Newsआष्टाइछावरइंदौरग्वालियरजबलपुरजावरनसरुल्लागंजबुदनीभोपालमध्य प्रदेशरेहटीविशेषसीहोर

किसान प्रदर्शन करके कर रहे सोयाबीन मुआवजे की मांग, कलेक्टर ने दिए सर्वे कराकर लाभ देने के निर्देश

- सोयाबीन फसल के नुकसान को लेकर कृषि अधिकारियों एवं फसल बीमा कंपनी के प्रतिनिधि की ली बैठक

सीहोर। अतिवर्षा के कारण खराब हो रही किसानों की सोयाबीन फसल को लेकर वे लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके साथ ही वे सोयाबीन का भाव 6 हजार प्रति क्विंटल करने सहित कई अन्य मांगों को लेकर भी मोर्चा खोले हुए हैं। सीहोर जिला मुख्यालय के नजदीकी गांव चंदेरी सहित कई अन्य गांवों के किसानों ने अपनी सोयाबीन की फसल बारिश में खराब होने पर किसान एमएस मेवाड़ा के नेतृत्व में पहले तो खेतों में खड़े होकर, पेड़ों पर चढ़कर प्रदर्शन किया तो वहीं अब पानी में खड़े होकर जल सत्याग्रह भी किया। किसानों की मांग है कि उनकी खराब हो चुकी सोयाबीन की फसल का सर्वे हो और उन्हें मुआवजा मिले एवं सोयाबीन की फसल 6 हजार रुपए प्रति क्विंटल की जाए। इधर सीहोर जिले के भैरूंदा में किसान स्वराज संगठन के नेतृत्व में अब किसानों ने विशाल मशाल रैली निकाली। इससे पहले किसान स्वराज संगठन ने ट्रैक्टर यात्रा निकालकर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया था। अब मशाल रैली निकालकर विरोध जताया है। इधर कलेक्टर प्रवीण सिंह ने सोयाबीन की खराब हो रही फसल को लेकर कृषि अधिकारी एवं बीमा कंपनी के प्रतिनिधि की बैठक ली एवं निर्देश दिए कि वर्षा के कारण जिन स्थानों पर किसानों की सोयाबीन की फसलें खराब हुई हैं, उन खेतों का कृषि अधिकारी तथा फसल बीमा कंपनी के कर्मचारी सर्वे करें तथा फसल नुकसान का आंकलन कर किसानों को फसल बीमा का लाभ दिलाएं।

