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38 लाख की गौशाला बनकर तैयार, फिर भी सड़कों पर पशुधन

38 लाख की गौशाला बनकर तैयार, फिर भी सड़कों पर पशुधन

सीहोर-रेहटी। प्रदेशभर सहित सीहोर जिले की रेहटी तहसील में सड़कों पर घूमते आवारा पशुओं के लिए ग्राम पंचायतों में गौशाला बनाने की शुरुआत की गई थी। इसी कड़ी में रेहटी तहसील की ग्राम पंचायत चकल्दी में भी 38 लाख रुपए की लागत से गौशाला का निर्माण कार्य कराया गया है, लेकिन सुविधाओं के अभाव में अब तक गौशाला शुरू नहीं हो पाई है। अब ग्रामीणों ने चकल्दी में बनी गौशाला को लेकर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं एवं घटिया निर्माण कार्य को लेकर कलेक्टर, तहसीलदार सहित प्रशासन के अन्य अधिकारियों को ज्ञापन सौंपकर अवगत कराया गया है।
रेहटी तहसील की ग्राम पंचायत चकल्दी यूं तो हमेशा से चर्चाओं में रही है, लेकिन इस बार ग्राम पंचायत की चर्चा गौशाला निर्माण को लेकर की जा रही है। दरअसल तत्कालीन कांग्रेस शासनकाल में ग्राम पंचायतों में गौशाला निर्माण की शुरुआत कराई गई थी, लेकिन बाद में कमलनाथ सरकार गिर जाने के कारण गौशाला निर्माण का कार्य भी धीमा पड़ गया। भाजपा सरकार आई तो फिर से गौशाला निर्माण के कार्यों ने गति पकड़ी, लेकिन अब चकल्दी की गौशाला बनकर पूरी तरह तैयार है, लेकिन यहां पर लाईट, पानी की पर्याप्त सुविधाएं नहीं होने के कारण अब तक इसे शुरू नहीं कराया जा सका है। इधर ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने गौशाला निर्माण में जमकर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए अधिकारियों को इसके बारे में अवगत भी कराया है।
38 लाख की लागत से बनी है गौशाला-
चकल्दी स्थित गौशाला का निर्माण 38 लाख रुपए की लागत से कराया गया है। इस गौशाला में 100 गायों की क्षमता है। यहां पर गायों के लिए भूसा रखने का शेड सहित कुछ जगह खुली रखी गई है। हालांकि भूसा रखने वाले शेड सहित गायों के रहने वाले शेड में जो फर्श किया गया है उसका निर्माण बेहद घटिया हुआ है। वह हाथ से ही उखड़ने लगा है। इसके अलावा दीवारों में भी दरारें आने लगी है। भूसा रखने वाले शेड में भी पानी आता है, इसके कारण वहां रखा हुआ भूसा भी बारिश के पानी से पूरी तरह भीगकर खराब हो गया है। निर्माण कार्य भी उच्च श्रेणी का नहीं हुआ है। इसको लेकर ग्रामीण कहते हैं कि ऐसी स्थिति में गौशाला में कैसे मवेशियों को रखा जा सकता है।
सरकारी जमीन को कब्जे से निकालकर बनी है गौशाला-
ग्राम पंचायत चकल्दी में जिस स्थान पर गौशाला का निर्माण कार्य कराया गया है वह जगह वैसे तो सरकारी है, लेकिन इस पर ग्रामीणों का कब्जा था। दरअसल चकल्दी में छोटे जंगल की करीब 55 एकड़ जमीन पर अवैध कब्जा है। ग्राम पंचायत के पूर्व सरपंच राजेश विश्वकर्मा द्वारा सरकारी जमीन करीब 5 एकड़ को अवैध कब्जे से मुक्त कराकर गौशाला का निर्माण कार्य कराया गया है। हालांकि वे यह भी कहते हैं कि गौशाला में फर्श पर पर्याप्त तराई नहीं होेने के कारण उसका फर्श उखड़ रहा है, लेकिन जल्द ही इसकी मरम्मत कराई जाएगी, ताकि गौशाला शुरू कराई जा सके।
इनका कहना है-
ग्राम पंचायत चकल्दी में बनी गौशाला की शिकायतें हुई थी। इसके बाद निरीक्षण भी किया है। कुछ कार्य गलत हुए हैं, इनको दुरूस्त करने के निर्देश भी दिए गए हैं। जल्द ही गौशाला को शुरू भी कराया जाएगा।
– प्रबल अरजरिया, सीईओ, जनपद पंचायत नसरूल्लागंज, जिला सीहोर

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