मनी लॉन्ड्रिंगः अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर के घर पर ईडी का छापा
मुंबई
मंगलवार की सुबह अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के खिलाफ हाल ही में दर्ज मामले के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय यानी कि ईडी मुंबई और आसपास के इलाकों में तलाशी ले रहा है। इंडिया टुडे के मुताबिक सूत्रों ने कहा कि ईडी द्वारा जांच की जा रही मनी लॉन्ड्रिंग मामले में महाराष्ट्र का एक राजनेता भी जांच के घेरे में है। ईडी के अधिकारी छापेमारी के सिलसिले में दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर के आवास पर भी पहुंचे हुए हैं। बता दें कि हसीना पारकर की पहले ही मौत हो चुकी है। ईडी उन तमाम जगहों पर छापेमारी की कार्रवाई कर रही है, जो डॉन दाउद इब्राहिम के ठिकाने माने जाते हैं। माना जाता है कि दाऊद इब्राहिम ने 1980 के दशक में भारत से भागकर एक विशाल व्यापारिक साम्राज्य स्थापित किया था।
हाल ही में पंजाब में दाऊद इब्राहिम द्वारा नियंत्रित मुंबई अंडरवर्ल्ड संगठित अपराध सिंडिकेट की मौजूदगी मिली थी, जो इस बात का संकेत है कि पाकिस्तान की आईएसआई ने पंजाब में आतंक फैलाने के लिए अंडरवर्ल्ड का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। इस महीने की शुरुआत में, सुरक्षा एजेंसियों ने 1993 के मुंबई सीरियल ब्लास्ट के आरोपी और दाऊद इब्राहिम के करीबी सहयोगी अबू बकर को गिरफ्तार किया था। वह 29 साल की तलाशी के बाद यूएई में पकड़ा गया था।
बता दें कि दाऊद इब्राहिम एक पुलिस कांस्टेबल का बेटा है जो मुंबई पुलिस में था। उसने अपने अपराध जीवन की शुरुआत मुंबई के डोंगरी इलाके में गैंगवारों से की थी। डोंगरी में वह हाजी मस्तान के गिरोह के सदस्यों के संपर्क में आया और उसका गैंगवार शुरू हो गया। 1980 के दशक में, उसे पहले एक डकैती के मामले में गिरफ्तार किया गया था और बाद में उसके आपराधिक रिकॉर्ड में वृद्धि हुई। हाजी और पठान गिरोहों के बीच लड़ाई के कारण दाऊद अधिक शक्तिशाली और खतरनाक हो गया, जिसमें ज्यादातर अफगानिस्तान के प्रवासी शामिल थे।