सीहोर। सीहोर जिला प्रशासन ने एक बार फिर जागरूकता एवं सक्रियता का परिचय दिया। इसके कारण बाघिन के दो घायल शावकों का रेस्क्यू हो सका और उनकी जान बच गई। इसके लिए सीहोर जिला कलेक्टर प्रवीण सिंह की सक्रियता सबसे अहम रही। उन्होंने घायल शावकों के रेस्क्यू के लिए रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा की और खुद भोपाल से रेल में बैठकर बुधनी के मिडघाट पहुंचे, जहां से दो घायल शावकों का रेस्क्यू करके वन बिहार लाया गया। यहां पर उनका इलाज किया जा रहा है। यदि कलेक्टर प्रवीण सिंह यह पहल नहीं करते तो बाघिन के निशाने पर वन विभाग की रेस्क्यू टीम भी थी। बाघिन टीम पर हमला भी कर सकती थी।
कलेक्टर प्रवीण सिंह ने की रेलवे के अधिकारियों से चर्चा-