
सीहोर-रेहटी। मध्यप्रदेश वेयर हाउसिंग एवं लॉजिस्टिक कारपोरेशन में वर्षों से बतौर दैनिक वेतन भोगी कार्य कर रहे कर्मचारियों की सेवाएं अब निजी संस्था आरबी एसोसिएट्स के हाथों में सौंप दी गई है। इसके विरोध में मप्र वेयर हाउसिंग एवं लॉजिस्टिक कारपोरेशन सीहोर सहित रेहटी शाखा के समस्त श्रमिकों ने अनिश्चिकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। श्रमिकों की मांग है कि वे वर्षों से वेयर हाउसिंग कारपोरेशन के कर्मचारी के रूप में कार्य कर रहे हैं। यदि अब निजी संस्था को सेवाएं दे दी गर्इं तो उनकी उम्मीदों पर पानी फिर जाएगा।
मप्र वेयर हाउसिंग एवं लॉजिस्टिक कारपोरेशन सरकार द्वारा समर्थन मूल्य पर खरीदी गई धान, गेहूं, मूंग, चना, मक्का सहित अन्य फसलों का भंडारण करता है। इसके लिए कारपोरेशन को बड़ी संख्या में कर्मचारियों की जरूरत भी होती है। सीहोर जिले में सैकड़ों श्रमिक कारपोरेशन के कार्य में लगे हुए हैं। रेहटी शाखा में 24 कर्मचारी दैनिक वेतन भोगी एवं 2 कर्मचारी नियमित रूप से इस कार्य में लगे हुए हैं। अब दैनिक वेतन भोगी (श्रमिकों) की सेवाएं निजी संस्था आरबी एसोसिएट्स को सौंप दी गई है। अब इन श्रमिकों का वेतन सहित अन्य कार्य आरबी एसोसिएट्स द्वारा किया जाएगा। निजी संस्था को सेवाएं सौंपने के विरोध में श्रमिकों ने मोर्चा खोल दिया है और वे शनिवार से अनिश्चिकालीन हड़ताल पर बैठ गए हैं। रेहटी तहसील के बोरी कैप में कार्यरत 24 श्रमिकों ने भी अनिश्चिकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। इन श्रमिकों की मांग है कि उन्हें मप्र वेयर हाउसिंग कारपोरेशन का ही कर्मचारी रहने दिया जाए। जब तक उनकी मांग नहीं मानी जाएगी वे हड़ताल पर डटे रहेंगे। श्रमिकों का कहना है कि उन्हें वर्षों हो गए हैं यहां पर कार्य करते हुए।
कांग्रेस नेताओं ने दिया समर्थन-
 रेहटी तहसील के बोरी कैप पर हड़ताल कर रहे कर्मचारियों को कांग्रेस नेताओं ने भी समर्थन दिया है। हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों से मिलने के लिए पूर्व विधायक राजकुमार पटेल पहुंचे और उन्होंने हड़ताल को समर्थन दिया। जिला पंचायत सदस्य कमलेश पटेल ने भी कर्मचारियों के बीच पहुंचकर उनकी समस्याएं सुनीं एवं उनकी हड़ताल को उचित ठहराया।
रेहटी तहसील के बोरी कैप पर हड़ताल कर रहे कर्मचारियों को कांग्रेस नेताओं ने भी समर्थन दिया है। हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों से मिलने के लिए पूर्व विधायक राजकुमार पटेल पहुंचे और उन्होंने हड़ताल को समर्थन दिया। जिला पंचायत सदस्य कमलेश पटेल ने भी कर्मचारियों के बीच पहुंचकर उनकी समस्याएं सुनीं एवं उनकी हड़ताल को उचित ठहराया।
प्रभावित हो सकती है मंग खरीदी-
इस समय समर्थन मूल्य पर मूंग की खरीदी का कार्य चल रहा है। खरीदी में पूरा दारोमदार इन श्रमिकों के हाथों में ही है, क्योंकि यहां पर नियमित कर्मचारी सिर्फ 2 हैं और 24 कर्मचारी दैनिक वेतन भोगी हैं। ये ही खरीदी कार्य में लगे हुए हैं। ऐसे में यदि इनकी मांगों पर अमल नहीं किया गया तो खरीदी कार्य प्रभावित हो सकता है।
इनका कहना है- 
मप्र वेयर हाउसिंग कारपोरेशन में दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को लेकर प्रबंधन का आरबी एसोसिएट्स के साथ एग्रीमेंट हुआ है। अब इन कर्मचारियों की सेवाएं आरबी एसोसिएट्स द्वारा ही संचालित होगी। इसको लेकर श्रमिकों ने हड़ताल शुरू की है। जल्द ही इसका रास्ता निकाल लिया जाएगा।
– अली अख्तर, जिला प्रबंधक, मप्र वेयर हाउसिंग एवं लॉजिस्टिक कारपोरेशन, सीहोर
 
				 
					


