
सीहोर। अपराधों पर लगाम लगाने एवं अपराधियों की धरपकड़ के लिए जहां पुलिस द्वारा समय-समय पर काम्बिंग गश्त की जाती है तो वहीं अब बेहतर पुलिसिंग के लिए एसपी सहित पुलिस अधिकारियों ने जिलेभर के थानों का भी औचक निरीक्षण किया। इस दौरान रात्रिकालीन ड्यूटी की व्यवस्थाएं, शिकायत सुनने की स्थिति, रोजनामचा, रात्रिकालीन गश्त सहित अन्य व्यवस्थाओं को देखा। इस दौरान पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शुक्ला ने सीहोर अनुभाग के श्यामपुर, अहमदपुर एवं दोराहा थानों का निरीक्षण किया तो वहीं अन्य अधिकारियों ने भी अपने-अपने अनुभागों के थानों का निरीक्षण किया। अधिकारियों को थानों के निरीक्षण के दौरान कुछ कमियां भी दिखीं, जिस पर उन्हें बेहतर करने के निर्देश दिए गए। हालांकि ज्यादातर थानों में व्यवस्थाएं बेहतर नजर आई। इससे पहले पुलिस ने पिछले दिनों जिलेभर में काम्बिंग गश्त की थी। उस दौरान 146 वारंटियों को गिरफ्तार किया था तो वहीं 128 चिन्हित अपराधियों को चेक किया था। अब थानों का निरीक्षण करके पुलिस की स्थिति जानी। यहां बता दें कि पुलिस महानिदेशक द्वारा प्रदेशभर के पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए गए थे कि वे अपने-अपने जिलों में थानों का निरीक्षण करें। इसी कड़ी में सीहोर जिले में भी पुलिस अधिकारियों ने थानों का निरीक्षण किया।
यहां पहुंचे ये अधिकारी-
– दीपक कुमार शुक्ला पुलिस अधीक्षक ने थाना श्यामपुर, अहमदपुर, दोराहा का निरीक्षण किया।
– निरंजन सिंह राजपूत सीएसपी सीहोर ने थाना कोतवाली एवं मंडी का निरीक्षण किया।
– पूजा शर्मा एसडीओपी सीहोर ने थाना बिलकिसगंज का निरीक्षण किया।
– आकाश अमलकर एसडीओपी आष्टा ने थाना जावर व थाना सिद्दीकगंज का निरीक्षण किया।
– दीपक कपूर एसडीओपी भैरूंदा ने थाना भैरूंदा का निरीक्षण किया।
– रवि शर्मा एसडीओपी बुधनी ने थाना रेहटी तथा चौकी सलकनपुर का निरीक्षण किया।
भ्रमण के दौरान ये की कार्रवाई-
भ्रमण के दौरान थानों की सभी रात्रिकालीन व्यवस्थाएं जैसे शिकायत सुनने की व्यवस्था, रात्रि में कौन-कौन सी गस्त पार्टियां रवाना हो रही हैं, रात्रि में ड्यूटी में लगे कर्मचारियों की उपस्थिति की स्थिति, हवालात, मालखाना, सीसीटीवी कैमरा की स्थिति आदि का निरीक्षण किया गया व जरूरी निर्देश दिए गए। भ्रमण व निरीक्षण के दौरान रात्रिकालीन ड्यूटी में लगा समस्त पुलिस स्टाफ, गस्त पार्टियां, फिक्स पैकेट आदि सभी अपने कर्तव्य पर उपस्थित रहकर मुस्तैदी से ड्यूटी करते पाए गए। जहां पर अधिकारियों को कमियां नजर आईं वहां पर जरूरी निर्देश भी दिए गए।