
सीहोर। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने विधानसभा चुनाव का शंखनाद करने के लिए इस बार सिद्धपुर की धरती एवं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर हो चुना। वे यहां पहुंचे और उन्होंने चिंतामन श्रीगणेश मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना की। इस दौरान प्रदेशवासियों सहित जिलेवासियों की सुख-समृद्धि की कामना के साथ ही चुनाव में जीत की अर्जी भी लगाई। पूरे कार्यक्रम के दौरान जहां जमकर धक्की-मुक्की हुई तो वहीं कई सारी अव्यवस्थाओं के बीच कार्यक्रम संपन्न हुआ। पीसीसी चीफ कमलनाथ के सामने सीहोर जिला कांग्रेस कमेटी के प्रमुख बलवीर सिंह तोमर एवं उनकी टीम के प्रबंधन की पोल भी खुल गई। कार्यक्रम के दौरान कई बार कांग्रेसियों ने अनुशासनहीनता की।
प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कमलनाथ ने सीहोर पहुंचकर चिंतामन श्रीगणेश मंदिर में पूजा-अर्चना की। इसके साथ ही चुनावी तैयारियों का शंखनाद भी कर दिया। हालांकि उनके कार्यक्रम को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा बनाई गई रणनीति एवं तैयारियां पूरी तरह धूमिल नजर आई। न तो यहां पर कोई व्यवस्थाएं की गर्इं और न ही ऐसे किसी जिम्मेदार नेता को तैनात किया गया, जो अपनी जिम्मेदारी के साथ कार्यक्रम को सफल बना सके। दरअसल पूर्व मख्यमंत्री कमलनाथ का काफिला गणेश मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुआ कार्यक्रम स्थल टाउन हाल पहुंचा। यहां पर सभा का आयोजन रखा गया था, लेकिन सभा से पहले ही पीसीसी चीफ के सामने कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष बलवीर सिंह तोमर की पोल खुल गई। दरअसल टाउन हाल पहुंचने पर सबसे पहले कमलनाथ ने प्रेस वार्ता की। इस दौरान प्रेसवार्ता कम कार्यकर्ता वार्ता ज्यादा नजर आई। प्रेस कान्फ्रेंस में कार्यकर्ताओं द्वारा जमकर धक्का-मुक्की की गई तो वहीं जिलाध्यक्ष के मीडिया प्रबंधन की पोल भी खुल गई। पत्रकारवार्ता में भी जिलाध्यक्ष पर जमकर निशाना साधा गया। इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंडलम एवं सेक्टर प्रभारियों की बैठक ली, लेकिन अब तक यहां पर ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्षों की नियुक्तियां ही नहीं हो सकी है। इसके बाद कमलनाथ जब टाउन हाल मैदान पर बने मंच पर पहुंचे तो यहां भी कांग्रेस नेताओं, कार्यकर्ताओं ने परंपरा निभाते हुए जमकर धक्का-मुक्की की। इस दौरान मंच पर भी हंगामें की स्थिति बन गई। जिलाध्यक्ष बलवीर सिंह तोमर के प्रबंधन की पूरी पोल उस समय खुली, जब मंचासीन कमलनाथ, सज्जन सिंह वर्मा, रमेश सक्सेना, अर्जुन शर्मा निक्की, राजीव गुजराती सहित अन्य नेताओं एवं कार्यक्रम का कवरेज कर रहे मीडिया साथियों के साथ अभद्रता हुई। इसके बाद तो यहां पर हंगामा मच गया। पुलिस को मोर्चा संभालकर स्थिति को काबू करना पड़ा। इसके बाद मंच से जिलाध्यक्ष सहित अन्य तमाम बड़े नेताओं को मीडिया से माफी भी मांगनी पड़ी। पूरे आयोजन के दौरान कई बार ऐसी स्थिति निर्मित हुई कि कांग्रेस जिलाध्यक्ष बलवीर सिंह तोमर एवं उनकी टीम की जमकर पोल खुलती दिखी।