Newsआष्टाइछावरजावरनसरुल्लागंजबुदनीरेहटीसीहोर

अब कुबेरेश्वरधाम में नि:शुल्क एंबुलेंस के बाद प्राथमिक उपचार केन्द्र शुरू

सीहोर। जिला मुख्यालय के समीपस्थ चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा के द्वारा अपने पिताश्री पंडित स्वर्गीय रामेश्वर दयाल मिश्रा की स्मृति में धाम आने वाले श्रद्धालुओं और आस-पास के ग्रामीणों को तत्काल स्वास्थ्य लाभ मिले इसके लिए परिसर में प्राथमिक उपचार केन्द्र का श्रीगणेश किया।
इस मौके पर भागवत भूषण श्री मिश्रा ने कहा कि हर रोज हजारों की संख्या में कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में दर्शन के लिए लोगों का तांता लगा रहता है। पिछले दिनों निशुल्क एंबुलेंस सुविधा शुरू की गई थी, इसके बाद अब धाम पर आने वाले श्रद्धालुओं आते है, इसको ध्यान में रखते हुए केन्द्र में दो बिस्तरों के अलावा नर्स आदि की व्यवस्था के साथ निशुल्क रूप से दवाई, जांच और उपचार की व्यवस्था की गई है। आने वाले समय में बड़े रूप में केन्द्र को विकसित किया जाएगा। जिससे जहा क्षेत्रवासियों को धाम में ही और बेहतर चिकित्सा सुविधा मिलने लगेगी, इससे उन्हें छोटी-छोटी बीमारियों के लिए इधर-उधर नहीं जाना पड़ेगा। इससे जहां सहूलियत के साथ नि:शुल्क चिकित्सा सुविधा मिलेगी। इसके केन्द्र में बीपी, शुगर सहित अन्य की जांच भी मौके पर हो जाएगी।
इस संबंध में जानकारी देते हुए विठलेश सेवा समिति के मीडिया प्रभारी प्रियांशु दीक्षित ने बताया कि पिछले दिनों सात दिवसीय शिवपुराण गुजरात से शनिवार की सुबह लौटने पर जिला मुख्यालय के समीपस्थ चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में भागवत भूषण पंडित श्री मिश्रा का श्रद्धालुओं ने दर्शन करते हुए आशीर्वाद ग्रहण किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि भगवान शिव के ध्यान मंत्र से पापों से मुक्ति मिलती है और आत्मशुद्धि होती है, श्री शिवाय नमस्तुभ्यं यह मंत्र जीवन से हर तरह की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है। प्रतिदिन इस मंत्र जाप करने से मानसिक शांति प्राप्त होती है और सभी प्रकार की दुविधाओं और मुश्किलों से छुटकारा मिलता है। कुछ दिनों के नियमित जाप से ही आपको मानसिक शान्ति महसूस होने लगती है। भगवान शिव को देवों के देव महादेव कहा जाता है। भोलेभंडारी न केवल इंसानों के बल्कि राक्षसों के भी देवता है। उनके एक ही नहीं अनेक रूप है। भगवान शिव को प्रसन्न करना काफी आसान है। हिंदू धर्म में मंत्रों का खास महत्व है। हर मंत्र के जाप का मकसद अलग-अलग होता है। मंत्र दिमाग को शांत करते हैं। साथ ही शरीर से नकारात्मक ऊर्जा को भी दूर करने में मदद करता है। मंत्रों का जाप करने से भय, चिंता, क्रोध और ईष्या जैसे चीजों पर काबू पाया जा सकता है। भगवान शिव को समर्पित कई शक्तिशाली मंत्र है। जिनका जाप कर जीवन में शांति की प्राप्ति होती है। शिव के मंत्र आपके जीवन की हर परेशानी को हल कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि आगामी 12 दिसंबर से 16 दिसंबर तक बैतुल में होने वाली श्री मां तापती शिव महापुराण के लिए रवाना होंगे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
Recept na univerzálnu Ako správne vypražať huby, aby sa z nich nestala kaša: Suveníry, ktoré prinášajú Čo je lepšie na ošetrenie záhrady: med alebo síran železnitý?