बुधनी उपचुनाव: किसानों में आक्रोष, गांव-गांव लग रहे चुनाव बहिष्कार के पोस्टर

सुमित षर्मा, सीहोर
सीहोर जिले के बुधनी विधानसभा में उपचुनाव को लेकर आचार संहिता प्रभावषील है। ज्यादा से ज्यादा संख्या में मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करें, इसको लेकर जहां बुधनी विधानसभा में स्वीप गतिविधियां चलाई जा रही हैै तोे वहीं कलेक्टर, एसडीएम सहित अन्य अधिकारी भी लगातार सोेषल मीडिया पर मतदान करने की अपील कर रहेे हैं, लेकिन बुधनी विधानसभा में किसानों ने तय कर लिया है कि वे चुनाव का बहिष्कार करेंगे औैर किसी को भी वोट नहीं देेंगे। इसको लेकर किसान स्वराज संगठन केे नेतृत्व में गांव-गांव में बैनर, पोेस्टर लगाए जा रहे हैं। किसानों की मांग है कि उनकी सोयाबीन की फसल 6 हजार रूपए प्रति क्विंटल, गेहूं 3500 रूपए, धान, मक्का 3100 रूपए प्रति क्विंटल की दर से खरीदी जाए।
कर चुके हैं प्रदर्षन, निकाली थी मषाल रैली -क
किसानों ने अपनी मांगों कोे लेकर प्रदर्षन करतेे हुए मषाल रैैली भी निकाली थी। किसान स्वराज संगठन के नेतृत्व में भैैरूंदा में विषाल ट्रेक्टर रैली निकाली थी। इसके बाद मषाल रैैली भी निकाली थी। किसानों ने मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, केंद्रीय कृषि मंत्री षिवराज सिंह चौहान सहित सीहोर जिला प्रषासन कोे ज्ञापन सौंपते हुए किसानोें की मांगोें पर अमल करनेे की अपील की थी। इसके बाद भी किसानों की मांगों पर कोई अमल नहीं किया गया है। सरकार ने सोयाबीन की एमएसपी तय की हैै, लेकिन किसानों की मांग केे अनुरूप तय नहीं की हैै, इसलिए किसान भी सरकार से नाराज है। अब किसानों नेे तय किया है कि वे उपचुनाव का बहिष्कार करेंगे एवं अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं करेेंगे। इसकोे लेकर गांव-गांव में पोेस्टर लगाए जा रहे हैं। किसान नेताओें का कहना हैै कि जब तक सरकार किसानों की मांगोें पर अमल नहीं करेगी, तब तक किसान अपना विरोेध, प्रदर्षन करते रहेंगेे। किसान नेताओें नेे किसानोें से अपील भी की है कि जब तक उनकी फसलों कोे उचित मूूल्य नहीं मिल जाता, तब तक वेे विरोध जतातेे रहे।

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