सलकनपुर की आग… उठ रहे सवाल… मंदिर समिति बोली यहां से हटवाई जाए दुकानें, व्यापारी संगठन ने उठाई मांग दी जाए सभी को दुकानें
रेहटी। सलकनपुर में सीढ़ी मार्ग पर लगी दुकानों की आग अब कई सवाल भी पैदा कर रही है। यह आग हादसा था या लापरवाही इसको लेकर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। इसी बीच सलकनपुर मंदिर समिति ने भी जहां आगजनी की घटना पर दुख व्यक्त किया है तो वहीं एक नया सवाल भी खड़ा कर दिया है। मंदिर समिति द्वारा बताया जा रहा है कि जिन दुकानों में आग लगी थी उनमें बिजली कनेक्शन अवैध तरीके के लिया गया है। इससे शार्ट सर्किट होता है। व्यापारियों द्वारा जहां दुकान लगाई जा रही है वह भी वन विभाग की जमीन पर अवैध कब्जा करके लगाई जा रही है। इन दुकानों के कारण कचरा एकत्रित होता है तो वहीं यहां की साफ सफाई भी नहीं हो पाती है। आगजनी के बाद सीढ़ी मार्ग पर दमकलें भी नहीं पहुंच पाती हैं। मंदिर समिति ने वन विभाग और जिला प्रशासन से भी मांग की है कि इन दुकानों को सीढ़ी मार्ग से हटाया जाए। मंदिर समिति ने यह भी कहा है कि दुकानदारों को बार-बार आगाह करने के बाद भी वे निर्देशों पर अमल नहीं कर रहे हैं। यहां पर अक्सर दुकानों में आग लगती रहती है और प्रशासन को मुआवजा देने के लिए बाध्य किया जाता है।
दुकानों को दी जाए पक्की दुकानें –
इधर सलकनपुर व्यापारी संघ ने भी मांग उठाई है कि जो व्यापारी सीढ़ी मार्ग पर दुकान लगा रहे हैं, उन्हें भी दुकान आवंटित की जाए, ताकि वे भी अपना रोजगार चलाकर परिवार का पालन पोषण कर सकें। व्यापारी संघ का कहना है कि सलकनपुर के स्थानीय व्यापारियों को प्राथमिकता दी जाए और उन्हें भी पक्की दुकानें आवंटित की जाए। यहां पर जो दुकानें बनाई गईं हैं उन दुकानों में जमकर धांधली की जा रही है, ऐसे में यहां के व्यापारियों को दुकानें आवंटित नहीं हो पा रही है। व्यापारी संघ के अध्यक्ष अनिरूद्ध दुबे का कहना है कि हमारी मंदिर समिति से मांग है कि वे सीढ़ी मार्ग पर दुकान लगाने वाले दुकानदारों को भी पक्की दुकानें आवंटित करें, ताकि वे भी अपने परिवार का पालन-पोषण बेहतर ढंग से कर सकें।