सीहोर। जिला मुख्यालय के समीपस्थ प्रसिद्ध कुबेरेश्वर धाम पर अन्नकूट का आयोजन किया गया। इस दौरान भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जसपाल सिंह अरोरा भी कुबेरेश्वर धाम पहुंचे। श्री अरोरा ने प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा का सम्मान किया एवं उनसे आशीर्वाद प्राप्त किया। इस दौरान पंडित श्री मिश्रा ने भी भाजपा नेता जसपाल सिंह अरोरा को माला पहनाई। इसके बाद उन्होंने कुबेरेश्वर धाम पर पहुंचे श्रद्धालुओं को प्रसादी का वितरण भी किया। अन्नकूट के अवसर पर कुबेरेश्वर धाम पर करीब एक लाख से अधिक श्रद्धालु-भक्त पहुुंचे। अन्नकूट को लेकर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जसपाल सिंह अरोरा ने कहा कि कुबेरेश्वर धाम पर हर वर्ष अन्नकूट का आयोजन किया जाता है। इस दौरान बड़ी संख्या में दूर-दूर से भी श्रद्धालु यहां पर पहुंचते हैं एवं प्रसादी ग्रहण करते हैं। श्री अरोरा ने कहा कि कुबेरेश्वर धाम से सीहोर का नाम देश-दुनिया में प्रसिद्ध हुआ है। पंडित प्रदीप मिश्रा ने सनातन धर्म को घर-घर तक पहुंचाने का कार्य किया है। यह हमारा सौभाग्य है कि हम उस पावन धरती से आते हैं, जहां से सनातन धर्म का प्रचार-प्रसार हो रहा है। आज सनातन धर्म को पवित्र रखना एवं उसे बचाना बेहद जरूरी है और यह काम पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा लगातार किया जा रहा है। उन्होंने अन्नकूट के अवसर पर कुबेरेश्वर धाम पहुंचे सभी श्रद्धालु-भक्तों का आभार भी प्रकट किया है। इस दौरान श्री अरोरा मित्र मंडल के सदस्य एवं उनके समर्थक भी मौजूद रहे।
मंदिर परिसर में सजाया गोवर्धन, दिखी बृजधाम की झलक-
कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में गोपाष्टमी पर शनिवार को बृजधाम की झलक दिखाई दी। मंदिर परिसर में भव्य रूप से गोवर्धन सजाया और 56 भोग गिरिराज की झांकी के समक्ष सजाए गए। यहां हजारों की संख्या में आए श्रद्धालुओं ने दर्शन के उपरांत महाप्रसादी ग्रहण की। 56 प्रकार के भोग में तीन प्रकार की खीर, अनेक प्रकार के भजिया, एक दर्जन से अधिक मिठाइयों के अलावा औषधीय पकवान शामिल थे। इस मौके पर करीब 15 क्विंटल आटे की पूड़ी, दो क्विंटल नुक्ति, तीन क्विंटल खिचड़ी, दो क्विंटल चावल, दो क्विंटल मिक्चर की प्रसादी का भोग लगाया गया था। मंदिर परिसर में 56 प्रकार की सामग्री से गिरिराज गोवर्धन का प्रतिरूप तैयार किया गया और रंगोली आदि का निर्माण किया गया। इसके लिए यहां पर आने वाले भक्तों और समिति की महिलाओं द्वारा परिसर में गौ पूजन और रंगोली बनाई गई थीं। वही सुबह 9 बजे पंडित प्रदीप मिश्रा के सानिध्य में अन्नकूट दर्शन और गौमाता एवं गोवर्धन नाथजी की आरती के पश्चात सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक महाप्रसादी का वितरण किया गया।
महाआरती के बाद हुआ महाप्रसादी का वितरण –
कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने कुबेरेश्वर धाम पहुंचे श्रद्धालुओं के समक्ष महाआरती की और उसके पश्चात प्रसादी का वितरण किया। मंदिर परिसर में पिछले दो दिनों से भक्तों के आने का सिलसिला शुरू हो गया था। शहर सहित आसपास के सभी होटल, धर्मशाला में श्रद्धालु ठहरे हुए थे, वहीं एक लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने प्रसादी ग्रहण की। सुबह 10 बजे से भोजन प्रसादी का क्रम आरंभ हुआ। इसके पश्चात मंदिर परिसर में बनी गौशाला में पंडित प्रदीप मिश्रा ने गौ माता की पूजा-अर्चना की और गोपाष्टमी के पर्व की सभी को बधाई भी दी। इस मौके पर प्रशासन और विठलेश सेवा समिति के सदस्यों ने यातायात आदि की व्यवस्था की थी। परम्परानुसार गोपाष्टमी के अवसर पर कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा सहित विठलेश सेवा समिति के पदाधिकारियों की मौजूदगी में मंदिर परिसर के विशाल हाल में अन्नकूट दर्शन का आयोजन किया गया और उसके पश्चात गौ माता एवं गोवर्धन नाथ की आरती के पश्चात बाबा गोवर्धन नाथ एवं कुबेरेश्वर महादेव का प्रसादी का वितरण किया गया।
इन पकवानों का लगाया भोग –
समिति के कार्यकर्ताओं ने गिरिराज के समक्ष छप्पन प्रकार से अधिक व्यंजनों का भोग लगाया। इस भोग में पोषक तत्वों वाली खाद्य सामग्री शामिल की गई। इनमें करीब एक दर्जन से अधिक प्रकार की विभिन्न प्रकार की मिठाइयों के अलावा इम्युनिटी को मजबूत करने वाली औषधीय सामग्री जैसे तुलसी, नारियल, अदरक, दही, पनीर, आंवला, पालक, मैथी, ड्राय फ्रूट्स, सभी प्रकार की मिश्रित सब्जी, पंचामृत, खीर, गुलाब जामुन, पेड़ा, मोहनथाल, हलवा, लड्डू धनिया पंजीरी, मूंग दाल हलवा, मालपुआ, रबड़ी, दाल चावल कढ़ी, खिचड़ी, मुरब्बा, ताजे फल और सूखे फल आदि के पकवान शामिल थे। वहीं श्रद्धालुओं के लिए विशेष प्रकार की शुगर फ्री मिठाई भी बनाई गई थी। भगवान की पूजन के पश्चात विभिन्न मिश्रित सब्जियों, पूड़ी, कढ़ी, खीर, सेवा-नुक्ती आदि भोजन के अलावा प्रसादी का वितरण किया गया। इस मौके पर पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि श्रीकृष्ण को अन्नकूट का प्रसाद चढ़ाना विशेष रूप से फलदायी होता है। ऐसी मान्यता है कि गोवर्धन पूजा कृष्ण भगवान को 56 भोग चढ़ाने से माता अन्नपूर्णा की कृपा दृष्टि सदैव बनी रहती है और घर में कभी भी अन्न धन की कमी नहीं होती है।