श्रीहरिकोटा। चंद्रयान—3 की कामयाबी से उत्साहित भारतीय अंतरिक्ष वैज्ञानिक अब अपने पहले सौर मिशन आदित्य एल—1 मिशन के लिए तैयार हैं। शनिवार को 11 बजकर 50 मिनट पर आदित्य एल—1 की लांचिंग होगी, जिसकी उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने तिरुपति जिले के चेंगलम्मा परमेश्वरी देवी के मंदिर में पूजा अर्चना की।
बेहद खास मिशन
आदित्य एल—1 अपने प्रक्षेपण के करीब 4 महीने में सूर्य के प्रभामंडल के लैंगेजियन पाइंट—1 पर पहुंचेगा। इसमें बेहद खास विजिबल इमीशन लाइन कोरोनाग्राफ पैलोड लगा है, जो सूर्य की किरणों और चुंबकीय क्षेत्र का बारीकी से अध्ययन कर सकेगा। यह सूर्य पर होगी वाली किसी भी घटना का समय पर और सटीक डाटा उपलब्ध कराएगा, जिससे हम अपने सौरमंडल के पॉवरहाउस का और बारीकी से अध्ययन कर सकेंगे।
चंद्रयान—4 और गगनयान पर भी निगाहें
इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने बताया कि आगामी प्रोजेक्ट में हमारी निगाहें चंद्रयान—4 पर हैं, जिसकी घोषणा जल्द की जा सकती है। इधर अक्टूबर में गगनयान की लांचिंग भी की जानी है। इस मिशन में भारत पहली बार इंसान को अंतरिक्ष में भेजेगा।