
सीहोर। प्रदेशभर सहित सीहोर जिले के किसानों की समर्थन मूल्य पर मूंग खरीदी में अब नया अड़ंगा सामने आ रहा है। मूंग खरीदी से पहले ही सरकार के हाथ-पैर भी फुलने लगे हैं। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है, क्योंकि पहले जहां समर्थन मूल्य पर खरीदी को लेकर घोषणा नहीं हुई। किसानों ने विरोध शुरू किया, आंदोलन की तैयारी की तो सरकार ने समर्थन मूल्य पर मूंग खरीदी की घोषणा कर दी और अब जब किसानों की मूंग तुलाई शुरू होना है, उससे पहले अब मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि मूंग उत्पादन का 40 प्रतिशत की खरीदी का लक्ष्य निर्धारित किया जाए। दरअसल मूंग की बंपर पैदावार ने सरकार को संकट में डाल दिया है। प्रदेश सरकार ने मूंग के लिए समर्थन मूल्य 8,682 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया है।
सीएम ने लिखा केन्द्रीय कृषि मंत्री को पत्र-
10 जुलाई से तुलाई, लेकिन अब तक तय नहीं हुए सेंटर-
प्रदेश में मूंग उत्पादन जिलों में सीहोर, हरदा, होशंगाबाद, विदिशा एवं रायसेन जिला शामिल है। इनमें हरदा, होशंगाबाद एवं सीहोर जिले में मूंग की बंपर पैदावार होती है। सरकार ने समर्थन मूल्य पर मूंग खरीदी के लिए 10 जुलाई तय की है, लेकिन अब तक सेंटर ही तय नहीं हुए हैं। ऐसे में 10 जुलाई से मूंग खरीदी पर भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं। किसान इंतजार कर रहे हैं कि जल्द से जल्द मूंग की खरीदी शुरू हो, लेकिन अब तक यह तय नहीं है कि किसानों से कितना मूंग खरीदा जाना है। इससे पहले ही सीएम डॉ. मोहन यादव ने पत्र लिखकर मूंग के कुल उत्पादन का 40 प्रतिशत ही खरीदने का आग्रह किया है।
किसान कर सकते हैं आंदोलन-
समर्थन मूल्य पर मूंग खरीदी की घोषणा से पहले किसान स्वराज संगठन ने बड़े आंदोलन की तैयारी की थी, लेकिन आंदोलन से पहले ही सरकार ने समर्थन मूल्य पर मूंग खरीदी की घोषणा कर दी। इसके बाद किसान संगठन ने आंदोलन निरस्त कर दिया था और ज्ञापन सौंपकर मांग की थी कि किसानों का मूंग प्रति एकड़ 5-6 क्ंिवटल खरीदा जाए, लेकिन अब मूंग खरीदी को लेकर किसान फिर से आंदोलन कर सकते हैं।