सीहोर। सीहोर नगर सहित जिलेभर में कई स्थानों पर इस बार भी महादेव की होली खेली जाएगी। महादेव की होली को लेकर सीहोर नगर के शिव मंदिरों में तैयारियां हो गई हैं। महादेव की होली नबाव की होली को बंद कराकर पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा शुरू कराई गई है। अब इस बार भी महादेव की होली को लेकर तैयारियां की गई है। यहां बता दें कि सीहोर नगर में वर्षों से नबाव की होली खेलने की परंपरा चला आ रही थी, लेकिन गत वर्ष इस परंपरा को बंद करके यहां पर महादेव की होली की शुरुआत की गई है।
इस समय पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा बेटमा में चल रही है। रविवार को बेटमा में जारी सात दिवसीय शिव पुराण के दौरान भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा ने सभी देशवासियों को अपने-अपने यहां पर शिव मंदिरों में भगवान शिव को एक लोटा चंदन युक्त जल समर्पित करने को कहा है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि सीहोर जिले में पांच दिवसीय होली का पर्व मनाया जा रहा है, इस वर्ष भी होली के दूसरे दिन गुरुवार की सुबह दस बजे शहर के छावनी स्थित नगर पालिका के पास चमत्कालेश्वर महादेव पहुंचेंगे। इसके पश्चात शहर के गुप्तेश्वर महादेव मंदिर, बड़ा बाजार स्थित महादेव मंदिर, मेन रोड स्थित महादेव मंदिर के उपरांत शहर के प्राचीन मनकामेश्वर महादेव मंदिर तहसील चौराहे पहुंचेंगे। 11 मार्च को आष्टा में भी महादेव मंदिर में होली उत्साह मनाए जाने की बात कही है।
एक लोटा केसरिया रंग करें भगवान को समर्पित-
इस संबंध में विठलेश सेवा समिति के मीडिया प्रभारी प्रियांशु दीक्षित ने बताया कि भागवत भूषण पं. प्रदीप मिश्रा के संदेश के अनुसार होली का एक अपना ही आनंद है। इस वर्ष पूरे देश के साथ शहर में भी महोदव की होली आस्था और उत्साह के साथ मनाई जाएगी। श्री मिश्रा के संदेश के अनुसार प्रत्येक शिव मंदिर में मातृ शक्ति के अलावा सभी श्रद्धालु भगवान शिव की विशेष पूजा अर्चना करेंगे। इसके साथ केसरिया रंग एक लोटे में भरकर भगवान को समर्पण करेंगे और उसके बाद पूरे उत्साह के साथ होली का पर्व मनाया जाएगा। पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि उत्साह पूरी शांति के साथ मनाए। जो भी श्रद्धालु जहां पर है वहीं इस पर्व को मनाए।