कोलकाता कांड के बाद अब सख्ती, एसडीएम, एसडीओपी, थाना प्रभारियों के जिम्मे रहेगी अस्पतालों की सुरक्षा

- सरकारी एवं निजी अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में कलेक्टर ने दिए निर्देश

सीहोर। कोलकाता के अस्पताल में डॉक्टर से रैप के बाद हत्या मामले को लेकर जहां प्रदेशभर में प्रदर्शन हुए हैं तो वहीं अब इस मामले में सख्ती भी बरती जा रही है। यही कारण है कि सुप्रीम कोर्ट एवं प्रदेश सरकार ने इस संबंध में कई निर्देश भी जारी किए हैं। इसी को लेकर सीहोर जिला कलेक्टर प्रवीण सिंह ने भी सर्वाेच्च न्यायालय एवं प्रदेश सरकार द्वारा अस्पतालों की सुरक्षा व्यवस्था के संबंध जारी दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने के लिए वर्चुअल बैठक आयोजित कर जिले के अस्पतालों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ सुरक्षा प्रबंधों को और अधिक सुदृढ़ करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्ट्रेट सभाकक्षा में आयोजित बैठक में अपर कलेक्टर वृंदावन सिंह, सीएचएमओ डॉ. सुधीर डेहरिया सहित सरकारी एवं निजी अस्पतालों के संचालक उपस्थित थे। बैठक में सभी अनुभागों के एसडीएम, एसडीओपी, बीएमओ, थाना प्रभारी, निजी अस्पताल संचालक वर्चुअल जुड़े।
कलेक्टर प्रवीण सिंह ने सभी एसडीएम, एसडीओपी, तथा थाना प्रभारियों को अस्पताल का निरीक्षण कर अस्पताल की चिकित्सा एवं सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी सरकारी एवं निजी अस्पतालों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं और नियमित सुरक्षा ऑडिट किया जाए। सीसीटीवी कैमरों से न केवल अस्पतालों की सुरक्षा व्यवस्था बेहतर होगी, बल्कि किसी भी आपातकालीन स्थिति में त्वरित कार्रवाई भी संभव हो सकेगी। उन्होंने कहा कि जिला स्तर, विकासखंड स्तर तथा कार्य स्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न के शिकायतों के लिए समिति बनाई गई है। कलेक्टर श्री सिंह ने निर्देश दिए कि सुरक्षा गार्डों को प्रशिक्षण दिया जाए, ताकि वे आपातकालीन परिस्थितियों में सही ढंग से कार्य कर सकें। उन्होंने सुरक्षा गाडों के साथ ही अस्पतालों में आने वाले अटेंडरों को पहचान पत्र जारी करने के निर्देश दिए, ताकि अनाधिकृत लोगों की आवाजाही पर रोक लग सके। कलेक्टर प्रवीण सिंह ने सभी एसडीएम तथा एसडीओपी को अस्पतालों का निरीक्षण कर सुरक्षा व्यवस्था के साथ लाइट व्यवस्था, स्वच्छ शौचालय और अन्य बुनियादी सुविधाओं की जांच करने के लिए कहा है।

हॉस्पिटल संचालकों को दिए गए ये निर्देश –
कलेक्टर प्रवीण सिंह ने अस्पतालों में सभी आवश्यक स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने के साथ ही कैमरों की नियमित मॉनिटरिंग एवं डेटा सुरक्षित रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कैमरे अच्छी क्वालिटी के हो और 24 घंटे चालू रहें। जिन सुरक्षा गार्डों को ड्यूटी पर रखा जाए उनका पुलिस वेरिफिकेशन करा लिए जाए। महिला चिकित्सकों एवं महिला स्टॉफ की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की जाएं।
महिला चिकित्सकों एवं महिला स्टॉफ के लिए अलग कक्ष हो –
कलेक्टर प्रवीण सिंह ने कहा कि जिन महिला चिकित्सकों एवं महिला कर्मचारियों की नाइट ड्यूटी के लिए बुलाया जाए उनके लिए सुरक्षा की दृष्टि से पृथक कक्ष हो तथा पर्याप्त रोशनी, पेयजल, बैठक सहित सभी आवश्यक व्यवस्थाएं हों।