सीहोर। जिले के बुधनी विधानसभा में हो रहे उपचुनाव को लेकर प्रत्याषियों की स्थिति साफ हो गई है। उपचुनाव के लिए 24 अभ्यर्थियों ने कुल 30 नामांकन पत्र दाखिल किए थे। 30 अक्टूबर को इनकी नाम वापसी का अंतिम दिन था। इस दिन 24 अभ्यर्थियों में से तीन ने अपने नामांकन फार्म उठा लिए तो वहीं तीन नामांकन फार्म निरस्त किए गए हैं। इनमें से एक नामांकन पत्र कांग्रेस के अजय पटेल का निरस्त हुआ है तो वहीं एक नामांकन फार्म उन्होंने उठा लिया है। अब बुधनी उपचुनाव के रण में 19 योद्धाओं के बीच में मुकाबला है। हालांकि इनमें मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच में ही है। इधर धनतेरस, दीपावली, भाईदूज सहित अन्य त्यौहारों एवं किसानों के चल रहे कृषि कार्यों के बीच में चुनाव की रंगत भी फीकी पड़ गई है। प्रत्याषी गांव-गांव जा रहे हैं, लेकिन उन्हें लोग नहीं मिल पा रहे हैं। ऐसे में वे खानापूर्ति करके वापस हो रहे हैं।
अब इन उम्मीदवारों के बीच में है मुकाबला –
त्यौहारों एवं कृषि कार्यों से चुनावी रंग हुआ फीका –
बुधनी उपचुनाव में मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच में है। इसके साथ ही समाजवादी पार्टी के अर्जुन आर्य ने मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है। हालांकि उपचुनाव के प्रचार-प्रसार में प्रत्याषियों को काफी मषक्कत भी करनी पड़ रही है। दरअसल दीपावली सहित अन्य त्यौहार एवं किसानों के कृषि कार्यों ने चुनावी रंग को फीका कर दिया है। दीपावली के कारण महिलाएं घरों के काम में व्यस्त हैं तो वहीं पुरूष अपने खेतों की साफ-सफाई एवं जुताई में लगे हुए हैं। इस बीच प्रत्याषी जब चुनाव प्रचार के लिए गांवों में पहुंच रहे हैं तो उन्हें लोग घरों में नहीं मिल पा रहे हैं। ऐसे में वे खानापूर्ति करके वापस हो रहे हैं। हालांकि भाजपा एवं कांग्रेस प्रत्याषियों के साथ में गाड़ियों का लंबा काफिला भी चल रहा है। उपचुनाव का प्रचार-प्रसार दीपावली, भाईदूज के बाद रंग पकड़ता हुआ नजर आएगा। फिलहाल चुनावी रंगत फीकी पड़ गई है।