किसानों ने किया जल सत्याग्रह –
जिला मुख्यालय के नजदीकी ग्राम संग्रामपुर सहित अन्य गांवों के किसान अपनी खराब हो चुकी सोयाबीन की फसल का सर्वे एवं मुआवजे को लेकर हर दिन अलग-अलग तरह से प्रदर्शन करके सरकार एवं जिला प्रशासन का ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। अब किसानों ने अर्धनग्न होकर पानी में उतरकर खराब हुई सोयाबीन की फसल को हाथों में लेकर प्रदर्शन किया। इससे पहले पेड़ पर चढ़कर, खेतों में बैठकर, घंटी बजाकर भी प्रदर्शन किया गया। किसान व समाजसेवी एमएस मेवाड़ा ने बताया कि सोयाबीन की पक चुकी एवं कट चुकी फसल पर लगातार बारिश हो रही है, जिससे किसानों की फसल पूर्णतः खराब हो चुकी है, साथ ही कटी पड़ी सोयाबीन भी पानी में डूब गई है। शासन-प्रशासन के अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे हैं, सर्वे नहीं किया जा रहा है। पीड़ित किसान कटी हुई सोयाबीन की फसल जो कि अंकुरित हो रही है उसको हाथों में लेकर पानी में उतरकर प्रदर्शन करने को विवश हैं। किसान एमएस मेवाड़ा के नेतृत्व में सीहोर जिले के ग्राम संग्रामपुर, चंदेरी, रामाखेड़ी, छापरी, लसूडिय़ा जैसे दर्जनों गांव के किसान आए दिन खराब हो रही सोयाबीन की फसल को लेकर प्रदर्शन कर आंदोलन कर रहे हैं। इस दौरान मांगीलाल मेवाड़ा, हरिप्रसाद मेवाड़ा, आत्माराम, कमलेश, दीपसिंह, जगदीश, भागमाल, केलाश, राजेश, मोहन, ज्ञानसिंह, जगदीश, गणपत, विनोद आदि शामिल रहे।
निकाली मशाल यात्रा, किया प्रदर्शन –
इधर सीहोर जिले के भैरूंदा में किसानों ने अपनी मांगों को लेकर विशाल मशाल रैली निकाली। इससे पहले भैरूंदा स्थित कृषि उपज मंडी में आसपास के किसान बड़ी संख्या में एकत्रित हुए एवं सरकार को जमकर आड़े हाथों लिया। किसान अपने साथ मशालें लेकर भी पहुंचे। इसके बाद शाम को कृषि उपज मंडी से विशाल मशाल रैली की शुरुआत हुई, जो बस स्टैंड, दुर्गा मंदिर चौराहा स्थित शहीद स्मारक पर पहुंची। यहां पर किसानों में मोमबत्ती जलाकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। इसके बाद मशाल रैली जेपी मार्केट, नीलकंठ रोड से होते हुए वापस कृषि ऊपज मण्डी पहुंची। यहां पर मशाल रैली का समापन कर सभी किसानों का आभार प्रकट किया गया। यहां बता दें कि किसान अपनी सोयाबीन की फसल 6 हजार रुपए प्रति क्विंटल, गेहूं 3 हजार रुपए, मक्का 2500 रुपए, धान 3100 रुपए समर्थन मूल्य करने सहित कई अन्य मांगों को लेकर मोर्चा खोले हुए हैं।
कलेक्टर ने दिए कृषि अधिकारियों और बीमा कंपनी को निर्देश –
कलेक्टर प्रवीण सिंह ने जिले में वर्षा के कारण सोयाबीन की फसल को हुए नुकसान के संबंध में कृषि अधिकारियों की बैठक आयोजित की। बैठक में कृषि विभाग के उपसंचालक केके पांडे तथा फसल बीमा कंपनी एआईसी के प्रतिनिधि बीएल वर्मा सहित कृषि विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में कलेक्टर प्रवीण सिंह ने निर्देश दिए कि वर्षा के कारण जिन स्थानों पर किसानों की सोयाबीन की फसलें खराब हुई हैं, उन खेतों का कृषि अधिकारी तथा फसल बीमा कंपनी के कर्मचारी सर्वे करें तथा फसल नुकसान का आंकलन कर किसानों को फसल बीमा का लाभ दिलाएं। कलेक्टर श्री सिंह ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि यह कार्य पूरी गंभीरता से किया जाए। इसके साथ उन्होंने कि किसानों से भी फसल बीमा कंपनी के मोबाइल नंबरों और मोबाइल एप पर फसल नुकासानी की जानकारी दर्ज कराने के लिए कहा। कलेक्टर ने कहा कि फसल बीमा की शिकायत के लिए फसल बीमा कंपनी एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी के टोल फ्री नंबर और मोबाइल एप की जानकारी का व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाए।
टोल फ्री नंबर 14447 तथा मोबाइल एप से करें शिकायत –
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनांतर्गत जिले के बीमित कृषक वर्षा एवं बाढ़ से प्रभावित फसलों के सर्वे के लिए टोल फ्री नम्बर 14447 तथा मोबाइल एप से शिकायत कर सकते हैं। किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के उप संचालक ने जानकारी दी कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनांतर्गत जिले के वे किसान जिनका बीमा है, वे वर्षा एवं बाढ़ से प्रभावित फसलों के सर्वे के लिए शिकायत अधिकृत टोल फ्री नम्बर 14447 के माध्यम से सीधे बीमा कम्पनी को शिकायत करके प्रभावित फसलो का सर्वे करने की सूचना दे सकते है। किसान भाई अधिक जानकारी के लिए अधिकृत एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कम्पनी के जिला स्तरीय प्रतिनिधि के मोबाइल नम्बर 8827530270 पर संपर्क कर सकते हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
Descoperă secretele unui trai sănătos și armonios cu noi! Aici vei găsi cele mai bune sfaturi de gătit, licehack-uri utile și articole despre grădinărit. Fii inspirat de natură și bucură-te de viață în plin! Økonomisk forklaring på, hvorfor markedsføring Descoperă secretele unui stil de viață mai sănătos cu lumea lifyhacks-urilor, rețetelor delicioase și articolelor utile despre grădinărit. Aici vei găsi tot ce ai nevoie pentru a-ți îmbunătăți viața de zi cu zi și a te bucura de alimente proaspete din grădină. Fii în pas cu cele mai bune sfaturi și trucuri pentru a-ți face viața mai ușoară și mai plină de savoare.