नई दिल्ली। देश में लगातार बढ रही शिक्षित बेरोजगारों की संख्या के बीच कुछ क्षेत्र ऐसे भी हैं जो आने वाले समय में राहत देंगे। हाल ही में वर्ल्ड इकॉनामिक फोरम ने अपनी एक रिपोर्ट में तकनीकी और जलवायु परिवर्तन की वजह से नौकरियों पर पडने वाले प्रभावों का अध्ययन पेश किया था। इस दायरे में भारत का नौकरी क्षेत्र भी अछूता नहीं है। इसी आकलन पर हमने आने वाले पांच सालों में सबसे ज्यादा नौकरियां देने वाले क्षेत्रों का अध्ययन किया है।
- डाटा एनालिस्ट एंड साइंटिस्ट
ग्रोथ रेट (2021-2031): 29%
औसम वेतन: 8 से 12 लाख रुपए वार्षिक
शिक्षा : डाटा साइंस में मास्टर या स्नातक डिग्री, कम्प्यूटर साइंस, सांख्यिकी और संबंधित क्षेत्र की डिग्री।
इस कारण: आने वाली डिजिटल दुनिया में डाटा ही सोना है। किसी भी बिजनेस को अपने आप को बढाने के लिए डाटा के बेहतर विश्लेषण की जरूरत होगी। इस वजह से हर क्षेत्र में डाटा एनालिस्ट और साइंटिस्ट की जरूरत बढेगी।
2. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड मशील लर्निंग स्पेशलिस्ट
ग्रोथ रेट (2021-2031): 21%
औसत सैरली: 10 से 15 लाख वार्षिक
शिक्षा : कम्प्यूटर साइंस में बैचलर या मास्टर्स डिग्री, एआई और एमएल में विशेषज्ञ कोर्स सहित इंजनियरिंग क्षेत्र की डिग्री।
क्या है वजह: हेल्थकेयर, फाइनेंस और मैन्यूफैक्चरिंग की दुनिया को एआई और मशीन लर्निंग बदलकर रख देगी। इस क्षेत्र में एल्गोरिद्म डवलप करने, पूर्वानुमान के मॉडल और आटोमेशन का सिस्टम बनाने वाले विशेषज्ञों की जरूरत होगी।
3. हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स
ग्रोथ रेट (2021-2031): 21%
औसत सैलरी: 5 से 12 लाख
शिक्षा: मेडिसिन में स्नातक या मास्टर्स डिग्री, बायोटेक्नोलॉजी, बायोमेडिकल इंजनियरिंग में संबंधित कोर्स।
क्या है वजह: हेल्थकेयर इंडस्ट्री बढती आबादी और हेल्थकेयर के प्रति लोगों की जागरुकता की वजह से तेजी से ग्रोथ कर रही है। मेडिकल प्रोपफेशनल्स, प्रशिक्षित नर्स की बहुत ज्यादा डिमांड है। हाल ही में कोरोना जैसी महामारी ने हेल्थकेयर के प्रति विश्वास जताया है कि आने वाले क्षेत्र में विशेषज्ञों की बहुत जरूरत पडने वाली है।
4. अक्षय उर्जा तकनीशियन
ग्रोथ रेट (2021-2031): 22%
औसत सैलरी: 6 से 10 लाख प्रतिवर्ष
शिक्षा: अक्षय उर्जा, इन्वायरोन्मेंट साइंस, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग सहित संबंधित क्षेत्र में स्नातक या मास्टर्स डिग्री।
क्या है वजह : वर्तमान समय में अक्षय उर्जा विशेषज्ञों का फोकस दुनिया को अक्षय उर्जा की ओर ले जाने पर है। ये विशेषज्ञ सोलर और वाइंड टर्बाइन में सेटअप जमाने, उनकी देखभाल और क्लीन एनर्जी डिवाइस तैयार करने में जुटे हैं। आने वाले समय में जरूरत के अनुसार इनका काम बढेगा और रोजगार के अवसर भी।
5. डिजिटल मार्केटिंग विशेषज्ञ
ग्रोथ रेट (2021-2031): 27%
औसत सैलरी: 4 से 8 लाख प्रतिवर्ष
शिक्षा: मार्केटिंग, कम्यूनिकेशन सहित अन्य संबंधित फील्ड में स्नातक की डिग्री, डिजिटल मार्केटिंग टूल्स और प्लेटफार्म के क्षेत्र में सर्टिफिकेट
क्या है वजह: वर्तमान समय में अपने ग्राहक तक तुरंत और सही प्रोडक्ट के साथ पहुंचने की नीति ही आपको सफल कारोबारी बनाती है। ऐसे में डिजिटल मार्केटिंग इसका सबसे अहम जरिया बन गया है। मजबूत आनलाइन प्लेटफार्म में लगातार डिजिटल मार्केटिंग स्पेशलिस्ट, एसईओ स्पेसलिस्ट, कंटेंट मार्केटर और सोशल मीडिया मैनेजर की जरूरत बनी हुई है।