
सुमित शर्मा, सीहोर
जिले के प्रसिद्ध सलकनपुर स्थित मां बिजासन देवीधाम पर 9 अप्रैल से नवरात्रि पर्व को लेकर तैयारियां शुरू हो गईं हैं। इसको लेकर जिला प्रशासन के अधिकारी एवं मंदिर समिति की बैठक भी हुई। इसमें श्रद्धालुओं के लिए पेयजल, आवागमन सहित उनकी सुरक्षा को लेकर चर्चा हुई। इस दौरान तय किया गया कि श्रद्धालुओं के निजी वाहन उपर नहीं आएंगे। उनको दर्शन के लिए नीचे से उपर तक टैक्सियों से ही ले जाया जाएगा, लेकिन पिछले दिनों हुए हादसे से जिला प्रशासन ने सबब नहीं लिया और अब फिर से कंडम, अनफिट एवं बिना टैक्सी कोटे के वाहनों को ही यह जिम्मेदारी सौंप दी गई। इससे श्रद्धालुओं की जान से खिलवाड़ होगा।
गाड़ियों के मालिकों का ही पता नहीं-
देवीलोक का काम चलने के कारण मंदिर में उपर पार्किंग की व्यवस्था नहीं है। इसके लिए पिछली नवरात्रि से श्रद्धालुओं के निजी वाहनों पर रोक लगाकर उनके लिए यहां पर 100 टैक्सियां उपलब्ध करवाई गईं हैं। ये टैक्सियां श्रद्धालुओं को नीचे से उपर तक लाने ले जाने का कार्य करती हैं, लेकिन पिछले दिनों यहां पर एक टैक्सी दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। इसके बाद से लगातार यहां पर चल रही कंडम एवं अनफिट गाड़ियों को लेकर जिला प्रशासन को आगाह किया जा रहा है, लेकिन इसके बाद भी फिर से उन्हीं कंडम एवं अनफिट वाहनों को यहां पर अनुमति दे दी गई है। सलकनपुर में चल रही कई गाड़ियों के तो मालिकों का ही पता नहीं है। उनकी मौतों को वर्षों हो गए हैं, लेकिन इसके बाद भी ये गाड़ियां अब तक उन्हीं के नामों से चल रही है। इसी तरह कई वाहनों के तो पुर्जे-पुर्जे हल रहे हैं, लेकिन फिर भी उन्हीं गाड़ियों के भरोसे श्रद्धालुओं को लाया ले जाया जा रहा है।
टैक्सी कोटे के वाहनों को मिले अनुमति-
सलकनपुर में श्रद्धालुओं को लाने ले जाने के लिए निजी वाहनों को लगाया गया है, जबकि नियमानुसार यहां पर टैक्सी कोटे के वाहनों को लगाना चाहिए था। निजी वाहनों में भी यहां पर चल रही ज्यादातर गाड़ियां 15 साल से पुरानी हैं। कई गाड़ियों के तो मालिक ही नहीं हैं, लेकिन उनके नाम से ही ये गाड़ियां चल रही हैं। इसी तरह कई गाड़ियों की फिटनेस भी नहीं है। मिलीभगत से यहां पर इन गाड़ियों का खेल चल रहा है।
दिए अधिकारियों ने निर्देश, होगी पर्याप्त व्यवस्थाएं-
इनका कहना है-
नवरात्रि में सलकनपुर आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए कलेक्टर महोदय द्वारा दिए गए निर्देशों के तहत व्यवस्थाएं की जा रही हैं। सभी संबंधित अधिकारियों को इसके लिए निर्देशित किया गया है। यहां पर पेयजल, पार्किंग, बिजली, सुरक्षा सहित अन्य सुविधाओं के लिए विभागों को निर्देश दिए गए हैं। वाहनों को लेकर भी जिला परिवहन अधिकारी द्वारा जांच की गई है। कंडम एवं अनफिट वाहनों को यहां पर नहीं चलने दिया जाएगा।
– राधेश्याम बघेल, एसडीएम, बुधनी, जिला-सीहोर
सलकनपुर पहुंचकर गाड़ियों की चैकिंग की गई है। कंडम वाहनों को वहां से हटाने के लिए कहा गया है। जो गाड़ियां चलने लायक ही नहीं है उन्हें वहां से तुरंत हटाने को कहा गया है। अब 15 साल से पुरानी गाड़ियों को नहीं चलने दिया जाएगा। फिलहाल इतनी संख्या में टैक्सी कोटे के वाहन उपलब्ध नहीं होने के कारण निजी वाहनों को सिर्फ सलकनपुर में ही चलाने की अनुमति दी गई है।
– रीतेश तिवारी, जिला परिवहन अधिकारी, सीहोर
जिला प्रशासन की तरफ से बैठक का आयोजन किया गया था, जिसमें मंदिर समिति के सदस्य भी शामिल हुए। बैठक के दौरान वाहनों को लेकर बताया गया है कि कंडम वाहनों को वहां से हटाया जाए, ताकि श्रद्धालुओं की जान के साथ खिलवाड़ न हो। श्रद्धालुओं की अन्य सुविधाओं को लेकर भी कलेक्टर महोदय द्वारा अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।
– महेश उपाध्याय, अध्यक्ष, सलकनपुर मंदिर समिति