पौषी अमावस्या पर जरूरतमंद दिव्यांग को भेंट की ट्राइसाइकिल

सीहोर। विठलेश सेवा समिति दिव्यांग लोगों का सहारा बन रही है। इसको लेकर पौषी अमावस्या के पावन अवसर पर शुक्रवार की सुबह भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा की माता श्री के द्वारा यहां पर जरूरतमंद दिव्यांग को ट्राइसाइकिल प्रदान की। इस मौके पर पंडित विनय मिश्रा सहित अन्य समिति के पदाधिकारी मौजूद थे।
शुक्रवार की सुबह से ही जिला मुख्यालय के समीपस्थ चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में पौषी अमावस्या के पावन मौके पर श्रद्धालु ने मंदिर परिसर में मौजदू व्यास पीठ के दर्शन किए। समिति के मीडिया प्रभारी प्रियांशु दीक्षित ने बताया कि यह अमावस्या साल 2022 की अंतिम अमावस्या होने के साथ ही पुरुषोत्तम मास, मलमास की अमावस्या भी है जिस वजह से इसका धार्मिक दृष्टि से बड़ा ही महत्व है। शास्त्रों में बताया गया है कि पुरुषोत्तम मास पौष मास भगवान विष्णु को समर्पित महीना है। इस महीने में किया गया देव और पितृ कर्म कई गुणा पुण्य प्रदान करता है। पौष मास की अमावस्या के दिन भगवान विष्णु, सूर्यदेव और पितरों की जो लोग पूजा करते हैं उन्हें लोक परलोक में उत्तम स्थान प्राप्त होता है। धार्मिक दृष्टि से मान्यता है कि जिन लोगों को संतान प्राप्ति संबंधी कोई परेशानी हो रही है उन्हें पौष मास की अमावस्या को पितरों की पूजा करनी चाहिए। पितरों के नाम से ब्राह्मण या किसी जरूरतमंद को अन्न का दान देना चाहिए। पौष अमावस्या शीत ऋतु में आती है इसलिए इस अमावस्या पर कंबल, ऊनी वस्त्र, तिल और गुड़ का दान भी करने का विधान है। इस अमावस्या के अवसर पर जो लोग इन चीजों का दान करते हैं उन्हें राहु, केतु, शनि का प्रतिकूल प्रभाव नहीं भोगना पड़ता है तथा परलोक और अगले जन्म में सुख आनंद प्राप्त होता है। समिति के द्वारा अनेक धार्मिक कार्यक्रमों के अलावा समय-समय पर जरूरतमंदों की सहायता की जाती है। गत वर्ष आयोजित कार्यक्रम में बड़ी संख्या में दिव्यांग जनों को ट्राइसाइकिल के अलावा महिलाओं को सिलाई मशीन प्रदान की थी।