हाल के दिनों में बड़ी मात्रा में शराब फल्गु नदी किनारे, बराबर पहाड़ी क्षेत्र के जंगलों में या बधार में फसलो के बीच छुपा कर रखे हालत में बरामद किए गए हैं। मखदुमपुर थाना क्षेत्र में भी बाला बिगहा में, दरधा नदी में, नौगढ़ में, मोरहर नदी के किनारे पर बरामद किया गया है। अन्य जगहों पर भी छुपाने के लिए सरकारी जमीन या जलाशय का उपयोग किया जा रहा है।