जाको राखे साइयां मार सके न कोई… ऐसा ही कुछ हुआ इन मजदूरों के साथ… यहां कलेक्टर ने की अपील

सीहोर। जाको राखे साइयां मार सके न कोई… ये कहावत चरितार्थ होती है बुदनी के ग्राम खबादा में खेत में धान की रोपाई कर रहे 7 मजदूरों पर, जिन पर आकाशीय बिजली गिर गई। इसमें सभी मजदूर घायल हो गए। गनीमत रही कि इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। इधर सीहोर कलेक्टर प्रवीण सिंह ने भी अपील की है कि रपटा, पुल, पुलिया पर पानी होने पर रास्ता पार नहीं करें। वर्षा के दौरान नदी, तालाब व डेम के आसपास पिकनिक मनाने भी न जाएं।
जानकारी के अनुसार बुदनी के शाहगंज थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम खाबदा में खेत में धान रोपाई का काम कर रहे 7 मजदूरों पर आकाशीय बिजली गिर गई। इससे सभी मजदूर घायल हो गए, जिनको उपचार हेतु नजदीकी अस्पताल में भर्ती किया गया। वहां पर 5 मजदूरों का प्राथमिक उपचार कर छुट्टी दे दी गई, वहीं दो गंभीर घायल युवक-युवती को होशंगाबाद के निजी अस्पताल में रेफर किया गया है, जहां पर उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है।

मौसम विभाग का भी है अलर्ट –
मौसम विभाग ने भी अलर्ट किया है कि प्रदेशभर में मौसम सक्रिय है। इस दौरान तेज आंधी, हवा के साथ में आकाशीय बिजली गिरने की संभावना बनी रहती है। इसलिए खुले आसमान एवं पेड़ों के नीचे नहीं खड़े रहे। सुरक्षित स्थानों पर रहे।

कलेक्टर ने की अपील, बारिश में नहीं पार करें रपटा –
वर्षा के दौरान बड़ी संख्या में नागरिक नदी, तालाब व डेम के आसपास पिकनिक मनाने जाते हैं। कई बार थोड़ी सी लापरवाही से बड़ी घटनाएं घटित हो जाती हैं। कलेक्टर प्रवीण सिंह ने सभी नागरिकों से खतरनाक और गहरे पानी वाली जगहों पर नहीं जाने की अपील की है। कलेक्टर श्री सिंह ने सभी अविभावकों से अपील करते हुए कहा कि बच्चों को नदी, तालाब, पोखर में नहाने अथवा पिकनिक के लिए जाने से मना करें। कलेक्टर श्री सिंह ने नागरिकों से अपील की है कि नदी, नाले, पुल, पुलिया, रपटा पर जलभराव की स्थिति में वहां से गुजरने वाले रास्तों को बाढ़ एवं पानी होने की स्थिति में पार न करें। इसके साथ ही कलेक्टर प्रवीण सिंह ने सभी एसडीएम, तहसीलदार और नगर पालिका के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जिले के सभी तालाबों, डेम, नदी, नालों और जल भराव वाले क्षेत्रों पर लगातार निगरानी रखें और स्थानीय लोगों से सम्पर्क में रहें। कलेक्टर श्री सिंह ने वर्षा, जल भराव और अतिवृष्टि की स्थिति में लोगों को ऐसी जगहों से हटाने और वैकल्पिक व्यवस्था के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही गहरे पानी वाली जगहों पर लोगों को जाने से रोकने के निर्देश दिए हैं।