सुमित शर्मा, सीहोर
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री, बुधनी विधानसभा से विधायक एवं विदिशा लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी शिवराज सिंह चौहान ने रेहटी में आयोजित जनसभा के दौरान कहा कि मुझे विधायक के रूप में विदा करना है तो ऐसे विदा करो कि जमाना देखता रह जाए… इसके बाद यह प्रश्न भी मौजूं है कि बुधनी विधानसभा में शिवराज सिंह चौहान की विदाई के बाद उनकी भरपाई कौन करेगा? 2006 से लगातार 2024 तक बुधनी विधानसभा सीट से विधायक रहे शिवराज सिंह चौहान क्या अपनी विरासत बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान को सौपेंगे या उनके लिए सीट खाली करने वाले पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह राजपूत उनके उत्तराधिकारी बनेंगे या फिर इस सीट से कोई ओर ही चेहरा विधायक के रूप में सामने आएगा। हालांकि अभी यह कहना तो जल्दबाजी होगा, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री के बयान ने सुगाबुगाहट जरूर शुरू कर दी है।
सबके दिलों में बसते हैं शिवराज सिंह चौहान-
बुधनी विधानसभा सीट शिवराज सिंह चौहान के सांसद बनने के बाद खाली होगी। पूर्व मुख्यमंत्री विदिशा लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में है और यह भी तय है कि वे ऐतिहासिक जीत के साथ बुधनी से विदाई लेकर दिल्ली पहुंचेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 18 साल तक लगातार मुख्यमंत्री पद पर रहे और 2006 से अब तक वे बुधनी विधानसभा सीट से विधायक रहे। इस दौरान उन्होंने मध्यप्रदेश सहित बुधनी विधानसभा में विकास कार्यों की कई सौगातें तो दीं, लेकिन उन्होंने यहां के लोगों के दिलों में भी जगह बनाई। इसी का परिणाम है कि शिवराज सिंह चौहान बुधनी की जनता के लाडले भैया, मामा हैं। शिवराज सिंह चौहान के दिल में बुधनी की जनता बसती है तो वे भी यहां के लोगों के दिलों में बसते हैं। बुधनी के लोगों ने हमेशा से शिवराज सिंह चौहान के लिए अपार प्यार, स्नेह दिखाया। इसका उदाहरण है कि विधानसभा के चुनाव में वे प्रदेशभर में प्रचार-प्रसार करते रहे, लेकिन बुधनी कभी नहीं आते और यहां से हमेशा अच्छे अंतर से जीत दर्ज कराते रहे हैं। अब बुधनी विधानसभा की जनता के दिलों में राज करने वाले शिवराज सिंह चौहान की जगह कौन भरपाई करेगा, यह जानने के लिए यहां की जनता भी बेहद उत्सुक है।
कौन होगा शिवराज सिंह चौहान का उत्तराधिकारी ?
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की बुधनी से विदाई के बाद उनका उत्तराधिकारी कौन होगा? इसको लेकर भी सुगबुगाहट शुरू हो गई है। इस कड़ी में जहां सबसे पहले चर्चाएं हो रही हैं तो शिव पुत्र कार्तिकेय की, लेकिन क्या कार्तिकेय शिव के उत्तराधिकारी बनेंगे या फिर 2006 में शिवराज सिंह चौहान के लिए सीट छोड़ने वाले पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह राजपूत को फिर से उनकी सीट मिलेगी। इन दो नामों पर फिलहाल यह सशंय भी है कि जिस तरह से भाजपा में परिवारवाद को लेकर सख्ती है तो फिर यहां से कोई तीसरा ही शिवराज सिंह चौहान का उत्तराधिकारी बनकर सामने आएगा। दरअसल कार्तिकेय सिंह चौहान को भी इंतजार करना पड़ेगा तो वहीं राजेंद्र सिंह राजपूत के भाई भी विधायक हैं। अब इस फेहरिस्त में यूं तो कई नाम हैं, लेकिन प्रमुख नामों में सबसे पहले वरिष्ठ नेता गुरूप्रसाद शर्मा का नाम आता है। इसके साथ ही भाजपा जिलाध्यक्ष रवि मालवीय, भैरूंदा नगर परिषद के अध्यक्ष मारूति शिशिर, पूर्व जिलाध्यक्ष रघुनाथ सिंह भाटी, नीरज सिंह भाटी सहित कई ऐसे नामों की चर्चाएं हो रही हैं, जो शिवराज सिंह चौहान के उत्तराधिकारी बन सकते हैं। अब देखना यह भी दिलचस्प होगा कि शिवराज सिंह चौहान किसको अपनी विरासत सौपेंगे, जो समय आने पर उसे खाली भी कर सके।