मनुष्य में मानवता तब है जब वह दूसरे का दर्द समझ सके: डॉॅ. शर्मा
- मानवाधिकार दिवस पर पीएम कॉलेज में सार्थक आयोजन

सीहोर। प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस महाविद्यालयए में अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार दिवस के उपलक्ष्य में एक सार्थक और प्रभावपूर्ण जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह आयोजन महाविद्यालय के भारतीय ज्ञान परम्परा प्रकोष्ठ और शासकीय विधि महाविद्यालय द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता एवं महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. रोहिताश्व कुमार शर्मा ने अपने उद्बोधन में मानवाधिकारों को एक नई दिशा दी। उन्होंने कहा कि मनुष्य में मानवता तभी है जब वह दूसरे का दर्द समझ सके। डॉ. शर्मा ने मानवाधिकारों को मात्र विधिक प्रावधान न मानकर इसे एक संवेदनशील सामाजिक एवं मानवीय जिम्मेदारी बताया।
विधिक सहायता और नाट्य प्रस्तुति
कार्यक्रम में विषय विशेषज्ञ वक्ता के रूप में उपस्थित जिला लीगल एड अधिकारी जीशान खान ने मानवाधिकार संरक्षण, विधिक सहायता तंत्र और संवैधानिक कर्तव्यों पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने विद्यार्थियों से न्यायिक जागरूकता बढ़ाने, समाज में समानता स्थापित करने और अपने अधिकारों एवं कर्तव्यों के प्रति सजग रहने का आह्वान किया। इस अवसर पर शासकीय विधि महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने नाट्य प्रस्तुति के माध्यम से मानव अधिकारों के महत्व को सरल और प्रभावी ढंग से समझाया, जो दर्शकों के लिए काफी चिंतनशील सिद्ध हुआ। इस संयुक्त कार्यक्रम का संचालन शासकीय विधि महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य राजकुमार साहू ने किया, जबकि कार्यक्रम का संयोजन दुष्यंत कौल द्वारा किया गया।



