नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में सितंबर में दुनिया के 20 प्रभावशाली देशों के प्रमुख इकट्ठा होने जा रहे हैं। इस जी—20 बैठक की तैयारियों और सुरक्षा को लेकर सरकारी एजेंसियां दिन रात एक किए हुए हैं। ऐसे में दिल्ली की दीवारों पर खालिस्तान के समर्थन में लिखे नारों ने सुरक्षाबलों की नींद हराम कर दी है।दिल्ली बनेगा खालिस्तान जैसे नारे प्रतिबंधित संगठन सिख फार जस्टिस एसएफजे की ओर से लिखे गए हैं। इस संगठन को कनाडा, ब्रिटेन और अमेरिका के सिख कट्टरपंथी चलाते हैं।
आखिर क्या लिखा है नारों में
दिल्ली मेट्रो स्टेशनों की दीवारों सहित कई सार्वजनिक स्थानों पर एसएफजे के नाम के साथ खालिस्तान जिंदाबाद, दिल्ली बनेगा खालिस्तान, खालिस्तान जनमत संग्रह जिंदाबाद, मोदी के भारत ने सिखों का नरसंहार किया जैसे विवादास्पद नारे लिखे हैं। दिल्ली पुलिस के अनुसार शिवाजी पार्क से पंजाबी बाग तक के मेट्रो स्टेशन के बीच कई स्थानों पर ये नारे लिखे गए। एसएफजे ने इन नारों के साथ समर्थकों का वीडियो भी जारी किया है। दिल्ली पुलिस ने जानकारी मिलने पर इन दीवारों की धुलाई करवाई।
पन्नू ने ली जिम्मेदारी
इस हरकत के लिए एसएफजे प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू ने जिम्मेदारी ली है। उसने अपनी पोस्ट में लिखा कि दिल्ली के प्रगति मैदान में जी—20 की लडाई शुरू हो गई है। सच्चे खालिस्तानियों ने दिल्ली के मेट्रो स्टेशन पर नारे लगाए हैं। ये जी—20 देशों के लिए एक संदेश है। इधर दिल्ली पुलिस ने कई धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।