सुमित शर्मा, सीहोर
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विधानसभा चुनाव की आचार संहिता प्रभावशील है। इसी बीच सीहोर जिले की सीहोर, बुधनी, आष्टा और इछावर विधानसभा सीट से घोषित हो चुके भाजपा, कांग्रेस सहित अन्य दलों के प्रत्याशियों ने प्रचार-प्रसार में ताकत झोंक दी है। वे सुबह से लेकर देर रात तक चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं। इस दौरान वे जहां गांवों में पहुंचकर बैठकें कर रहे हैैं तो वहीं घर-घर भी दस्तक दे रहे हैं। निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे नेताओें ने भी अपनी राजनीतिक जमीन बनाना शुरू कर दिया है औैर वे चुनावी तैयारियोें में लगे हुए हैं। इधर भाजपा के गढ़ माने जाने वाले बुधनी विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस लगातार सेंधमारी कर रही है। कांग्रेस नेता लगातार भाजपाइयों को तोेड़कर पार्टी की सदस्यता दिलवा रहे हैं।
सीहोर विधानसभा में मुकाबला होगा त्रिकोणीय-
सीहोर विधानसभा क्षेत्र में हमेशा से मुकाबला त्रिकोणीय होता रहा है। इस बार भी मुकाबला त्रिकोणीय होगा। सीहोर से भाजपा ने विधायक सुदेश राय को टिकट देकर मैदान में उतारा है। वे लगातार जनसंपर्क में जुटे हुए हैं। सुबह से लेकर देर रात तक क्षेत्र में भ्रमण कर रहे हैं। मंगलवार को भी उन्होंने अपने दौरे की शुरूआत कन्याओं का आशीर्वाद लेकर ग्राम जुगराजपुरा से की। इस दौरान उन्होंने ग्राम पाटरे, उमरझिर, कुशलपुरा, लोधीपुरा, पटेरा, सीलखेड़ा बाजार गांव और मुंगावली आदि गांवों में जनसंपर्क किया। जनसंपर्क के मौके पर लोग उनका फूलमाला पहनाकर स्वागत-सत्कार भी कर रहे हैं। सीहोर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस ने युवा नेता शशांक सक्सेेना कोे टिकट दिया है। वे भी लगातार अपने विधानसभा क्षेत्र का दौरा करके लोगों के बीच पहुंचकर उनसे आशीर्वाद ले रहे हैं। वे भी प्रतिदिन गांवों में पहुंचकर जनसंपर्क कर रहे हैं एवं बुजुर्गों से आशीर्वाद प्राप्त कर रहे हैं। वे हरदिन अपने जनसंपर्क की शुरूआत हनुमानजी के दर्शन के साथ कर रहे हैं। इधर सीहोेर विधानसभा में बसपा ने भी कमलेश दोहरे को टिकट देकर मैदान में उतारा है। उन्होंने अपनी सरकारी नौकरी छोड़कर राजनीति में कदम रखा है और चुनावी तैयारियों में जुटे हुए हैं। यहीं से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर सन्नी महाजन भी तैयारी कर रहे हैं। सन्नी महाजन के लिए पूर्व मुख्यमंत्री साध्वी उमाभारती ने भाजपा सेे टिकट की मांग पत्र लिखकर की थी, लेकिन पार्टी ने टिकट नहीं दिया है तोे अब वेे निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव मैदान में उतर सकते हैं। हालांकि कहा जा रहा है कि उन्होंने चुनाव लड़ने का मन भी पूरी तरह बना लिया है औैर वे लंबेे समय से जनसंपर्क मेें भी जुटे हुए हैं।
बुधनी में ’शिव-हनुमान’ के बीच में महामुकाबला-
सीहोर जिले की बुधनी विधानसभा सीट पर ’शिव-हनुमान’ के बीच में महामुकाबला है। भाजपा ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कोे फिर से टिकट दिया है तोे वहीं कांग्रेस ने विक्रम मस्ताल शर्मा हनुमानजी को मैदान में उतारा है। मुख्यमंत्री बुधनी विधानसभा से इस बार पांचवी बार चुनाव लड़ेंगे तो वहीं विक्रम मस्ताल शर्मा का यह पहला चुनाव है। हालांकि मुकाबला टक्कर का माना जा रहा है। मुख्यमंत्री के पुत्र कार्तिकेय सिंह चौैहान लगातार बुधनी विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय है तोे वहीं टिकट फाइनल होने के बाद विक्रम मस्ताल शर्मा हनुमानजी ने भी पूरी ताकत प्रचार-प्रसार में लगा दी है। वे सुबह से लेकर देर रात तक क्षेत्र में जनसंपर्क, भ्रमण कर रहे हैं। इस दौरान वे भाजपा केे गढ़ में सेेंधमारी भी कर रहे हैं। इसी का परिणाम है कि भाजपा का गढ़ मानेे जाने वाले चकल्दी मंडल की दो ग्राम पंचायत चकल्दी एवं लावापानी के सरपंचोें को उन्होंने कांग्रेस पार्टी की सदस्यता दिलवाई है। विक्रम मस्ताल शर्मा ने ग्राम चकल्दी के सरपंच प्रतिनिधि मनोहर बारीवे एवं ग्राम लावापानी की सरपंच सुमन बाई बकरियां को अपने कई साथियों के साथ में कांग्रेस की सदस्यता दिलाई है। इस दौरान कांग्रेस नेता शैतान सिंह पटेल, रघुबीर पटेल, बलवीर सिंह पटेल, रफीक पठान, हनीफ खान, विशाल विश्वकर्मा, कपिल चौहान, बनप सिंह पटेल, मुकेश मालवीय सहित अन्य नेता मौजूद रहे।
इछावर में करण सिंह वर्मा ने झोेंकी ताकत-
इछावर विधानसभा सीट से कांग्रेस पार्टी अब तक उम्मीदवार की घोषणा नहीं कर पाई है, जबकि भाजपा के प्रत्याशी पूर्व मंत्री करण सिंह वर्मा ने अपनी ताकत झोंक दी है। वे स्वयं एवं उनके पुत्र लगातार क्षेत्र में जनसंपर्क कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी से इछावर मेें टिकट के प्रबल दावेदार पूर्व विधायक शैलेंद्र पटेल हैं। वे लंबे समय से तैयारी कर रहे हैैं तो वहीं जातिगत आधार पर भी उनका यहां पर वर्चस्व है। करण सिंह वर्मा को पराजित यदि यहां से कोई कर सकता है तो वह शैलेंद्र पटेल ही हैं। उन्होेंने वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में करण सिंह वर्मा को हराया भी था, लेकिन 2018 मेें वे हार गए थे, लेकिन इस बार फिर से उनकी पुख्ता तैयारियां हैं। वे यहां पर यात्रा भी निकाल चुके हैैं। इसी तरह आष्टा विधानसभा से कांग्रेस ने कमल चौहान को टिकट दिया है और वे तैयारियोें में भी जुटे हुए हैं, लेकिन भाजपा ने अब तक अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। यहां से जिला पंचायत अध्यक्ष इंजीनियर गोपाल सिंह सहित अन्य नेेता दावेदारी जता रहे हैैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आखिरकार कौन यहां से टिकट की बाजी मारता है।