लुटेरी दुल्हनें… साथियों को सबब सिखाने की ठानी, लेकिन पकड़ा गया पूरा गिरोह
सीहोर की कोतवाली पुलिस का बड़ा खुलासा, आरोपियों को किया गिरफ्तार

सीहोर। कोतवाली पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो लोगों के साथ ठगी करके उन्हें शादी का झांसा देते थे और स्टाम्प पर लिखा-पढ़ी करके फर्जी शादियां करते थे। इस गिरोह में दो लुटेरी दुल्हनें भी शामिल थीं, जिनकी फर्जी शादियां कई लोगों के साथ कराई गई, लेकिन इस बार वे सीहोर पुलिस के हत्थे चढ़ गई। इस मामले में आरोपी गुलनाज उर्फ मनीषा नागपुर (महाराष्ट्र) ने ही फरियादिया बनकर में अपने साथियों को सबब सिखाने के लिए फर्जी एफआईआर दर्ज कराई थी। इसके बाद आरोपियों की परतें-दर-परतें खुलती गईं और कोतवाली पुलिस ने इस मामले का खुलासा कर दिया। आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।
जानकारी के अनुसार 4 मई 2024 को आवेदिका गुलनाज पति इसाक शेख उम्र 28 साल निवासी मम्मी लता उर्फ आईशा का घर यशोधरा चौक परवेश नगर 2 नंबर गली नागपुर (महाराष्ट्र) ने देहाती नालसी थाना सुंदरसी जिला शाजापुर में अपराध क्रमांक 0/24 धारा 468, 471, 366, 370, 376, 506 भादवि आरोपी अशोक निवासी नरसिंहगढ़, जसमत राजपूत पिता गोपाल राजपूत निवासी ग्राम बागली जिला शाजापुर के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस मामले में घटनास्थल कोर्ट परिसर सीहोर होने से मामले को कायमी हेतु थाना कोतवाली भेजा गया था। इसके बाद थाना कोतवाली में अपराध क्रमांक 325/2024 धारा 468,471,366,370,376,506 भादवि का पंजीबद्ध कर जांच में लिया गया।
एसपी के निर्देश पर कोतवाली पुलिस ने शुरू की जांच-
मामले की गंभीरता को देखते पुलिस अधीक्षक सीहोर मयंक अवस्थी के निर्देश पर एएसपी गीतेश गर्ग एवं नगर पुलिस अधीक्षक निरंजन सिंह राजपूत के मार्गदर्शन में कोतवाली थाना प्रभारी निरीक्षक गिरीश दुबे के नेतृत्व में टीम गठित की गई एवं आरोपियों की तलाश शुरू की। जांच के दौरान आरोपियों की तलाश में ग्राम बागली थाना सुंदरसी से आरोपी जसमत सिंह को गिरफ्तार करके पूछताछ की तो पता चला कि मामले की फरियादिया ने आरोपी जसमत के साथ लिव इन रिलेशनशिप में साथ रहने की लिखा-पढ़ी की थी और जमसत ने एक लाख रुपए देकर गुलनाज उर्फ मनीषा को खरीदा था। मनीषा उर्फ गुलनाज ने अपने साथी अंकित लोधा व अशोक मालवीय के साथ मिलकर सीहोर न्यायालय में जसमत के साथ लिखा-पढ़ी कर फर्जी शादी के नाम 1.5 लाख रुपए ले लिया था। इसके बाद इस लिखा-पढ़ी के गवाह जालम सिंह को तलाश किया गया। इसे पकड़कर पूछताछ की गई तो पता चला कि इसके बेटे नरेंद्र की फर्जी शादी राखी उर्फ रेखा कश्यप के साथ तय करके 1 लाख रुपए में राखी को खरीदकर अशोक, रोशनी और भूरा को पैसे दिए थे। बाद में कोतवाली पुलिस ने मामले में धारा 370, 420 भादवि का ईजाफा भी किया।
पुलिस ने ऐसे की कार्रवाई –
