
सीहोर। गोपालसिंह राजपूत चित्तौड़ हाऊस ठिकाना नांदनी की अध्यक्षता में मेवाड़ रियासत से विस्थापित राजपूत सरदारों की एक बैठक हंसदास मठ श्रीगणेश मंदिर रोड सीहोर में आयोजित की गई। इसमें क्षत्रिय राजपूत राजवंश के बलशाली, पराक्रमी, राजा, जिनके नेतृत्व में समस्त राजपूताने को एकत्रित कर एक झंडे के नीचे खड़ा कर मुगल आक्रांता बाबर को खानवा के मैदान में धूल चटाने वाले विश्व प्रसिद्ध पराक्रमी मेवाड़ राजवंश के सबसे वीर राजा महाराणा संग्राम सिंह सांगा के नाम पर श्री राणा सांगा राजपूत सेना का गठन किया गया। इसमें समाज के उत्थान एवं समाज के नौजवानों को राजपूती परंपरा एवं परिवेश से परिचित कराने का निर्णय लिया गया। इसमें प्रताप सिंह हाड़ा, राकेश सिंह डोडिया, यशवंत सिंह राजपूत, अजय सिंह राजपूत, कुमेर सिंह डोडिया, बने सिंह राजपूत, राजेश सिंह राजपूत, महेंद्र सिंह देवड़ा, प्रीतम सिंह राजपूत, जगदीश सिंह राठौड़, ओमप्रकाश सिंह सिसोदिया, पवन सिंह सिसोदिया, ललित सिंह सिसोदिया, दीपक सिंह हाड़ा और विजेंद्र सिंह राणा उपस्थित रहे।



