समझाईश-सख्ती बेअसर… सेल्फी लेते वक्त एक का पैर फिसला, दूसरा बचाने के लिए कूदा, दोनों की मौत
- खीवनी अभ्यारण्य के जंगल में भेरू खो झरने की घटना, वीआईटी कॉलेज के 5 छात्र गए थे मौज-मस्ती करने, दो डूबे

सीहोर। कलेक्टर, एसपी सहित जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन की समझाईश एवं सख्ती बेअसर ही साबित हो रही है। यही कारण है कि लगातार घटनाएं सामने आ रही हैं। अब एक ओर घटना सीहोर जिले के दौलतपुर से लगे देवास जिले के खीवनी अभ्यारण के जंगल में स्थित भेरू खो झरने की सामने आई है। यहां पर वीआईटी कॉलेज के दो छात्र डूब गए। बताया जा रहा है कि रविवार को अवकाश के दिन वीआईटी कॉलेज के पांच छात्र पिकनिक मनाने खीवनी अभ्यारण्य के जंगल में स्थित भेरू खो झरने पर पहुंचे थे। इस दौरान वे मौज-मस्ती कर रहे थे, तभी एक छात्र सेल्फी ले रहा था, लेकिन इसी दौरान उसका पैर फिसल गया और वह झरने में जा गिरा। इसी दौरान एक अन्य छात्र बचाने के लिए झरने में कूद गया, लेकिन दोनों ही बाहर नहीं आ सके। तीन युवक सकुशल हैं। उन्होंने ही जंगल से बाहर आकर घटना की सूचना दी। इसके बाद इछावर थाना पुलिस की टीम एसडीआरएफ एवं एम्बुलेंस के साथ मौके पर पहुंची। इस दौरान वन विभाग का अमला भी घटनास्थल पर पहुंचा। रात का समय होने के कारण रेस्क्यू में भी परेशानियां आईं। इसके कारण अब रेस्क्यू ऑपरेशन सुबह से शुरू किया जाएगा। बताया जा रहा है कि घटना शाम करीब 6-7 बजे के बीच की है। झरना भी बहुत गहरा है एवं लगातार बारिश भी हो रही है। पांचों छात्र आंध्रप्रदेश के हैं, जो कि वीआईटी कॉलेज में अध्ययनरत हैं। झरने में डूबे दो छात्रों के नाम हेमंत और सीमुख बताए जा रहे हैं। समाचार लिखे जाने तक उनके शव नहीं मिल सके हैं। इधर वीआईटी प्रबंधन का कहना है कि छात्रों की जानकारी जुटाई जा रही है। इसके बाद परिजनों को भी इसकी सूचना दी जाएगी।
गहरा बताया जा रहा है झरना-
सीहोर जिले की इछावर तहसील के दौलतपुर गांव से लगे देवास जिले के खीवनी अभ्यारण के जंगल में स्थित भेरू खो झरना बेहद गहरा बताया जाता है। बहुत उपर से इसमें पानी गिरता है, जिसके कारण यह झरना सभी के लिए उत्सुकता पैदा करता है। यहां पर बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं। हालांकि जिला प्रशासन द्वारा चेतावनी भी जारी की गई है कि बारिश के दिनों में झरने के पास नहीं पहुंचे। सीहोर जिला प्रशासन ने भी इसके लिए सख्ती बरती है। सभी झरनों, तालाबों, बांधों सहित नदियों पर पिकनिक मनाने के लिए प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किया गया है। रविवार को कर्मचारियों की ड्यूटी भी यहां पर लगाई जाती है, ताकि लोग यहां पर नहीं पहुंचे। इसके बाद भी पांच युवक यहां पर पहुंच गए।
इधर अमरगढ़ वाटरफॉल आने वाले सैलानियों पर हुई कार्रवाई-
सीहोर कलेक्टर बालागुरू के. के निर्देशानुसार सीहोर जिले के वाटरफॉल, बांध, नदियों के तटीय क्षेत्र सहित अन्य जोखिमपूर्ण स्थानों पर सैलानियों को जाने से रोकने के लिए इन स्थानों के मार्गों पर कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। शाहगंज थाना पुलिस द्वारा प्रतिबंध के बावजूद अमरगढ़ वाटरफॉल आए 5 टूरिस्ट वाहनों पर चालानी कार्रवाई की गई। कलेक्टर द्वारा वर्षा ऋतु में दुर्घटनाओं को रोकने के लिए जिले के दिगंबर वाटरफॉल, अमरगढ़ वाटरफॉल, कालियादेव वाटरफॉल, बुधनी मिडघाट क्षेत्र, कोलार बांध क्षेत्र, झोलियपुर बैराज, नर्मदा तटीय सहित सभी जोखिमपूर्ण स्थानों पर जाने पर प्रतिबंध लगाया गया है, ताकि इन स्थानों पर होने वाली संभावित दुर्घटनाओं को रोका जा सके। प्रतिबंध का उल्लंघन कर इन स्थानों पर जाने वाले लोगों के विरूद्ध चालानी कार्रवाई की जा रही है। कलेक्टर ने सभी नागरिकों से बांध, तालाब, झरनों सहित अन्य जोखिमपूर्ण स्थानों पर नहीं जाने की अपील करते हुए कहा है कि इस प्रतिबंध का पालन करें और वर्षा ऋतु के दौरान अपने जीवन की सुरक्षा को महत्व देते हुए इन स्थानों पर ना जाएं।