इस मामले में प्रकरण के आरोपी जसमत को गिरफ्तार करके पूछताछ में लिए गए मेमोरेंडम के आधार पर जसमत सिंह के पेश करने पर 100 रूपए के स्टाम्प की लिखा-पढ़ी जप्त की गई, जिसमें जसमत व मनीषा उर्फ गुलनाज के लिव-इन रिलेशनशिप की लिखा-पढ़ी होना पाया गया। बाद में स्टाम्प लिखा-पढी के साक्षी जालम सिंह की तलाश की। जालम सिंह को इकलेरा थाना तलैन से गिरफ्तार किया गया। जालम सिंह द्वारा 100 रुपए के स्टाम्प की लिखा-पढ़ी पेश की, जिसमें रेखा उर्फ राखी के साथ 1 लाख रुपए में अपने लड़के नरेन्द्र की लिव-इन रिलेशन की लिखा-पढ़ी की थी। यह लिखा-पढ़ी अशोक व भूरा के माध्यम से कराई गई थी और लड़के के साथ अशोक व भूरा ने मिलकर राखी उर्फ रेखा से शादी कराई थी और शादी के 2 दिन बाद से राखी फरार है। इस मामले की फरियादिया गुलनाज उर्फ मनीषा का जीजा अंकित लोधा भी एग्रीमेंट के पैसे लेकर फरार था। पुलिस ने आरोपी अंकित पिता पूनमचंदा लोधा निवासी जीतापुरा थाना असनवरा जिला झालावाड़ राजस्थान को शाजापुर से गिरफ्तार किया। इन मामलों की लिखा-पढ़ी व ठगी करने वाले अन्य आरोपी भगवान सिंह उर्फ भूरा पिता प्यारेलाल दांगी आयु 40 साल निवासी घाटपलासी थाना श्यामपुर को श्यामपुर से गिरफ्तार किया गया। बाद में आरोपी भगवान उर्फ भूरा का मेमो लेख किया गया जो गुलनाज उर्फ मनीषा, अशोक, रेखा के साथ मिलकर लोगों के साथ ठगी करना व फर्जी शादियां कराना व फिर फरार हो जाने के संबंध में था। आरोपियों की तलाशी के दौरान 14 मई 2024 को गणेश मंदिर छोला रोड भोपाल से अशोक के साथी प्रहलाद मालवीय पिता नाधूराम मालवीय उम्र 63 साल निवासी अयूब नगर भोपाल को गिरफ्तार किया गया। ये रोशनी वर्मा, अशोक मालवीय, रईस खान के साथ मिलकर शादी कराने के नाम पर पैसा लेकर लोगों के साथ ठगी करने वाले व शादी करने वाले लोगों की तलाश कर उनके साथ ठगी करने का काम करते थे। आरोपी रईस पिता अब्दुल रहमान उम्र 40 साल निवासी गणेश मंदिर भोपाल को अशोक, रोशनी, गुलनाज उर्फ मनीषा, रेखा उर्फ राखी का साथी होने व रेखा व गुलनाज का आधार कार्ड एमपी ऑनलाइन करोंद के राजेन्द्र ने बदलवाकर रईस को दिए थे। रईस आधार कार्ड बदलकर लोगों से फर्जी शादी की लिखा-पढ़ी कराता था उसे भी गिरफ्तार किया गया। अन्य आरोपी अशोक मालवीय को गणेश मंदिर भोपाल से गिरफ्तार किया गया। एमपी ऑनलाइन करोंद के संचालक राजेन्द्र नामदेव पिता कांतिकिशोर नामदेव उम्र 44 साल निवासी शिव नगर भोपाल का कृत्य धारा 468,471,420,120 बी भादवि के तहत दंडनीय होने से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार शुदा आरोपी की निशानदेही से अटल अयुब नगर भोपाल से रोशनी वर्मा पति स्व. नारायणलाल वर्मा उम्र 50 साल निवासी अटल अयुब नगर भोपाल को अभिरक्षा में लेकर समक्ष महिला पंचान के गिरफ्तार किया गया। इससे पूछताछ पर अपने साथियों अशोक, प्रहलाद, रईस, भूरा, अंकित