मानसून हुआ बेईमान : संकट में किसान, नेताओं ने खेतों में पहुंचकर देखी किसानों की चौपट होती फसलें
सीहोर विधानसभा में भाजपा नेता जसपाल सिंह अरोरा, तो बुधनी विधानसभा में कांग्रेस नेता विक्रम मस्ताल शर्मा ने लिया जायजा
सीहोर। प्रदेशभर सहित सीहोर जिले में मानसून बेईमान हो गया है। मानसून की बेरूखी के कारण किसान परेशान हैं। किसानों की सोयाबीन, धान, मक्का की फसलें पूरी तरह चौपट होने की कगार पर है। बारिश नहीं होने से उमस भी बढ़ रही हैै, जिसके कारण आमजन भी परेशान है। बर्बाद होेती फसलोें के कारण किसानों की चिंता भी बढ़ गई है। इसके कारण वे शासन-प्रशासन से बर्बाद हो रही सोयाबीन, धान, मक्का, उड़द की फसलों का सर्वेे कराकर मुआवजे की मांग कर रहे हैं। इधर किसानों पर राजनीति भी शुरू हो गई है। किसानोें को लेकर मुआवजे की मांग भी अब राजनीतिक दलों के नेता उठानेे लगे हैं। चुनावी साल मेें किसानों को साधने के जतन भी हर तरफ से हो रहे हैैं। सीहोर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के वरिष्ठ नेता जसपाल सिंह अरोरा, कांग्रेस नेता राजीव गुजराती, शशांक सक्सेना तोे बुधनी विधानसभा में कांग्रेस नेता विक्रम मस्ताल शर्मा ने खेतों में पहुंचकर किसानों की फसलों का जायजा लिया।
खेतों में फसलें देखने पहुंचे भाजपा नेता जसपाल सिंह अरोरा, दिलाया किसानों को भरोसा
अल्प वर्षा के कारण किसानों के उपर आए घोर संकट में उनके साथ भागीदारी निभाने के लिए भाजपा नेता एवं पूर्व जिला पंचायत, नगर पालिका अध्यक्ष जसपाल सिंह अरोरा किसानों के खेतों में पहुंचे और उनकी खराब हुई फसलों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने पीड़ित किसानों को भरोसा दिलाया है कि प्रदेश के जननायक एवं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हर बुरे वक्त में किसानों के साथ हमेशा से खड़े रहे हैं। इस बार भी वे किसानों को अकेला नहीं छोड़ेंगे। उनके साथ पूरी भाजपा है। श्री अरोरा ने कहा कि किसान चिंता न करें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोेदी, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लगातार किसान हितेषी योजनाएं चला रहे हैैं, किसानों कोे सम्मान निधि दे रहे हैं तो वे उनके इस संकट में भी पूरा-पूरा साथ देंगे। भाजपा के वरिष्ठ नेता जसपाल सिंह अरोरा ने किसानों कोे ये भरोसा भी दिलाया है कि उनकी इस समस्या को वे खुद मुख्यमंत्री एवं भाजपा के प्रदेश नेतृत्व तक पहुंचाएंगे और यथासंभव उनकी मदद कराई जाएगी। इस दौरान भाजपा नेता श्री अरोरा ने सीहोर विधानसभा के ग्राम जमोनिया, रायपुरा, तोरनिया, झरखेड़ा, बीजोरी, बावड़िया, निपानिया, शेखपुरा, सेमरादांगी, मिटठूखेड़ी, कचनरिया, निवारिया, सिराड़ी, घाट प्लासी, बैरागढ़ खुमान, मुंगावली, खजुरिया, बड़ा खजुरिया सहित दो दर्जन से अधिक गांवों का दौरा किया। इससे पहले पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जसपाल सिंह अरोरा ने एक दिन पहले सीहोर के बढ़ियाखेड़ी पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से हेलीपेड पर मुलाकात की थी औैर उनको किसानोें की इस समस्या से अवगत भी कराया था, साथ ही उन्होंने अपने ग्रामीण क्षेेत्र के दौरों के दौरान जमीनी स्तर पर किए गए निरीक्षण की रिपोर्ट भी बताई।
60 हजार रूपए प्रति हेक्टेयर दे सरकार किसानों को मुआवजा: विक्रम मस्ताल शर्मा
