
सीहोर। अपराध करने वाले अपराधियों एवं स्थाई, अस्थाई वारंटियों की धरपकड़ को लेकर पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शुक्ला के निर्देश एवं एएसपी सुनीता रावत के मार्गदर्शन में जिलेभर में कार्रवाई की जा रही है। इसी कड़ी में गत रात्रि भी पुलिस ने कॉम्बिंग गश्त करके वारंटियों को गिरफ्तार किया। इधर जिलेभर में लोगों के गुम हुए मोबाइल फोन की शिकायत पर सीहोर साइबर पुलिस ने तकनीकी सहायता से 150 से अधिक मोबाइल खोजे। पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शुक्ला ने मोबाइल उनके मालिकों के सुपुर्द किए।
कॉम्बिंग गश्त में पकड़ाए आरोपी –
पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शुक्ला के निर्देशानुसार जिला सीहोर में दिनांक 17-18 अप्रैल-2025 को नाईट कॉम्बिंग गस्त की। इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुनीता रावत द्वारा थाना आष्टा एवं पार्वती थाना सहित अनुभाग बुधनी, भैरूंदा एवं सीहोर शहर के अधिकारी- कर्मचारियों को संबंधित एसडीओपी, सीएसपी द्वारा आवश्यक निर्देश देकर रवाना किया गया। कॉम्बिंग गश्त मां 210 पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारी की अलग-अलग टीम बनाकर रवाना की गई। पुलिस ने गश्त के दौरान कुल 146 वारंटी (स्थाई वारंट, गिरफ्तारी वारंट एवं अन्य अपराध में फरार) को गिरफ्तार किया। गश्त के दौरान 128 चिन्हित अपराधी (जिला बदर, निगरानी बदमाश, गुण्डा) को चेक भी किया गया। अन्य कार्यवाही के तहत आबकारी अधिनियम के अन्तर्गत थाना इछावर द्वारा 1 आरोपी के विरूद्ध प्रकरण बनाया गया। कॉम्बिंग गश्त के दौरान थाना भैरूंदा द्वारा 28, थाना आष्टा द्वारा 20, थाना कोतवाली द्वारा 17, थाना रेहटी द्वारा 16, थाना इछावर द्वारा 11 स्थाई एवं गिरफ्तारी वारंटियों को पकड़ा गया। अपराधों की रोकथाम एवं प्रभावी नियंत्रण की द़ृष्टि से सम्पूर्ण जिले के थाना क्षेत्रों में प्रभावी रात्रि काम्बिंग गश्त की गई। गश्त टीम को पुलिस अधीक्षक सीहोर द्वारा ईनाम दिया जाएगा।
पुलिस अधीक्षक ने सुपुर्द किए मोबाइल फोन –
सीहोर जिले में लोगों के गुम हुए मोबाइल फोनों की शिकायत के बाद इन्हें खोजकर उनके मालिकों के सुपुर्द किया गया। पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शुक्ला ने सभी गुम मोबाईलों को उनके वास्तविक धारकों को सुपुर्द किया। दरअसल जिले के विभिन्न थाना अंतर्गत रहने वाले नागरिकों के मोबाइल किसी न किसी कारण से कहीं गुम हो गए या गिर गए थे। पुलिस को इस तरह की नियमित तौर पर शिकायत मिल रही थी। ऐसे पीड़ित मोबाइल धारकों द्वारा सीहोर पुलिस को मोबाइल खोजने हेतु आवेदन दिए गए थे। इसके बाद पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार सायबर सेल द्वारा उक्त गुम मोबाईल खोजने का विशेष अभियान चलाया गया। इसी क्रम में सायबर सेल एवं मैदानी क्षेत्र की इकाईयों द्वारा लगभग 6 माह के प्रयासों के बाद गुम मोबाइलों को तकनीकी सहायता से सर्च किया गया, जिसमें से कुल 150 गुम मोबाइल खोजने में सफलता प्राप्त हुई, जिनकी अनुमानित कीमत 22 लाख रुपए है। पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सभा गृह में 102 गुम मोबाइल वास्तविक मोबाईल धारको को विधिवत सुपुर्द किए गए। अन्य 48 मोबाइल का वितरण पूर्व में भी वास्तविक मोबाइल धारकों को विधिवत सुपुर्द किया जा चुका है। इस अवसर पर विधार्थी से लेकर बुजुर्ग सभी वर्ग के व्यक्ति थे। जब सभी को मोबाइल सुपुर्द किए गए तो उनके द्वारा हर्ष व्यक्त करते हुए सायबर सेल जिला पुलिस सीहोर का धन्यवाद ज्ञापित किया। भविष्य में भी लगातार सायबर सेल व मैदानी क्षेत्र की इकाईयों द्वारा काम करते हुए अधिक से अधिक से गुम मोबाइल फोन व अन्य सामान बरामद करने का प्रयास किया जाएगा। इसके अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सीहोर द्वारा उपस्थित सभी मोबाइल धारकों को सायबर अपराध के संबंध में सायबर फ्रॉड से सर्तक रहने, सोशल मीडिया का उपयोग सावधानीपूर्वक करने, प्राइवेसी सिक्यूरिटी सही रखने, डिजिटल अरेस्ट के विषय में जागरूक किया गया। लोगों को बताया गया कि कोई गोपनीय सूचना,फोटो ग्राफ, वीडियोग्राफ आदि किसी अनजान व्यक्ति को शेयर न करें और कुछ होने पर जिले की सायबर सेल शाखा के मोबाइल नम्बर 7049128208 या 1930 पर सम्पर्क करने की जानकारी दी गई। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुनीता रावत एवं सायबर सेल की टीम उपस्थित रही।