सीहोर। जिले के बुधनी विधानसभा के भैरूंदा क्षेत्र में झाड़-फूंक की आड़ में धर्म परिवर्तन कराने की आशंका व्यक्त की गई है। इसको लेकर बजरंग दल एवं विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ताओं ने भैरूंदा एसडीओपी दीपक कपूर, थाना प्रभारी घनश्याम दांगी को ज्ञापन भी सौंपा है। दरअसल भैरूंदा तहसील के गांव पाडलिया में गत दिवस एक मामला सामने आया है, जिसमें झाड़, फूंक एवं ईश्वर की प्रार्थना से लोगों की बड़ी-बड़ी बीमारियों का ईलाज करने का दावा किया गया है। इसमें लोग दूर-दूर से इलाज कराने के लिए आते हैं। हालांकि इसको लेकर विश्व हिन्दू परिषद एवं बजरंग दल का कहना है कि यहां पर
झाड़, फूंक की आड़ में आदिवासियों का धर्म परिवर्तन कराकर उन्हें ईसाई समुदाय का बनाया जा रहा है। बुधनी विधानसभा में पहले भी इस तरह के मामले सामने आए हैं, जिसमें आदिवासियों का धर्म परिवर्तन कराकर उन्हें ईसाई एवं मुस्लिम समुदाय का बनाया जा रहा है। गांव पाडलिया में जब विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल एवं हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ताओं को जानकारी मिली तो उनके पदाधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर विरोध किया। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच जमकर कहासुनी भी हुई। इसकी सूचना थाना पुलिस भैरूंदा को दी गई। थाना प्रभारी घनश्याम दांगी पुलिस बल के साथ में मौके पर पहुंचे एवं मामले को गंभीरता से लिया। थाना प्रभारी घनश्याम दांगी ने बताया कि झाड़, फूंक एवं ईश्वर की प्रार्थना करवाकर लोगों का ईलाज करने का दावा यहां के भूरू बरेला ने किया है। मौजूद लोगों से भी जानकारी प्राप्त हुई है कि बड़ी-बड़ी बीमारियों का ईलाज कराने लोग आते हैं। मामले की जांच की जा रही है। इधर विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल एवं हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने बताया कि पाडलिया गांव में एसटी-एससी वर्ग सहित आदिवासियों को भूरू बारेला के मकान में एकत्रित कर प्रार्थना के नाम से हिंदू धर्म के प्रति बहलाकर एवं लालच देकर उन्हें अन्य धर्म स्वीकारने पर मजबूर किया जा रहा है। जब हिन्दू संगठनों के लोग यहां पहुंचे तो उन्हें अन्य धर्म के प्रचारक, भुरू बारेला, महिलाएं, बच्चे सहित सैकड़ों लोग मौजूद मिले। इस मामले में भैरूंदा पुलिस जांच कर रही है।
लंबे समय से चल रहा धर्म परिवर्तन का कार्य –
विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने बताया कि पाडलिया गांव में आदिवासियों को भूरू बारेला के मकान में एकत्रित कर प्रार्थना के नाम से हिंदू धर्म के प्रति भड़काकर एवं लालच देकर उन्हें अन्य धर्म स्वीकारने पर मजबूर किया जा रहा है। गत दिवस सुबह सूचना के बाद विश्व हिन्दू परिषद एवं बजरंग दल सदस्यों ने पाडलिया गांव में पहुंचकर अन्य धर्म के प्रचारकों का विरोध किया। इसी दौरान अन्य धर्म के प्रचारक भुरू बारेला व अन्य वर्ग की महिलाएं, पुरुष, बच्चे सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे। विश्व हिन्दू परिषद के पवन पंवार ने बताया कि रविवार सुबह जानकारी प्राप्त हुईं थी कि भैरूंदा तहसील के गांव पाडलिया में रहने वाले भुरू बारेला अपने घर पर झाड़, फूंक के नाम से लोगों का ईलाज कर रहा है। वह लोगों को अन्य धर्मों के प्रति जागरूक कर प्रार्थना के नाम से लोगों का ईलाज कर रहा है। बजरंग दल के सदस्य गोलू खाती ने बताया कि पाडलिया गांव के निवासी भूरू बारेला द्वारा ईसाई मिशनरियों के माध्यम से धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है। झाड़, फूंक एवं ईश्वर की प्रार्थना के नाम से लोगों को धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है।
बाबा को टीवी पर देखा था, तब से शुरू कर दिया इलाज-
भूरू बारेला ने बताया कि उसने टीवी पर आस्था चैनल पर एक कार्यक्रम में किसी बाबा द्वारा प्रार्थना करके लोगों का इलाज करते हुए देखा था। वही से उसे भी लगा की वह भी लोगों का इलाज कर सकता है। इसके बाद फिर उसने ईश्वर से प्रार्थना करते हुए कहा कि उसे ऐसा व्यक्ति बना दो और फिर उसने लोगों का ईलाज करना शुरू कर दिया। दरअसल भूरू बारेला वर्ष 2011 में बिजवाड़ के ग्रामीण क्षेत्र से आया था। यहां आकर उसने भैरूंदा के गांव पाडलिया में किसी कुशवाह के खेत में पानी देने का ठेका लिया। वह यहीं पर काम करता रहा। इसी दौरान उसने 2013 में टीवी पर प्रसारित आस्था चैनल पर किसी बाबा का वीडियो देखा, जिसमें बाबा द्वारा प्रार्थना करवाकर लोगों का ईलाज किया जा रहा था, वहीं से भुरू बारेला ने भी सोच लिया कि वह भी ऐसा कर सकता है। फिर एक दो लोगों को झाड़, फूंक कर उनकी तकलीफें दूर हुई तो उसकी पब्लिसिटी होने लगी। बताया जा रहा है कि लोग बड़ी-बड़ी बीमारियों का ईलाज कराने भुरू बारेला के पास दूर-दूर से आते हैं।
कैंसर, टीवी के इलाज का दावा –
गांव पाडलिया में आए लोगों एवं महिलाओं ने बताया कि हमारी जो भी बीमारी होती है वह यहां आकर ठीक हो जाती है। लोगों ने बताया कि आवाज बंद हो जाना, कैंसर, टीवी, बुखार, डेंगू, मलेरिया सहित अन्य बड़ी- बड़ी बीमारियों का इलाज करवाने आते हैं। प्रार्थना करने से सभी की समस्या, दुख, तकलीफ, बीमारी, दूर होती है। कई लोग दस साल से तो कोई पांच सालों से आ रहे हैं। नशा मुक्ति के लिए भी लोगों को जागरूक किया जाता है। बताया जा रहा है कि यहां पर लोग देवास, सीहोर, भोपाल, नर्मदापुरम, हरदा सहित अन्य जिलों से अपनी समस्या लेकर प्रत्येक रविवार को सैकड़ों की सख्या में आते हैं।
इनका कहना है-
दीपक कपूर, एसडीओपी, भैरूंदा, जिला-सीहोर