प्रख्यात अभिनेता, बुधनी विधानसभा के कांग्रेस नेता, प्रदेश किसान कांग्रेस केे महामंत्री एवं किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले विक्रम मस्ताल शर्मा ने किसानों की खराब हो गई फसलों को लेकर आवाज उठाई है। उन्होंने सरकार से किसानों को 60 हजार रूपए प्रति हेक्टेयर के हिसाब से मुआवजा देने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि जब प्रदेश में कमलनाथ सरकार थी तो हमारे संवेदनशील मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उस समय 40 हजार रूपए हेक्टेयर मुआवजे की मांग उठाई थी, लेकिन अब महंगाई इतनी बढ़ गई है कि किसानोें को कम से कम 60 हजार रूपए हेक्टेयर के हिसाब से मुआवजा मिलना ही चाहिए, ताकि वे अपनी आगे की फसलों की तैयारी कर सके। विक्रम मस्ताल शर्मा आदिवासी गांव भीलपाटी सहित कई अन्य गांवों में पहुंचे और किसानोें के खेतोें में जाकर उनकी फसलों को देखा। इस दौरान उन्होेंने किसानों को सांत्वना भी दी कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आने के बाद किसानों को उनकी बर्बाद हो रही फसलों का उचित मुआवजा दिलाया जाएगा। विक्रम मस्ताल शर्मा ने कहा कि एक तरफ किसान परेशान हैं, उनकी फसलेें खराब हो गई हैं तो वहीं बिजली कंपनी भी मनमानी पर उतारू है। बिजली कंपनी किसानों कोे खेतोें में पानी देने के लिए 10 घंटे बिजली भी उपलब्ध नहीं करवा पा रही है। ऐसे में जिन किसानोें के पास पानी के संसाधन हैं वे भी अपनी फसलें नहीं बचा पा रहे हैं। उन्होंने कहा है कि प्रदेश के संवेदनशील मुख्यमंत्री अपने को किसान हितेषी बताते हैं तो उन्हें किसानों की चिंता करतेे हुए तत्काल मुआवजा राशि की घोषणा करनी चाहिए। किसानों की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई है, इसके लिए सीहोेर जिले को सूखाग्रस्त घोषित करते हुए किसानों केे लिए तत्काल मुआवजा राशि की घोषणा करनी चाहिए, ताकि किसान कर्ज के बोझ तले न दबे और वह अपने परिवार का भरण-पोषण कर सके। इस दौरान उनके साथ कांग्रेस नेता अभिलाष नागर, कपिल चौहान, बसंत मालवीय, दुष्यंत मालवीय सहित कई अन्य नेता सहित बड़ी संख्या में किसान भाई मौजूद रहे।
यहां किसानों ने किया प्रदर्शन, मांगा मुआवजा-
सीहोर जिला मुख्यालय के नजदीकी गांव चंदेरी के किसान एवं समाजसेवी एमएस मेवाड़ा के नेतृत्व में किसानों ने बिजली एवं फसलोें के मुआवजे को लेकर प्रदर्शन किया। उन्होेंने रैली निकालकर बिजली कंपनी के बरखेड़ी स्थित केंद्र पर जाकर घेराव किया एवं जमकर नारेबाजी की। एमएस मेवाड़ा ने बताया कि चंदेरी सहित आसपास केे गांवों में एक सप्ताह से बिजली नहीं है। गांव के लोग अंधेरे में रहने को मजबूर हैं। इस दौरान बिजली कंपनी के अधिकारी श्रीराम पाली को एमएस मेवाड़ा के नेतृत्व में ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री केे नाम ज्ञापन सौंपा एवं गांव में बिजली की समस्या हल जल्द से जल्द करने की अपील की। इधर रेहटी तहसील में भी तहसील के कई गांवों के किसान अपनी खराब हुई फसलों को लेकर तहसील कार्यालय पहुंचे एवं तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर मुआवजे की मांग की। इस दौरान किसानोें ने जमकर नारेेबाजी की एवं जल्द से जल्द मुआवजा देने की अपील की है। इस दौरान किसानोें ने तहसीलदार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम का ज्ञापन भी सौंपा।
इतना है सीहोर जिले में फसलों का रकबा-
– धान: 45 हजार हेक्टेेयर
– मक्का: 18 हजार हेक्टेयर
– सोयाबीन: 3 लाख 10 हेक्टेयर
– उड़द: 17 हजार हेक्टेयर
– मूूंग: 14 हजार हेेक्टेयर
– अरहर: 2 हजार हेक्टेयर
इनका कहना है
बारिश नहीं होने के कारण किसानों की चिंता ज्यादा बढ़ गई है। सोयाबीन की फसल में तो किसान पानी भी नहीं दे सकते, क्योंकि सोयाबीन के लिए मौसम का ठंडा होना भी जरूरी है। धान, मक्का में किसान जरूर पानी दे सकते हैं। हमने विभाग की ओर से एडवायजरी भी जारी की है, ताकि किसानों को उससे कुछ सहायता मिल सके। सभी किसान भाइयों से अपील है कि वे अच्छी बारिश के लिए ईश्वर से भी प्रार्थना करे और अपनी फसलों को बचाने के उपाय भी करें।
– केके पांडे, उप संचालक कृषि, जिला सीहोर