रूद्राक्ष लेने के लिए यहां लगा भक्तों का ताता, सुबह 10 से 5 बजे तक मिलते हैैं रूद्राक्ष

सीहोर। जिला मुख्यालय के समीपस्थ चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर इन दिनों देश में सबसे बड़ा आस्था का केन्द्र बना हुआ है। प्रतिदिन लाखों की संख्या में यहां पर श्रद्धालु आ रहे हैं। भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा के आदेशानुसार यहां पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं के भोजन, शीतल पेय सहित अन्य की व्यवस्था की जा रही है। यहां पर हर दिन रूद्राक्ष लेने के लिए भक्तोें का तांता लग रहा है। शुक्रवार को भी तीन लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने कुबेरेश्वरधाम पर पहुंचकर यहां पर भगवान शंकर के भजन-कीर्तन किए।
विठलेस सेवा समिति के मीडिया प्रभारी प्रियांशु दीक्षित ने बताया कि यहां पर सुबह से ही श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला लगा रहता है। यहां पर भजन मंडलों के द्वारा कीर्तन किया जाता है। समिति द्वारा नौ काउंटरों से हजारों की संख्या में सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे तक टीन शेड में श्रद्धालुओं को क्रम अनुसार रुद्राक्षों का वितरण किया जाता है।
कुबेरेश्वर धाम है भगवान शिव की धरा: प्रदीप मिश्रा
सुबह के समय भागवत भूषण पंडित श्री मिश्रा ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि कुबेरेश्वर मंदिर या धाम भगवान शिव की धरा है। यहां पर भगवान शंकर साक्षात रूप में विराजते हैं। जिला मुख्यालय के समीपस्थ में स्थित भगवन शिव सभी भक्तों की मनोकामनएं पूरी करते हैं। जो भक्त पूरी श्रद्धा और विश्वास से आता है, जिसकी मनोकामनाएं पूरी नहीं हो रही हो, वह एक बार कुबेरेश्वर महादेव की पावन धरा पर आकर बाबा भोलेनाथ से प्राथना करे आपकी इच्छा जरूर पूरी होगी। अभी तक यहां पर भगवान की शिवलिंग या मूर्ति की स्थापना नहीं हुई है। केवल आस्था और विश्वास रखने मात्र से सारे काम पूरे होते हैं। भगवान पर भरोसा ही हमें शक्ति प्रदान करता है।
16 जून को मनाया जाएगा जन्मोत्सव-
जिला मुख्यालय के समीपस्थ चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में आगामी 16 जून को भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा का जन्मोत्सव आस्था और उत्साह के साथ मनाया जाएगा। इस मौके पर देश के प्रसिद्ध भजन गायक हंसराज रघुवंशी रात्रि सात बजे अपने भजनों की प्रस्तुति देंगे। भव्य आयोजन में लाखों की संख्या में श्रद्धालु शामिल होंगे।