विश्व तंबाकू निषेध दिवस : सीहोर जिले में आयोजित हुई कईं गतिविधियां
कार्यशाला करके बताए तंबाकू से नुकसान, दिलाई शपथ
सीहोर। विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर सीहोर जिला मुख्यालय सहित जिलेभर में कई गतिविधियां आयोजित की गईं। इसको लेकर कलेक्टर प्रवीण सिंह ने विश्व तम्बाकू निषेध दिवस 31 मई एवं अंतरराष्ट्रीय नशा निवारण दिवस 26 जून को मद्यपान तथा मादक पदार्थ, नशीली दवाईयां, शराब एवं विभिन्न प्रकार के नशे से होने वाले दुष्परिणामों से समाज एवं युवाओं को अवगत कराने तथा नशामुक्ति के लिए निर्देश दिए थे। इसको लेकर जहां कार्यशालाएं आयोजित करके नशे से होने वाली हानियों को बताया गया तो वहीं शपथ दिलाकर इन्हें छोड़ने का संकल्प भी दिलाया गया।
रेहटी स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में हुआ शपथ समारोह आयोजित-
विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर रेहटी स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में शपथ समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान स्वास्थ्य केन्द्र के डॉक्टरों एवं कर्मचारियों ने यहां आने वाले मरीजों एवं उनके साथ आए लोगों को तंबाकू का सेवन न करने के लिए परामर्श दिया। इस दौरान उन्हें शपथ भी दिलाई कि वे तंबाकू सहित अन्य नशीलें पदार्थों का सेवन नहीं करें। इनसे होने वाली हानियों को भी बताया गया। यहां पर मरीजों एवं उनके साथ आए लोगों को बताया गया कि तंबाकू का उपयोग विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं जैसे कैंसर, हृदय रोग, फेफड़ों की बीमारी का प्रमुख कारण है। दुनियाभर में तंबाकू के कारण हर साल लगभग 80 लाख लोगों की मौत हो जाती है। इसके अलावा तंबाकू उगाने के लिए बड़े पैमाने पर जमीन का उपयोग किया जाता है, जिससे पर्यावरण को भी नुकसान होता है। इस अवसर पर लोगों को तंबाकू छोड़ने के तरीके भी बताए गए। जैसे निकोटिन रिप्लेसमेंट थेरेपी, परामर्श और नशामुक्ति केंद्रों की मदद लेना। इन तरीकों का उपयोग करके लोग तंबाकू की लत से छुटकारा पा सकते हैं। इस अवसर पर डॉ अश्विनी दायमा, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. वंदना यादव, चिकित्सा अधिकारी डॉ. रामनाथ धुसिया, चिकित्सा अधिकारी डॉ निया यादव, डॉ अपूर्वा मागरकर, संजय जैन, रजत कलमोदिया, सुनील चौहान, गुलशन चोपड़ा, मोनिया लुटारे, संतोष पंवार आदि उपस्थित रहे।
कॉलेज में दिलाई शपथ, कार्यशाला का भी किया आयोजन –
विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर रेहटी के शासकीय महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों ने कार्यक्रम अधिकारी डॉ पुनीत कुमार मालवी के निर्देशन में तंबाकू का सेवन नहीं करने एवं लोगों को सेवन से रोकने के लिए शपथ दिलाई। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ सुरेश सोलंकी द्वारा तंबाकू के सेवन से होने वाले दुष्प्रभाव को बताते हुए इसका उपयोग जीवन में कितना घातक हो सकता है। यह विस्तारपूर्वक बताया। इसी श्रृंखला में डॉ दीपक रजने ने विद्यार्थियों को तंबाकू निषेध हेतु शपथ दिलाई और कहा कि इसके जन जागरूकता में राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उपरोक्त कार्यक्रम में संस्था के वरिष्ठ स्वयंसेवक पर्यावरण मित्र शेखर पैठारी ने भी पर्यावरण को बचाने हेतु आवाह्न किया। इस दौरान स्वयंसेवक एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
ये गतिविधियां भी हुई आयोजित-
विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर विश्व स्वास्थ्य संगठन की थीम ’बच्चों को तंबाकू उद्योग के हस्तक्षेप से बचाना’ है। कलेक्टर प्रवीण सिंह के निर्देशानुसार जिले के स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत संचालित तंबाकू नियंत्रण केंद्र द्वारा तंबाकू उत्पादों के सेवन से होने वाली गंभीर बीमारियों पर आधारित पोस्टर प्रदर्शनी लगाई गई। शिक्षा विभाग द्वारा समर केम्पों में प्रतियोगिताएं चित्रकला, निबंध लेखन, भाषण, रगोली, मैराथन, प्रभात फेरी, नुक्कड नाटक, गीत संगीत कार्यक्रम, तम्बाकू सेवन के दुष्परिणामों पर आधारित वॉल पेंटिंग कार्यक्रमों तथा जिला स्तर एवं ब्लाक स्तर पर मानव श्रृंखला, पेम्पलेट वितरण, हस्ताक्षर अभियान का आयोजन किया गया। इसी क्रम में पुलिस विभाग एवं नगर पालिका द्वारा विद्यालय एवं महाविद्यालयों के 100 मीटर के दायरे में आने वाली पान, गुटका की दुकानों पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। नशा मुक्ति अभियान के तहत शासकीय एवं सार्वजनिक स्थानों के आसपास बैनर द्वारा नशामुक्ति के लिए प्रचार-प्रसार किया जाएगा तथा राष्ट्रीय नशा मुक्ति हेल्पलाइन नंबर 14446 का व्यापक प्रचार-प्रसार भी किया जाएगा।
विचार गोष्ठी का हुआ आयोजन, दुष्प्रभावों पर की चर्चा –
सीहोर के सैकड़ाखेड़ी स्थित संकल्प नशा मुक्ति केन्द्र के तत्वाधान में विश्व धूम्रपान निरोधक दिवस की पूर्व संध्या पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस दौरान तंबाकू सेवन से स्वास्थ्य पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों पर चर्चा की गई। अभियान के दौरान प्राचीन जगदीश मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष अनार सिंह परमार ने कहा कि हमें नशे से दूर रहना चाहिए। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए केन्द्र की ओर से विकास अग्रवाल ने कहा कि स्त्रियों के लिए धूमपान और भी घातक है। कुछ लोग समझते हैं कि धूम्रपान करने से मन और दिमाग को शांति मिलती है। वास्तव में यह धारणा बिल्कुल गलत है। धूम्रपान दिमाग को कुंठित कर देता है, इसलिए आज के दौर में हम सभी को इस बुरी लत को छोड़कर अपनी जिंदगी को खुशहाल बनाने का संकल्प लेना होगा। श्रद्धा भक्ति सेवा समिति की ओर से मनोज दीक्षित मामा, सर्वेश निगम, पंडित सुनील पाराशर और सचिन त्रिवेदी ने कहा कि तंबाकू व उससे निर्मित उत्पादों के इस्तेमाल से मानव व पर्यावरण को खतरा है। यही कारण है कि इसके सेवन पर हर जगह रोक लगाई जा रही है। भारत में भी युवाओं में इसके सेवन का बढ़ता शौक चिंता का विषय है। सिगरेट आदि से निकलने वाला धुआं उन लोगों को अधिक नुकसान पहुंचाता है जो धूम्रपान नहीं करते। तंबाकू, गुटखा के सेवन व धूमपान से मुंह का कैंसर, टीबी, हृदय रोग आदि हो सकते हैं। इससे लोगों को बीमारियों पर खर्च करना होता है, ऐसे में जिस वस्तु से आय कम व खर्च कई गुना हो उसपर पूर्ण रूप से सख्ती से पाबंदी लगे।
मानव श्रृंखला बनाकर दिया धुम्रपान छोड़ने का संदेश –
विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर सीहोर के सैकड़ाखेड़ी स्थित संकल्प नशा मुक्ति केन्द्र में विधिक जागरूकता शिविर के अलावा एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि जिला न्यायाधीश एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकारण एमके वर्मा, जिला न्यायाधीश अभिलाष जैन, जिला विधिक सहायता अधिकारी जीशान खान, संकल्प नशा मुक्ति केन्द्र के संचालक राहुल सिंह, श्रद्धा भक्ति सेवा समिति की ओर से जितेन्द्र तिवारी, मनोज दीक्षित मामा, मेंटल अस्पताल की ओर से सामाजिक कार्यकर्ता कर्ण प्रिया और कृति जैन ने यहां पर हितग्राहियों को नशे से दूर रहने के लिए संकल्प दिलाया। इस मौके पर परिसर में 100 से अधिक लोगों ने मानव श्रृंखला भी बनाई।