के साथ मिलकर गुलनाज व रेखा की फर्जी शादियां कराना व उनको बुलवाकर बाहर फरार कराने के संबंध में जानकारी दी गई। रोशनी से सख्ती से पूछताछ करने पर उसने बताया कि गुलनाज व रेखा शिव मंदिर अशोका गार्डन में किराए से रह रही हैं। गुलनाज व रेखा को अभिरक्षा में लेकर गिरफ्तार किया गया एवं पूछताछ करने पर बताया कि हम दोनों रोशनी व अशोक के कहने पर शादियों की फर्जी लिखा-पढ़ी करते हैं। हमारे आधार कार्ड में नाम, पता, नंबर रईस बदलकर देता है व भूरा अंकित, प्रहलाद रोशनी, शादियों के लिए पार्टियां ढूढती हैं व शादी करने के बाद अशोक व रोशनी हमें पैसा देती है।
सबब सिखाने की ठानी, लेकिन पड़ गया उलटा दांव-
इस मामले में गुलनाज उर्फ मनीषा ने सबब सिखाने की ठानी थी, लेकिन यह दांव उलटा ही पड़ गया। पुलिस पूछताछ में गुलनाज उर्फ मनीषा ने बताया कि बांगली शाजापुर वाली पार्टी जिसमें मेरी (गुलनाज उर्फ मनीषा) की शादी जसमत सिंह से की थी, तब मेरे जीजा अंकित लोधा के साथ भूरा उर्फ भगवान सिंह व अशोक ने मारपीट की थी और हमारे हिस्से के पैसे भी रख लिए थे। मैंने बागली से निकलने व अशोक को सबक सिखाने के लिए अशोक व जसमत सिंह के खिलाफ झूठी रिपोर्ट थाना सुंदरसी में लिखवाई थी। इस मामले में पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार करके उन्हें न्यायालय में पेश किया। न्यायालय ने सभी को जेल भेजने के आदेश दिए।
इनकी रही सराहनीय भूमिका –
इस खुलासे में थाना प्रभारी थाना कोतवाली गिरीश दुबे, एसआई मनोज मालवीय, एसआई किरण राजपूत, एएसआई दिलीप मर्सकोले, विकास शर्मा, चंद्रभान सेन, सोनम मिश्रा की सराहनीय भूमिका रही।
लुटेरी दुल्हन गिरोह के सदस्य एवं इनकी भूमिका
– मनीषा उर्फ आवेदिका गुलनाज पति इसाक शेख उम्र 28 साल निवासी यशोधरा चौक परवेश नगर 2 नंबर गली नागपुर महाराष्ट्र, लुटेरी दुल्हन व धाने में जाकर रिपोर्ट लिखाने वाली
– रेखा कश्यप उर्फ राखी ठाकुर पति अमर सिंह कश्यप उम्र 30 साल निवासी अशोका गार्डन शिव मंदिर के पास भोपाल, ’लुटेरी दुल्हन’
– रोशनी वर्मा पति नारायण लाल वर्मा उम्र 50 साल निवासी अयुब अटल नगर छोला रोड भोपाल, ’फर्जी शादी कराने के लिए पार्टियां ढूंढना व शादी के बाद फरार कराना बाहर से आने वाली लड़कियों को रुकवाना’
– रईस खां पिता अब्दुल रहमान खां उम्र 38 साल निवासी गणेश मंदिर के पास भोपाल, ’लुटेरी दुल्हनों के नाम बदलकर फर्जी आधार कार्ड बनवाना’
– अशोक मालवीय पिता कैलाश मालवीय उम्र 40 साल निवासी रावणखेड़ा सीहोर, ’पार्टी से पैसे लेना और दलाली करना’।
– प्रहलाद सिंह मालवीय पिता नाथूराम मालवीय उम्र 63 साल निवासी अयुब नगर छोला रोड भोपाल, ’पैसे लेना व दलाली करना’
– राजेन्द्र नामदेव पिता कान्तिकिशोर नामदेव उम्र 44 साल निवासी रईस नगर कालोनी करौंद भोपाल, एमपी आनलाइन की दुकान का मालिक जो कि नाम बदलकर फर्जी आधार कार्ड देता था