सीहोर। सम्मेद शिखरजी को पर्यटक स्थल घोषित करने के झारखंड सरकार के फैसले केे विरूद्ध मध्यप्रदेश सहित सीहोर जिलेभर में जैन समाज द्वारा लगातार विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। इसी कड़ी में सीहोर नगर में भी जैन समाज ने विशाल विरोध रैली निकालकर ज्ञापन सौंपा। हालांकि इस बीच यह खबर भी आ गई कि झारखंड सरकार ने अपना फैसला वापस ले लिया है। इसके बाद मिठाइयां भी बांटी गईं।
सीहोर में बुधवार को संपूर्ण जैन समाज केे महिला, पुरूष, युवक, युवतियां एकत्रित हुए। इसके बाद नारेबाजी करते हुए रैली लेकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। रैली के पूर्व धर्मसभा का आयोजन किया गया। इसको मुनि श्री संस्कारजी महाराज ने संबोधित किया। जैन समाज की रैली को नगर के अनेकों संगठनों ने भी अपना समर्थन दिया। जैन समाज द्वारा विरोेध में अपने व्यापारिक प्रतिष्ठान भी बंद रखे गए। रैली में शामिल लोगों ने अपने हाथ पर काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज किया। संपूर्ण सीहोर जैन समाज द्वारा जैन मंदिर से विशाल रैली निकालकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं झारखंड के मुख्यमंत्री के नाम कलेक्ट्रेट सीहोर में ज्ञापन सौंपा गया। रैली में प्रमुख रूप से पूर्व विधायक रमेश सक्सेना, नगर पालिका अध्यक्ष प्रिंस राठौर, जैन समाज के विमल जैन, अजय जैन, अंबर जैन, शील जैन, पत्रकार आनंद गांधी सहित अनेकों सामाजिक कार्यकर्ता प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
पवित्र जैन तीर्थ स्थल सम्मेद शिखरजी पर लिया निर्णय वापस ले केन्द्र सरकार: रमेश सक्सेना
जैन समाज के पवित्र तीर्थ स्थल सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल घोषित करने के विरोध में जैन समाज द्वारा बुधवार को सीहोर नगर में आक्रोश रैली निकाली गई। इस रैली में पूर्व विधायक और कांग्रेस नेता रमेश सक्सेना शामिल हुए। इस मौके पर उन्होंने विरोध जताते हुए कहा कि यह बड़ी दुखद घटना है कि झारखंड राज्य में जैन समाज का प्रमुख तीर्थ स्थल सम्मेद शिखरजी स्थित है और इसे झारखंड सरकार के प्रस्ताव पर केन्द्र सरकार द्वारा पर्यटन क्षेत्र बनाने की घोषणा की गई है। जैन समाज में इस तीर्थ को अन्य तीर्थ स्थानों से अधिक पवित्र माना गया है। इस तीर्थ स्थल से करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ी हुई है। इस प्रस्ताव से तीर्थ स्थान की पवित्रता को नष्ट करने का प्रयास किया जा रहा है। जैन समाज ही नहीं हम सकल समाज इस निर्णय की घोर निंदा करते हैं। जब तक केन्द्र सरकार इस निर्णय को वापस नहीं लेती है। तब तक हम सड़क पर संघर्ष करते रहेंगे। इस आक्रोश रैली में जिला पंचायत सदस्य और कांग्रेस नेता शशांक सक्सेना भी शामिल रहे।
इधर झारखंड सरकार ने वापस लिया फैसला-
सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल घोषित करने को लेकर लगातार जैन समुदाय के लोग इसका विरोध कर रहे थे। इसके चलते अब झारखंड सरकार ने सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल घोषित करने के फैसले को वापस ले लिया है। इसको लेकर पारसनाथ जनकल्याण चैरिटेबल सोसाइटी के द्वारा जैन समाज सहित सभी समाज के लोगों ने हर्ष व्यक्त करते हुए मिठाई का वितरण किया। इस मौके पारसनाथ जनकल्याण चैरिटेबल सोसाइटी के अध्यक्ष पवन जैन ने बताया कि सकल समाज के तत्वाधान में जैन समाज ने बुधवार को नगर में आकोश रैली निकाली। जैन समाज के लोगों ने बताया कि सम्मेद शिखर को पर्यटक स्थल घोषित करने के विरोध में सकल जैन समाज नगर की सड़कों पर उतरा और रैली निकालकर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भी सौंपा। इधर झारखंड सरकार ने सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल घोषित करने के फैसले को वापस ले लिया। इसकी खुशी मनाई गई और शहर के बस स्टैंड क्षेत्र में सभी समाज के लोगों ने निर्णय का स्वागत किया। इस मौके पर पूर्व मंडल अध्यक्ष अशोक सिसोदिया, मनोज दीक्षित मामा, सुरेश राठौर, सोनू रैकवार, भोजराज यादव, विनोद मालवीय, मनोज जैन, मोहित यादव, रजत मालवीय, आयुष राठौर, राजीव विश्वकर्मा और जितेन्द्र यादव आदि शामिल थे।